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मानव जीवन को बचाने के लिये पृथ्वी संरक्षण जरूरी

मानव जीवन को बचाने के लिये पृथ्वी संरक्षण जरूरी

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विश्व पृथ्वी दिवस -22 अप्रैल 2023- ललित गर्ग- पृथ्वी सभी ग्रहों में से अकेला ऐसा ग्रह है जिसपर अभी तक जीवन संभव हैं। मनुष्य होने के नाते, हमें प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग को कम करने वाली गतिविधियों में सख्ती से शामिल होना चाहिए और पृथ्वी को बचाना चाहिए क्योंकि यदि पृथ्वी रहने के लायक नहीं रही तो मनुष्य का विनाश निश्चित है। प्रदूषण और स्मॉग जैसी समस्याओं से निपटने के लिए पृथ्वी दिवस विश्व भर में मनाया जाता है। वहीं, लोगों को संदेश देने के लिए सरकार द्वारा कुछ बेसिक थीम भी तय किए जाते हैं। हर साल प्रकृति एवं पर्यावरण चुनौतियों को ध्यान में रख कर पृथ्वी दिवस के लिए एक खास थीम रखी जाती है और उस थीम के अनुसार टारगेट अचीव करने का प्रयास किया जाता है। इस बार विश्व पृथ्वी दिवस की थीम ‘इन्वेस्ट इन अवर प्लैनेट’ है। पृथ्वी दिवस या अर्थ डे जैसे शब्द को दुनिया के सामने लाने वाले सबसे पहले व्यक्ति थे...
यदि लैंगिकता के आधार पर स्त्री-पुरुष का निर्धारण नहीं होगा तो कितनी अव्यवस्था फैल जाएगी

यदि लैंगिकता के आधार पर स्त्री-पुरुष का निर्धारण नहीं होगा तो कितनी अव्यवस्था फैल जाएगी

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इसका शायद अनुमान भी यह टिप्पणी करने वाले जजों को नहीं है।कल कोई पुरुष कहेगा कि● मैं ऐसा मानता हूंँ कि मैं स्त्री हूँ और मेट्रो ट्रेन में महिला डिब्बे में सवार हो जाएगा, तो उसे किस कानून के तहत रोकेंगे?● किसी ने कहा कि वह तो स्वयं स्त्री मानता है... कोर्ट उसे इस आधार पर छोड़ देगी कि 'यह स्त्री है', दूसरी स्त्री का बलात्कार नहीं कर सकती?● यदि कोई पति-पत्नी तलाक के लिए अदालत पहुंचे, पत्नी भरण-पोषण मांगा और पति ने कह दिया कि'मैं तो स्वयं को स्त्री मानता हूँ।' तो क्या होगा?चूंकि स्वयं सुप्रीमकोर्ट कह चुका है कि लैंगिकता के आधार पर स्त्री-पुरुष का निर्धारण नहीं हो सकता, तो भला उस महिला को खुद को महिला मानने वाले पति से भरण-पोषण कैसे दिलाएगा?● यदि कोई पुरुष कहेगा कि 'मैं स्वयं को गर्भवती स्त्री मानता हूँ, इसलिए मुझे मातृत्व अवकाश दो, तो क्या उसे मातृत्व अवकाश मिल जाएगा?जज साहब ये SSC की रीजनिंग ...
22 अप्रैल अक्षय तृतीया: भगवान परशुराम जी का अवतार दिवस

22 अप्रैल अक्षय तृतीया: भगवान परशुराम जी का अवतार दिवस

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सबसे व्यापक और प्रचण्ड अवतार है परशुरामजी का झूठी है उनके क्रोधी होने और क्षत्रिय क्षय की बातें --रमेश शर्मा पृथ्वी पर सत्य, धर्म और न्याय की स्थापना के लिये भगवान् नारायण ने अनेक अवतार लिये हैं। इनमें परशुरामजी का अवतार पहला पूर्ण अवतार है । जो सर्वाधिक व्यापक है । संसार का ऐसा कोई कोना, कोई क्षेत्र या कोई देश ऐसा नहीं जहाँ भगवान् परशुरामजी की स्मृति या चिन्ह नहीं मिलते हों । उन्होंने संसार में शाँति और मानवता की स्थापना के लिये पूरी पृथ्वी की सतत यात्राएँ की । यदि यह कहा जाय कि विश्व में आर्यत्व की स्थापना भगवान् परशुरामजी ने की तो यह सच्चाई का महत्वपूर्ण तथ्य होगा ।भगवान् परशुरामजी का चरित्र वैदिक और पौराणिक इतिहास में सबसे प्रचण्ड और व्यापक है । उन्हे नारायण के दशावतार में छठे क्रम पर माना गया । वे पहले पूर्ण अवतार हैं । उन्हे चिरंजीवी माना गया इसीलिए ऊनकी उपस्थित हरेक युग में म...
April 22, Earth Day 2023 Special

April 22, Earth Day 2023 Special

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धरती माता की रक्षा करें और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर जगह बनाएं महात्मा गांधी ने एक बार कहा था - पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं। मनुष्यों ने पिछले 25 वर्षों में पृथ्वी के जंगल के दसवें हिस्से को नष्ट कर दिया है और यदि प्रवृत्ति जारी रहती है तो एक सदी के भीतर कुछ भी नहीं बचा हो सकता है। करंट बायोलॉजी जर्नल में कुछ महीने पहले प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, दो अलास्का के आकार का एक विशाल क्षेत्र - लगभग 3.3 मिलियन वर्ग किलोमीटर - 1993 के बाद से मानव गतिविधि से कलंकित हो गया है। मनुष्य पृथ्वी पर सभी बायोमास का केवल 0.01% खाता है, लेकिन ग्रह का इतना छोटा हिस्सा होने के बावजूद, उन्होंने सभी जंगली स्तनधारियों के 83% और सभी पौधों के आधे हिस्से का विनाश किया है। हमें खुद को यह याद दिलाने की आवश्यकता बढ़ रही है कि हमें अपनी आन...
भारत में शिक्षा – “मौलिक भारत” के स्थान पर “भ्रमित भारत” बनाने के खेल – अनुज अग्रवाल, संपादक, डायलॉग इंडिया

भारत में शिक्षा – “मौलिक भारत” के स्थान पर “भ्रमित भारत” बनाने के खेल – अनुज अग्रवाल, संपादक, डायलॉग इंडिया

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भारत के शिक्षा संस्थानों में भारतीय परंपरागत ज्ञान व विद्या को नहीं पढ़ाया व सिखाया जाता वरन् हमारा शिक्षा तंत्र , पश्चिमी शिक्षा तंत्र की कॉपी मात्र है।चूँकि भारत का शासन तंत्र भी पश्चिम की कॉपी है तो शिक्षा तंत्र भी वैसा ही होना स्वाभाविक है। मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति में भारत के शिक्षा तंत्र व शासन व्यवस्था का भारतीयकरण करने का उद्देश समाहित है किंतु क्या ऐसा हो पाना संभव है? वैसे भी लागू होने की प्रक्रिया में ही इस नीति में इतने अधिक संशोधन हो चुके हैं व कई प्रस्तावों को लागू करने में टालमटोल हो रही है कि मूल उद्देश्यों को पाना असंभव सा हो गया है।देश का वर्तमान शिक्षा तंत्र कितना प्रभावी अथवा खोखला है इसका गहन विश्लेषण आवश्यक है ताकि सच से सामना हो सके।हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक समिति का गठन किया है जो देश के प्रत्येक वकील की डिग्री की वैधता की जाँच करेगा। देश में ला कॉ...
पुलिस फिर सवालों के घेरे में !

पुलिस फिर सवालों के घेरे में !

TOP STORIES, समाचार
रजनीश कपूरकुख्यात अपराधी अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर का मामला अभी शांत भी नहीं हुआथा कि पुलिस हिरासत में मेडिकल जाँच के लिये जाते समय अतीक और उसके भाई अशरफ़ की हत्या करदी गई। इस घटना से पुलिस प्रशासन एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गई है। उस पर कई तरह केसवाल उठने लग गये हैं। सरकार ने भी जाँच के आदेश दे दिये हैं, जिसकी रिपोर्ट आने पर ही सही कारणका पता चलेगा।जब भी कभी ऐसी घटना घटती है तो राजनेता इस पर अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेकने से पीछे नहींहटते। हमेशा की तरह विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है। पर यहाँसवाल राजनीति का नहीं है। सवाल पुलिस की कार्यशैली का है। पुलिस की हिरासत में विचाराधीनकैदियों का फ़िल्मी अन्दाज़ में मारा जाना पुलिस व्यवस्था को शक के घेरे में लाती है। ऐसा नहीं है कि इसतरह की घटना पहली बार हुई हो। अफ़सोस की बात है कि कई बार पहले हो ...
क्या यूपी से होगा इन 65 कुख्यात अपराधियों का सफाया ? 

क्या यूपी से होगा इन 65 कुख्यात अपराधियों का सफाया ? 

TOP STORIES, राज्य, समाचार
नोएडा। यूपी से हो सकता है 65 कुख्यात अपराधियों का सफाया,  नोएडा के 7 गैंगस्टर योगी सरकार की हिटलिस्ट में शामिलसुंदर भाटी पर हैं अतीक अहमद के हत्यारों को पिस्टल दिलाने के आरोप पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का खात्मा हो चुका है. बताया जा रहा है कि अतीक-अशरफ की मौत के बाद अब योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूरे राज्य में माफियाओं के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने की ठान ली है. सूत्रों के अनुसार सरकार अब चुन- चुनकर माफियाओं का सफाया करेगी. ऐसे में एक ओर खबर आयी है जिसमें बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने 65 गैंगस्टर्स की लिस्ट तैयार की है. इन पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अफसरों को स्पेशल टास्क सौंपा जाएगा. मेरठ जोन के सबसे ज्यादा 16 गैंगस्टर इस हिटलिस्ट में हैं. अगर पुलिस जोन के हिसाब से बात करें तो बरेली और कानपुर जोन से केवल एक-एक अपराधी शामिल किया गया है. पु...
माफियाँ अतीक अहमद और अशरफ की हत्या सिस्टम पर भी खड़ा करती है कई सवाल ?

माफियाँ अतीक अहमद और अशरफ की हत्या सिस्टम पर भी खड़ा करती है कई सवाल ?

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माफियाँ अतीक अहमद और अशरफ की हत्या सिस्टम पर भी खड़ा करती है कई सवाल ? डॉ. अजय कुमार मिश्राउत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पुरे देश में माफियाँ अतीक अहमद और अशरफ की हत्या जबरजस्त चर्चा का विषय बना हुआ है | इन दोनों की हत्या में शामिल तीनों हत्यारों की पुलिस रिमांड मिल चुकी है और अब आगे उनसे पूछ-ताछ करके चार्जशीट दायर की जाएगी | अतीक अहमद के अब कई कारनामे भी सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग में चल रहें है | उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही के मूड में सरकार दिख भी रही है | कई मीडिया समूह ने अतीक की चार दशकों से अधिक समय की यात्रा का मानों सजीव प्रसारण ही कर दिया हो, जबकि किसी समय अनेकों मीडिया हाउस अतीक अहमद के खिलाफ खबर छापने से भी बचते रहे | एक व्यक्ति जिसके आगे बड़े से बड़े लोग घुटने टेकने पर विवश हुए | एक दो नहीं बल्कि अनेकों आरोप और विवाद से इतने अधिक लोग पीड़ित रहे है की चार दशक से अधिक समय व...
नया अवतार लेता खालिस्तान का विचार – डॉ प्रियंका सौरभ 

नया अवतार लेता खालिस्तान का विचार – डॉ प्रियंका सौरभ 

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हाल के दिनों में पंजाब में खालिस्तान अलगाववादी आंदोलन के विचार का प्रचार कर रहे सिख उग्रवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का अनुयायी अमृतपाल सिंह भागने में सफल रहा है। हिंसक खालिस्तानी आंदोलन गायब हो गया है; हालाँकि, एक अलग सिख राष्ट्र यानी खालिस्तान का विचार अभी तक गायब नहीं हुआ है।   खालिस्तान आंदोलन वर्तमान पंजाब (भारत और पाकिस्तान दोनों) में एक अलग, संप्रभु सिख राज्य के लिए लड़ाई है। ऑपरेशन ब्लू स्टार (1984) और ऑपरेशन ब्लैक थंडर (1986 और 1988) के बाद भारत में इस आंदोलन को कुचल दिया गया था, लेकिन यह सिख आबादी के वर्गों के बीच सहानुभूति और समर्थन पैदा करना जारी रखता है, खासकर कनाडा,  ब्रिटेन, और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सिख डायस्पोरा में। हाल के दिनों में पंजाब में खालिस्तान अलगाववादी आंदोलन के विचार का प्रचार कर रहे सिख उग्रवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का अनुयायी अमृतपाल सिंह...
मेडिकल टूरिज्म में छलांग लगाता भारत

मेडिकल टूरिज्म में छलांग लगाता भारत

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आर.के. सिन्हा भारत को मेडिकल टूरिज्म के हब के रूप में स्थापित करने को लेकर जो कोशिशें बीते कुछ सालों से चल रही हैं उनके सुखद परिणाम अब सामने आने भी लगे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्रीपद नाईक ने हाल ही में गोवा में आयोजित जी-20 से जुड़े के एक कार्यक्रम में बताया कि पिछले साल भारत में 14 लाख विदेशी पर्यटक मात्र इलाज के लिए भारत आए। जाहिर है, इनमें वे भी शामिल हैं जो  रोगियों के साथ आए थे। यह आंकड़ा ही साबित करता है कि भारत की मेडिकल सुविधाओं को लेकर दुनिया में भरोसा बढ़ रहा है।  यह तो अभी शुरुआत है। अभी तो भारत को बहुत सी मंजिलों को पार करना है। आप दिल्ली,चंडीगढ़,मुंबई वगैरह के किसी भी प्रतिष्ठित अस्पताल में खुद जाकर देख लें। वहां आपको अनेक विदेशी रोगी और उनके परिजन बैठे मिल जाएंगे। इनमें अफ्रीकी और खाड़ी देशों के रोगियों की तादाद भी खासी रहती है। भारत में ओम...