श्री क्षेत्र सिद्धगिरि मठ के 49वें मठाधिपति श्री काडसिद्धेश्वर स्वामी जी ने स्वस्थ भारत यात्रा-2 को देश के गरीब और बीमारियों और उसके कारगर इलाज से अंजान लोगों के लिए बहुत उपयोगी व सराहनीय बताया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे स्वस्थ भारत यात्रा का हर जगह स्वागत करें और हर संभव उनको सहयोग भी करें।
स्वामी जी ने देशवासियों के यह संदेश उनसे मिलने आए स्वस्थ भारत यात्रा-2 के प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह और उनके सहयोगियों से बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी जीवन पद्धति अपनानी चाहिए, जिससे हम बीमार ही न हो। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य को लेकर उनके मठ की ओर से गांव-गांव में स्वच्छता अभियान के साथ योग शिविरों के आयोजन, बच्चों को पोषण के लिए स्वर्ण घोल देने के साथ जहर-मुक्त खेती को बढावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं। उन्होंने जेनरिक दवाइयों को बढावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए यह जानकारी दी कि उनके मठ के अस्पतालों में भी आने वाले हरेक मरीज को जेनरिक दवाइयां ही दी जाती है।
इसके पूर्व यात्री दल कनेरी स्थित श्री काडसिद्देश्वर हाई स्कूल एवं जूनियर कॉलेज में पहुंचे जहां हजारों विद्यार्थियों व शिक्षकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यहां विद्यार्थियों की सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ गांधीवादी चिंतक प्रसून लतांत ने कहा कि आप सबको देखकर मेरा जिज्ञासा भाव जग गया है, मेरा बचपन याद आ रहा है। यह सब जीवन का सबसे खूबसूरत लम्हा है। जहां से आप अपने स्वस्थ जीवन की तैयारी की शुरुआत कर सकते हैं और इसमें आपको आपके शिक्षक भरपूर मदद कर सकते हैं। हमें ऐसी जीवन पद्धति अपनानी चाहिए जिससे हम किसी तरह की बीमारी से ग्रस्त न हो। हमें बचपन से ही अच्छी आदते सीख लेनी चाहिए।
इस अवसर पर आशुतोष कुमार सिंह ने अपनी पिछली स्वस्थ भारत यात्रा की याद ताजा करते हुए कहा कि तब मैं बालिकाओं कि सेहत की बात करने आया था अब हम सबके स्वास्थ्य की चिंता लेकर आए हैं। यह यात्रा बा-बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर साबरमती आश्रम से शुरू हुई है। गांधी जी भी एक ऐसी जीवन पदधति अपनाने पर जोर देते रहे जिसमें दवाइयों की जरूरत न हो। लेकिन आज जमाना बदल गया है और दवाइयां जरूरत बन गई हैं ऐसे में हमें जेनरिक दवाइयों का उपयोग करना चाहिए। इस दिशा में सरकार ने पहल की है और अभी तक पूरे देश में तकरीबन 5000 जनऔषधि केन्द्र खुल चुके हैं। श्री सिंह ने सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों से अपील की कि वे जेनरिक दवाइयों के अधिकतम इस्तेमाल की बात घर-घर पहुंचाएं ताकि आर्थिक रुप से कमजोर आदमी बीमारी के इलाज में तबाह न हो सके। उन्होंने जेनरिक दवाइयों को सस्ती व कारगर बताते हुए कहा कि महंगी दवाइयों के कारण अपने देश में प्रत्येक वर्ष 3-4 फीसद लोग गरीब हो जाते हैं। ऐसी परिस्थिति वाले मुल्क में महंगी दवाइयां बेचना एक तरह से राष्ट्रद्रोह के समान है और सरकार को चाहिए कि वे महंगी दवाई बेचने वालों पर लगाम लगाए।
इसके पूर्व शिक्षकों व विद्यार्थियों ने यात्री दल के सदस्यों आशुतोष कुमार सिंह, डॉ. सोम शेखर, प्रसून लतांत, अशोक प्रियदर्शी, विनोद रोहिल्ला, पवन कुमार, विवेक शर्मा, प्रियंका सिंह व शंभू कुमार को पुष्प-गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर यात्री दल ने कनेरी मठ एवं स्कूल प्रशासन को आभार पत्र तथा स्कूल के शिक्षकों पी.जी.पाटील, एम.एन.राउत, फी.डी.कांबले और पर्वेक्षक श्रीमती एम.एस.पंवार तथा कनेरी मठ के महेश जी व विक्रम जी को सहभागिता पत्र देकर सम्मानित किया।
गौरतलब है कि विगत 7 वर्षों से स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में काम कर रहे है स्वस्थ भारत (न्यास) ने महात्मा गांधी के150 वीं जयंती वर्ष में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने की अनूठी पहल की है। संस्था ने गांधी को याद करते हुए स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि पोषण और आयुष्मान विषय पर देश की आम जनता को जागरूक करने का मैराथन संकल्प लिया है।
‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम् रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन’, तुलसी लगाइए रोग भगाइए’, ‘नो योर डॉक्टर नो योर फार्मासिस्ट’ एवं ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ सहित दर्जनों जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत एवं जागरूक करने का न्यास ने प्रयास किया है।
संस्था ने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का काम किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से संस्था स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर निकली है। इस यात्रा का ध्येय वाक्य है-‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’।
यात्रा के सहयोगी
स्वस्थ भारत यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक अनिल सौमित्र ने बताया कि इस यात्रा में तमाम सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं का सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना’, ब्रेन बिहैवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मेवाड़ विश्वविद्यालय, कस्तूरबा हेल्थ सोसाइटी, स्पंदन, हीलिंग सबलाइम फाउंडेशन, सोशल रिफॉम्र्स एवं रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, सर्च फाउंडेशन, हिन्दुस्थान समाचार समूह सहित तमाम जनसरोकारी गैर-सरकारी संस्थाओं, साइनोकेम फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, क्योरटेक स्कीनकेयर, मस्कट हेल्थ सीरीज प्रा. लिमिटेड, और सनकेयर फार्मास्यूटिकल्स प्रा.लिमिटेड जैसी गुणवत्तायुक्त जेनरिक दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों के साथ-साथ देश के कई शिक्षण संस्थानों का सहयोग एवं समर्थन प्राप्त हो रहा है।
इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, कनेरी मठ के श्री काडसिद्धेश्वर स्वामी जी, वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पदयात्रा के संयोजक रहे एचएन शर्मा, मेवाड़ विश्वविद्यालय के चेयरमैन अशोक गदिया, देश-दुनिया के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग अग्रवाल, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष कुमार, वरिष्ठ ब्रेन एनालिस्ट डॉ. आलोक मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह, उमेश चतुर्वेदी, ओमप्रकाश अश्क, ओमप्रकाश तिवारी सहित सैकड़ों पत्रकार मित्रों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही लाइफ एवं वेलनेस कोच डॉ. अभिलाषा द्विवेदी, वरिष्ठ स्तंभकार शशांक द्विवेदी एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता ठाकुर का विशेष मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है। स्वस्थ भारत के संरक्षक मंडल एवं मार्गदर्शक मंडल के वैचारिक सहयोग ने इस यात्रा को परिकल्पित करने में विशेष मदद की है।