आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी के अवसर पर तिरंगा महोत्सव। दिल्ली देश की राजधानी की सुप्रसिद्ध सामाजिक संगठन संस्था चेतना द्वारा आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में तिरंगा महोत्सव का भव्य आयोजन रोहिणी स्थित होटल क्राउन प्लाजा में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ठ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ।इसके पश्चात पूर्व वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली जी के निधन पर। पुष्पांजलि – श्रद्धांजलि अर्पित की गई। टीम चेतना, विशिष्ठ अतिथियों एवम् इस प्रोग्राम के प्रायोजक परिवार का परिचय अध्यक्ष श्री राजेश चेतन जी ने दिया। तत्पश्चात आचार्य महाप्रज्ञ जी के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण किया गया। सभी विशिष्ट अतिथियों का आचार्य महाप्रज्ञ जी के साहित्य से सम्मान किया गया। पूरा कार्यक्रम तिरंगे की थीम पर आयोजित था। कार्यक्रम के प्रथम केसरिया सत्र में केसर घाटी – तब और अब पर पावन चिंतन धारा के संस्थापक श्री गुरु पावन सिन्हा जी ने आचार्य महाप्रज्ञ जी को भावांजलि देते हुए केसरिया घाटी (कश्मीर) के सम्पूर्ण इतिहास की रोचक जानकारी प्रस्तुत की। सरदार प्रताप फौजदार ने तिरंगा पर काव्यपाठ किया। श्वेत सत्र “सफेद धन की अर्थव्यवस्था और चुनौतियां” विषय पर सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. भरत झुनझुनवाला ने वर्तमान अर्थव्यवस्था , उसमे आ रही समस्याओं एवम् उनके समाधान पर अपने विचारों की प्रस्तुति दी व श्रोताओं की जिज्ञासा का समुचित समाधान भी दिया। युवा कवि सुदीप भोला ने अर्थव्यवस्था पर काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। हरा सत्र “पर्यावरण सुरक्षा” विषय पर डॉ. बजरंग लाल गुप्ता ने ना सिर्फ बाहरी अपितु आंतरिक पर्यावरण की शुद्धि पर मार्मिक वक्तव्य देते हुए आत्मशुद्धि हेतु विशेष सजग रहने की प्रेरणा दी। पर्यावरण पर ओजस्वी कविता गजेन्द्र सोलंकी ने काव्यपाठ किया। इस आयोजन में संस्कार भारती दिल्ली के चित्रकारों ने लाइव पेंटिंग्स का प्रदर्शन करते हुए तिरंगा, आचार्य महाप्रज्ञ, पर्यावरण आदि पर चित्र बनाते हुए अपनी अद्भुत कला का परिचय दिया। सुश्री अक्षिता दाधीच (गुरु हरीश गंगानी की शिष्या) ने कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुति से सबको मंतरमुग्ध कर दिया।इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा चयनित विशिष्ठ आविष्कार हेतु सुश्री प्राची बंसल का अभिनंदन भी किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कवि संगम के अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल, सुप्रसिद्ध उद्योगपति सी. एल. लोहिया, सुप्रसिद्ध साहित्यकार नरेश शांडिल्य, अनिल गुप्ता, विजय चोपड़ा, इन्द्र बैगाणी, रवि जैन, युगल मल्होत्रा, मनोज अग्रवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रोताओं को आचार्य महाप्रज्ञ जी की एक पुस्तक भेंट की गई। पूरे कार्यक्रम का संचालन अपने चिर-परिचित अंदाज में श्री राजेश चेतन ने किया।