विकसित गाँव: विकसित राष्ट्र अभियान के नए ब्रांड एम्बेसडर
विकसित गाँव : विकसित राष्ट्र अभियान को आगे बढ़ाने के लिए पश्चिमी बंगाल के शिक्षा समूह टेक्नो इंडिया ने बड़ी पहल की। डायलॉग इंडिया एवं मौलिक भारत की संस्तुति पर देश भर के 20 से अधिक राजनीति, सिविल सेवा, उद्योग, व्यापार, साहित्य, पत्रकारिता व समाज सेवा से जुड़ी समाजोन्मुखी व्यक्तित्वों को मानद उपाधि देने की प्रक्रिया शुरू की। आशय यह है कि ये लोग अभियान के ब्रांड एम्बेसडर बन इसे आगे बढ़ाएंगे। इनमें से 9 लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। जिनके नाम निम्न प्रकार है –
रमेश विधूड़ी सांसद, रविंद्र पांडे सांसद, श्रीमती रश्मि सिंह आईएएस, सरोज कुमार आईएएस, राघवेंद्र पाल सिंह आईआरएस, राहुल चौधरी निदेशक, सीजी कॉर्प ग्लोबल, आर.के. महतो चेयरमैन जीटीसी ग्रुप, नरेंद्र अग्रवाल निदेशक, डेअरसेल समूह, कवि गजेंद्र सोलंकी व अनुज अग्रवाल, संपादक डायलॉग इंडिया।
इस हेतू टेक्नो इंडिया यूनिवर्सिटी ने 16 जनवरी को अपने कलकत्ता के निकट स्थित जल्द शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय केम्पस में इन सभी लोगों का सम्मान किया व ग्रुप के चेयरमैन गौतम राय चौधरी ने अपनी कार्ययोजना सबके सामने रखी। यूनिवर्सिटी का प्रस्ताव है कि जिन प्रतिष्टित लोगों को वह मानद डॉक्टरेट दे वे ग्रामीण विकास व गरीबी दूर करने के उनके मिशन व महाअभियान में सलाहकार व प्रोफेसर एमेरिटस के रूप में कार्य करें। इसी लिए यूनिवर्सिटी ने पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग की भी स्थापना की है।
केसरीनाथ त्रिपाठी जी का अदभुत व्यक्तित्व
हाल ही के कलकत्ता दौरे में सबसे यादगार व रोमांचक बैठक पश्चिमी बंगाल के राज्यपाल महामहिम केसरीनाथ त्रिपाठी जी से रही। मौलिक भारत के संयोजक व प्रसिद्ध कवि गजेंद्र सोलंकी जी का त्रिपाठी जी से खासा गहरा परिचय था। उन्होंने यकायक महामहिम जी को फोन लगाया तो उतनी ही तत्परतापूर्वक त्रिपाठी जी ने उन्हें राजभवन में आमंत्रित कर लिया। लगे हाथ उन्होंने हम मित्रों को भी साथ लाने की अनुमति ले ली। हम शारजाह से आए उद्योगपति आर के महतो, आई आर एस राघवेंद्र सिंह, लखनऊ के मित्र एस पी सिंह व अमर सिंह पटेल व दिल्ली से जितेंद्र तिवारी आदि देर शाम हम लोग अति भव्य पूर्व वायसराय भवन यानि राजभवन पहुंचे। सामान्य औपचारिकताओं के बाद जब त्रिपाठी जी हम लोगों से मिलने आए तो बहुत ही सहज थे। सोलंकी जी से उनकी आत्मीयता खासी गहरी थी और चूंकि त्रिपाठी जी भी राजनेता व विधिवेत्ता के साथ कवि भी है और दोंनो कई बार कवि सम्मेलनों में मंच भी सांझा कर चुके है तो शीघ्र ही वार्तालाप बहुत ही सहज स्तर पर पहुंच गया। अपने राजनीतिक जीवन के उतार चढ़ाव, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के रूप में आई चुनोतियाँ, सपा और बसपा की राजनीति की अंदरूनी बातों और अनेक अंदरखाने की रहस्यमयी बातों को वे सिलसिलेवार बताते गए और हम हतप्रभ उसे सुनते रहे। अपने इन अनुभवों व विस्फोटक रहस्यों को वे अपनी आत्मकथा में लिखने जा रहे हैं इसलिए इनका जिक्र करना उपयुक्त नहीं होगा, मगर पश्चमी बंगाल की राजनीति व हालात के बारे में उन्होंने कई चौकानें वाली बातें बताई जैसे कि :
1. सरकारी सूचना के अनुसार प बंगाल से प्रतिवर्ष 25 लाख गायें बांग्लादेश अवैध रूप से जा रही हैं और इस कारण बांग्लादेश बीफ निर्यात के बड़े देशों में उभर चुका है। बिना ममता बनर्जी सरकार के समर्थन के यह संभव नहीं।
2. मुर्शिदाबाद और माल्दा जिले बांग्लादेशी मुस्लिम बहुल हो चुके हैं और वहाँ हिन्दुओ के लिए जीना मुहाल है।
3. कलकत्ता के मुस्लिम बहुल इलाकों में हिन्दू महिलाओं का शोषण आम बात है।
4. वो लगातार इन सभी मुद्दों पर ममता सरकार पर कदम उठाने के लिए दबाब बनाए रहते हैं।
कुल मिलाकर एक राष्ट्रवादी,कवि, ज्ञानी, विद्वान, संविधानविद, व्यावहारिक समझ वाले, सरल और सहज व्यक्तित्व से 90 मिनिट की यह मुलाकात का प्रभाव और इसकी यादे अमिट रहेंगी मेरे मानस पटल पर।
डायलॉग इंडिया के संपादक
डायलॉग इंडिया पत्रिका के समूह सम्पादक श्री अनुज अग्रवाल की उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जुड़ी जब एआईसीटीई – आईईसीएसएमई सैगी की पहल से उनके द्वारा किए गए कार्य के आधार पर उनके नाम की अनुशंसा टेक्नो इंडिया यूनिवर्सिटी, पश्चिम बंगाल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स को एमेरिटस प्रोफेसर के रूप में नियुक्त करने की अनुशंसा की और इसके साथ ही यूजीसी के दिशा निर्देशों के आधार पर उन्हें डी. एस.सी (डॉक्टर ऑफ साइंस) और डी. लिट. (डॉक्टर ऑफ लिटरेचर ) की मानद उपाधि प्रदान करने की अनुशंसा यूजीसी और पश्चिम बंगाल के माननीय गवर्नर से की । श्री अनुज अग्रवाल को विश्वविद्यालय के कोलकता परिसर में16 जनवरी 2018 को एक सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया.