बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद बुधवार को साबरमती आश्रम से निकली स्वस्थ भारत यात्रा-2 गुरुवार को सूरत पहुंची। सिटी ऑफ सन सूरत में यात्रा दल का जगह-जगह जोरदार स्वागत हुआ। दल के सदस्यों ने सूरत महानगरपालिका में स्थित दर्जनों प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्रों का निरीक्षण किया। दल के प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह ने कारगिल चौक, पुनागाम स्थित प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र का उद्घाटन भी किया। यहां सैकड़ों स्थानीय नागरिकों ने श्री सिंह का अभिनंदन किया। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि यहां उपस्थित सभी जन जरूरत पड़ने पर जनऔषधि का ही प्रयोग करें और अपने आस-पास के रहने वालों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत (न्यास) जनऔषधि को लेकर फैले भ्रम को लगातार दूर करने का काम कर रहा है। इसी कड़ी में हमलोग 21000 किमी की यात्रा पर निकले हैं। हम चाहते हैं कि लोगों के मन में जनऔषधि अथवा जेनरिक दवाइयों को लेकर जो भ्रम है वो दूर हो और वो सस्ती एवं गुणवत्तायुक्त जेनरिक दवाइयों का जरूरत पड़ने सेवन करें। श्री सिंह ने अपनी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक जेनरिकोनॉमिक्स का हवाला देते हुए कहा कि मैंने इस पुस्तक में जेनरिक से संबंधित उन तमाम भ्रमों को दूर करने का प्रयास किया है। यह पुस्तक कुछ स्थानीय जनऔषधि केन्द्रों पर उपलब्ध है।
करगिल चौक से स्वस्थ भारत यात्रा बाइक रैली शुरू हुई जो सूरत महानगरपालिका के विभिन्न इलाकों से गुजरती हुई अडाजन स्थित प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र पहुंची। जहां स्थानीय निगम पार्षद अनिल भाई बिस्किट वाला ने यात्री दल का स्वागत किया। इस अवसर पर निगम पार्षद ने चिकित्सकों से अपील करते हुए कहा कि मरीजों को जनऔषधि प्रिसक्राइब करें। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कुछ चिकित्सक ऐसा कर भी रहे हैं, उनका यह कदम स्वागत योग्य है।
सूरत जनऔषधि की व्यापकता का अंदाजा इस बात से लगा कि यहां के तमाम केन्द्रों के संचालक एकजुट हैं और जनता हित साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उनकी इस एकता की सराहना करते हुए यात्री दल प्रमुख ने कहा कि इस तरह के प्रयोग अन्य शहरों में भी हो तो निश्चित रूप से दवाइयों पर किए जाने वाले खर्च में 80 फीसदी तक की कमी आ जाएगी। यह पैसा देश के विकास में लगाया जा सकता है।
सूरत में हुए आयोजन के बाद मीडिया से बात करते हुए यात्री दल के सदस्यों ने कहा कि सूरत में जनऔषधि का विस्तार जिस तेजी से हो रहा है, उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अडाजन स्थित जनऔषधि केन्द्र की मासिक बिक्री करीब सात लाख रुपये की है। इससे वे लोग प्रेरणा ले सकते हैं जिन्हें लगता है कि जनऔषधि केन्द्र खोलना घाटे का सौदा है।
इस असर पर गांधीवादी चिंतक प्रसून लतांत ने सूरतवासियों की स्वच्छता की सराहना करते हुए कहा कि वर्षों पूर्व इसी शहर से चाफेकर बंधुओं ने स्वस्छता के लिए कुर्बानी देकर दुनिया को स्वस्थ रहने का संदेश दिया था। यात्री दल के 82 वर्षीय सदस्य डॉ सोम शेखर ने लोगों को स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि पोषण और आयुष्मान के बारे बताते हुए कहा कि हम सबको अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि हम दीर्घायु हो सकें।
इस मौके पर स्वस्थ भारत (न्यास) की ओर से निगम पार्षद अनिल भाई बिस्किट वाला तथा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के अधिकारी मीतेश भाई पांडया को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दर्जन भर लोगों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी दिया गया। यात्रा के अगले पड़ाव के बारे में बताते हुए मीडिया समन्वयक अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि हमारा अगला पड़ाव दमन है उसके बाद हम मुंबई होते हुए पुणे जाएंगे।
गौरतलब है कि विगत 7 वर्षों से स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में काम कर रहे है स्वस्थ भारत (न्यास) ने महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने की अनूठी पहल की है। संस्था ने गांधी को याद करते हुए स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि पोषण और आयुष्मान विषय पर देश की आम जनता को जागरूक करने का मैराथन संकल्प लिया है।
‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम् रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन’, तुलसी लगाइए रोग भगाइए’, ‘नो योर डॉक्टर नो योर फार्मासिस्ट’ एवं ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ सहित दर्जनों जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत एवं जागरूक करने का न्यास ने प्रयास किया है।
संस्था ने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का काम किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से संस्था स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर निकली है। इस यात्रा का ध्येय वाक्य है- ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान‘।