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स्वस्थ भारत यात्रियो का कर्नाटक में प्रवेश, के.एच.आई. ने किया समर्थन

कर्नाटक के घटप्रभा स्थित कर्नाटक हेल्थ इंस्टिट्यूट ( के.एच.आई.) के प्रमुख और विख्यात डाँ. घनश्याम वैद्य ने कनेरी मठ से चलकर के.एच.आई पहुंचे स्वस्थ भारत यात्रा-2 के यात्रियो से कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वस्थ भारत यात्रा न केवल महत्वपूर्ण है बल्कि देश में इस तरह की यह अकेली पहल भी है। उन्होने कहा कि आज के दौर में  चिकित्सा के क्षेत्र में लोग अकेले पड गए हैं और वे पर्याप्त और जरूरी जानकारी के अभाव में तवाह हो रहे हैं। दवा कम्पनियाँ केवल अपने मुनाफे के लिए लूट में शामिल हैं। मरीजो की उन्हे कोई परवाह नहीं। ऐसे में स्वस्थ भारत यात्रा आम लोगो के हित में सहायक साबित होगी।

डाँ. वैद्य ने स्वस्थ भारत यात्रा के यात्रियो का स्वागत और अभिनंदन करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की प्रेरणा से 80 वर्ष पहले ग्रामीण स्वास्थ्य के लिए स्थापित के.एच.आई महात्मा गांधी के विचारो के  अनूरूप कार्य करती आ रही है। यहाँ प्रतिदिन प्रार्थना से कार्य आरम्भ होता है और महीने में एक दिन ध्वज वंदन भी होता है जिसमें सभी कर्मी शामिल होते हैं। यहाँ देशभक्ति का माहौल है और सभी लोग इस बात के लिए प्रेरित हैं कि हमें गरीबो के लिए काम करना है। स्वस्थ भारत यात्रा-2  का नेतृत्व स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिह कर रहे हैं। उनकी यात्रा टीम में प्रसून लतांत, डाँ. सोम शेखर, अशोक प्रियदर्शी, प्रियंका सिह, विनोद रोहिल्ला, पवन कुमार, विवेक शर्मा और शंभू कुमार शामिल हैं।

के.एच.आई के संस्थापक डाँ. हार्डीकर के आवास में डाँ घनश्याम वैद्य की अध्यक्षता में आयोजित सभा में स्वस्थ भारत यात्रा के प्रमुख आशुतोष कुमार सिह ने कहा कि केएचआई शुरू से हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहा है क्योकि यह संस्थान गरीबो की सेवा के लिए समर्पित है। उन्होने केएचआई को पिछले आठ दशको से गरीबो के लिए काम करने वाली संस्था बताते हुए कहा कि इसकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। श्री सिह ने अपेक्षा जाहिर की कि केएचआई जैसे संस्थान देश के हर राज्य में बने। उन्होने स्वस्थ भारत यात्रा-2 के मकसद उजागर करते हुए कहा कि इस बार की यात्रा का ध्येय स्वस्थ भारत के तीन आयाम- जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान हैं।

इस मौके पर गांधीवादी चिंतक प्रसून लतांत ने कहा कि देश में आज भी आधे से अधिक लोग साक्षर नहीं हैं। सभी लोग अंधविश्वास में जीते हैं और इलाज के मामले में सही निर्णय नहीं ले पाते। इसलिए स्वास्थ्य को लेकर जन-जन में जागरण चलाना जरूरी है। आज लोगो की जीवन शैली बदली है। खान-पान भी बदल गया है। इससे बीमारियाँ बढ रही हैं और खर्च भी बढ रहा है। इस पर नियंत्रण जरूरी है।

सभा के समापन के पूर्व स्वस्थ भारत न्यास की ओर से केएचआई के सीएमओ को जहाँ आभार पत्र समर्पित किया गया, वही ग्रामीण स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए डाँ. अलकनंदा एम वैद्य, डाँ. पीएस तेरानी, श्री एमपी घोडके, श्री एसबी देशपांडे, श्री बीएन शिंदे, श्री के सुकुमारन, श्री चेनप्पा जोडट्टी, श्रीमती विमल आपटेकर, श्रीमती राधा करवीर, श्री प्रकाश एम मोरे, श्री बासप्पा, श्री सिकंदर आर मकानदार, श्री वसवराज हत्तिगौडार, श्रीमती रजनी कुलकर्णी और रमेश जरली को सहभागिता पत्र प्रदान किया गया।

इस मौके पर स्वस्थ भारत के प्रमुख अशुतोष कुमार सिह ने बीएन शिंदे को स्वस्थ भारत अभियान का कर्नाटक प्रदेश सन्योजक घोषित किया। इस घोषणा का मौके पर मौजूद सभी डाँक्टरो और कर्मचारियो ने स्वागत किया।

गौरतलब है कि विगत 7 वर्षों से स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में काम कर रहे है स्वस्थ भारत (न्यास) ने महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने की अनूठी पहल की है। संस्था ने गांधी को याद करते हुए स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि पोषण और आयुष्मान विषय पर देश की आम जनता को जागरूक करने का मैराथन संकल्प लिया है।

‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम् रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन’, तुलसी लगाइए रोग भगाइए’, ‘नो योर डॉक्टर नो योर फार्मासिस्ट’ एवं ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ सहित दर्जनों जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत एवं जागरूक करने का न्यास ने प्रयास किया है।

संस्था ने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का काम किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से संस्था स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर निकली है। इस यात्रा का ध्येय वाक्य है- ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’।

केएचआई के प्रमुख डाँ. घनश्याम वैद्य ने चिकित्सा संबंधी एक महत्वपूर्ण पुस्तक  “जनरल प्रैक्टिस” भेंट की। इस पुस्तक का अबतक पाँचवा प्रकाशित हो चुका है। इसी के साथ उन्होने अपने पिता और केएचआई के संस्थापक डाँ.एमके वैद्य की तीम पुस्तके “अ नेवर वर्ल्ड एंड अ नेवर विज़न”, “द ग्रेट वंडर्स औफ हयूमन वौडी”, “अवर हेल्थ” भेंट की।

यात्रा के सहयोगी

स्वस्थ भारत यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक अनिल सौमित्र ने बताया कि इस यात्रा में तमाम सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं का सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना’, ब्रेन बिहैवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मेवाड़ विश्वविद्यालय,कस्तूरबा हेल्थ सोसाइटी, स्पंदन, हीलिंग सबलाइम फाउंडेशन, सोशल रिफॉम्‍र्स एवं रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, सर्च फाउंडेशन,हिन्दुस्थान समाचार समूह सहित तमाम जनसरोकारी गैर-सरकारी संस्थाओं, साइनोकेम फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड,क्योरटेक स्कीनकेयर, मस्कट हेल्थ सीरीज प्रा. लिमिटेड, और सनकेयर फार्मास्यूटिकल्स प्रा.लिमिटेड जैसी गुणवत्तायुक्त जेनरिक दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों के साथ-साथ देश के कई शिक्षण संस्थानों का सहयोग एवं समर्थन प्राप्त हो रहा है।

इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय,  कनेरी मठ के श्री काडसिद्धेश्वर स्वामी जी,कर्नाटक हेल्थ इंस्टिट्यूट के प्रमुख और प्रख्यात चिकित्सक डाँ. घनश्याम वैद्य,  वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पदयात्रा के संयोजक रहे एचएन शर्मा, मेवाड़ विश्वविद्यालय के चेयरमैन अशोक गदिया, देश-दुनिया के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.अनुराग अग्रवाल, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष कुमार, वरिष्ठ ब्रेन एनालिस्ट डॉ. आलोक मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह,उमेश चतुर्वेदी, ओमप्रकाश अश्क, ओमप्रकाश तिवारी सहित सैकड़ों पत्रकार मित्रों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही लाइफ एवं वेलनेस कोच डॉ. अभिलाषा द्विवेदी, वरिष्ठ स्तंभकार शशांक द्विवेदी एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता ठाकुर का विशेष मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है। स्वस्थ भारत के संरक्षक मंडल एवं मार्गदर्शक मंडल के वैचारिक सहयोग ने इस यात्रा को परिकल्पित करने में विशेष मदद की है।

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