सेना दिवस 2018 के अवसर पर सेनाध्यक्ष का संदेश
(दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर रिकॉर्ड किए जाने के लिए)
सेना दिवस 2018 के अवसर पर मैं सेना के सभी अधिकारी, जूनियर कमीशंड अधिकारी, नॅान कमीशंड अधिकारी, और अन्य रैंक, सिविलियन कर्मचारी, वीर नारी, Veterans तथा आपके परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ।
हम आने वाली चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने के लिये हमेशा तैयार और सक्षम रहेंगे। हमारा प्रत्येक सैनिक सेना का गौरव और नाम कायम रखने के लिये प्रतिबद्ध है। हमारे वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, उनके द्वारा कर्तव्य निभाते हुए दर्शाया गया साहस और बलिदान, हमें नए उत्साह के साथ अपने कर्तव्य निभाने के लिये प्रेरित करता रहेगा।
आज बीते वर्ष का आत्मविश्लेषण एवं चिन्तन करते हुए, हमें सुरक्षा की स्थिति को ध्यान में रखकर आने वाली चुनौतियों से निपटने की योजना बनानी है; 2017 में भारतीय सेना को सीमाओं पर और देश के अन्दर कई operations में सफलता प्राप्त हुई है। हमारे सैनिकों ने सीमाओं पर विरोधियों को करारा जवाब दिया है। आतंकवाद रोधी operations के दौरान मानवाधिकार के मूल्यों को कायम रखते हुए हमारा रवैया बेहद पेशेवर रहा है। प्रतिकूल और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हमारे सभी रैंक की नि:स्वार्थ कार्रवाई की वजह से जम्मू कश्मीर और उत्तर-पूर्व के सुरक्षा हालात में लगातार सुधार हो रहा है। विपदाओं के समय में हमारे सैनिकों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए देशवासियों को हमेशा राहत पहुँचाई है और उनके बहुमूल्य जीवन को बचाने में मदद करते आए हैं। हमारा राष्ट्र अपनी सेना पर गर्व करता है, और हमें अपने उद्देश्यों को सम्मान और गौरव के साथ हासिल करने के लिये हमेशा प्रोत्साहित करता रहता है।
हमारा मुख्य Focus राष्ट्र निर्माण को ध्यान में रखते हुए, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में प्रभावशाली operations करते रहना है। विश्व की अन्य सेनाओं के साथ भारतीय सेना के द्विपक्षीय संबंध बढ़ रहे हैं, जिसकी वजह से सैन्य कूटनीति का दायरा भी बढ़ रहा है। UN Missions में अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिये हमारे योगदान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की लगातार प्रशंसा मिलती रही है।
भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिये हमें अपनी आधुनिक क्षमताओं को बढ़ाना होगा। हमें अपने हथियार की बेहतर क्षमताओं के लिये आधुनिक तकनीक की जरुरत है। इन का श्रेष्ठ उपयोग करने के लिए हमें प्रशिक्षण में आवश्यक सुधार करते रहना होगा। तीनों Services के सभी उपलब्ध संसाधनों का संगठित इस्तेमाल तथा आपसी तालमेल, युद्ध के मैदान पर सफलता हासिल करने की बुनियाद है, और हमको इसके लिये लगातार प्रयास करते रहना है।
भारतीय सेना एक ऐसी संस्था है जो राष्ट्रीय मूल्यों और संस्कारों को कायम रखने में गर्व महसूस करती है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम अपने ऊपर स्थापित भरोसे को बनाए रखते हुए एक उभरते भारत की आकांक्षाओं को पूरा करते रहेंगे।
एक महान राष्ट्र के योग्य सैनिक होने के नाते, आइए हम एक बार फिर राष्ट्र सेवा के लिए स्वयं को पुन:समर्पित करें।
।जय हिंद।
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कर्नल अमन आनंद