हम अपने अन्तर्मन में भगवान राम को बैठा लेंगे तो वही अयोध्या बन जाएगी, और किसी भी दैत्य द्वारा कोई अपहरण या अनाचार नहीं हो पाएगा । उपरोक्त कथन विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहे । उन्होंने बताया कि दिसंबर 2023 में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा और हम मकर संक्रांति पर परिवार सहित प्रभु श्रीराम के दर्शन करें । वे आज नई दिल्ली के रोहिणी स्थित क्राउन प्लाजा होटल में चेतना संस्था द्वारा रामायण महोत्सव 2.0 को मनाते हुए चेतना के मंच से कहे । कार्यक्रम का शुभारंभ दीपांजली से श्री गौरव गुप्ता, श्री प्रकाश चंद जैन, श्री ऋषि राज, श्री आमोद अग्रवाल, श्री राजीव तुली, श्री मनोज गर्ग, कंसल परिवार एवं अन्य गणमान्य महानुभावों द्वारा किया गया। सर्वप्रथम गुरुकुल कथक केंद्र के कलाकारों द्वारा “नृत्य में राम” विषय पर श्री राम स्तुति पर कथक नृत्य करने के साथ सीता हरण के दृश्य पर नृत्य नाटिका का मंचन बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में “दलितों में राम” विषय पर श्री सुरेश बिंदल ने रामायण के प्रसंगों में निषादराज, केवट, शबरी,जटायु व संपाती जैसे पात्रों के माध्यम से बहुत सटीक व्याख्या करते हुए आज की जाति व्यवस्था पर कटाक्ष किया। रामायण महोत्सव को सार्थकता प्रदान करते हुए अंतरराष्ट्रीय कवि डॉक्टर अर्जुन सिसोदिया ने “काव्य में राम” विषय पर जब राम से जुड़े सवैये सुनाए तो होटल का सारा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उनके काव्य में धनुष भंग के प्रसंग की झलक देखिए प्रभु राम की जो भी चुनौती बना उसका बस भाग्य ही फूट गया, सब पुण्य ही क्षार हुए उसके और काल सभी कुछ लूट गया,प्रभु राम ही जब रूठ गए जिससे उसका सब मंगल छूट गया,जो भी राम की ओर रहा वो बचा, जो दूर रहा वो टूट गया।
कार्यक्रम के मंच संचालन का दायित्व चेतना संस्था के अध्यक्ष कवि राजेश चेतन ने काव्यात्मक शैली में निभाया । “लोक गीतों में राम” विषय पर विभिन्न अंचलों के लोकगीतों को विख्यात गायक स्वामी संजय प्रभाकर आनन्द ने सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी, उनके द्वारा सुनाई गई हरियाणवी लोकगीत की फड़क देखिए या साड़ी कित रंगवाई ए सखी, इसमै रंग श्रीराम का, इस साड़ी में अड़सठ तीरथ,चारु धाम निराला सै,सरयू का जल भरता दिखे , इसमें सरवन न्यारा सै। दशरथ नै बाण चलाई ए सखी, इसमें रंग श्रीराम का। महोत्सव में “विश्व में राम” विषय पर बोलते हुए मॉरीसस दूतावास की पूर्व वरिष्ठ अधिकारी डॉक्टर नूतन पाण्डेय ने अपने संबोधन में इंडोनेशिया, फीजी, मॉरीशस त्रिनिदाद आदि देशों में भगवान राम के वर्णन करते हुए भगवान राम की सर्वव्यापकता को बहुत सुन्दर प्रकाश डाला। “चित्रों में राम” विषय पर संस्कार भारती दिल्ली के चित्रकारों ने रामायण की कथाओं पर आधारित अनेक आकर्षक चित्रों को अपनी कलम से उकेर कर सबको हतप्रभ कर दिया। ये चित्र कलाकारों ने कार्यक्रम के दौरान ही उकेरे थे। “कथा में राम” विषय को छूते हुए भागवत भ्रमर श्री महेंद्र चतुर्वेदी ने भी प्रकाश डाला। “रामलीला के राम” के ऊपर बोलते हुए दिल्ली जानी-मानी पीतमपुरा की रामलीला के आयोजक श्रीकृष्ण बासिया व विनोद शर्मा ने अपने अनुभव सुनाए। चेतना संस्था द्वारा एक अनूठे अंदाज में इस कार्यक्रम का अंत “भक्तों के राम” पर उड़ान “कला का महाकुंभ” संस्था के कलाकारों के द्वारा एक लघु नाटिका के साथ किया।
अंत में समारोह के प्रायोजक जगदंबा कटलरी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री पवन कंसल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पूनम कंसल ने सभी अतिथियों का धन्यवाद कर अपने विचार प्रकट किए । इस अवसर पर कंसल परिवार से सांची-श्री कंसल एवं आरुषि-समर्थ कंसल के साथ साथ टीम चेतना के श्री राजकुमार अग्रवाल, श्री जे एस गुप्ता, श्री एन आर जैन, श्री अशोक बंसल, श्री भारत भूषण अलाबादी, श्री यसु रॉय शर्मा के अतिरिक्त अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।