उत्तर प्रदेश विधानसभा में सदन के अन्दर विस्फोटक पाए जाने से हडकंप मच गया है. हालांकि इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने आपात बैठक बुलाई है, मगर सवाल तो कई उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई कैसे? आखिर विस्फोटक इतनी सुरक्षा परतों को कैसे पार कर गया जबकि विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी मेटल डिटेक्टर के साथ तैनात रहते हैं. यह भी सच है कि पीईटीएन का इस्तेमाल दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में किया गया था. यह एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है.इस मामले में मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हो गयी है. इसमें कोई कोताही न बरतते हुए, विस्फोटकों के अन्दर जाने की पूरी जांच होनी चाहिए, हर भूमिका की जांच होनी चाहिए.