*भारतीय विमानन कंपनियां अगले एक-दो साल में 1,500 से 1,700 विमानों का ऑर्डर दे सकती हैं जबकि एयर इंडिया के 500 विमानों का ऑर्डर देने की संभावना है.*
*भारत में हवाई अड्डों की संख्या:*
1928-2014 – 74
2014-2022 – 147
*चीन और अमेरिका के बाद भारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हवाई प्रवासी मार्किट*
*भारतीय एयरलाइंस के बेड़े में कुल लगभग 700 कॉमर्शियल विमान हैं जो दुनिया की कुछ बड़ी विमानन कंपनियों से भी कम है. भारतीय विमानन बाजार की विशाल क्षमता को देखते हुए ज्यादा विमानों को शामिल करने की गुंजाइश है.*
कोरोना काल के बाद भारतीय बाजार सबसे आकर्षक विमानन बाजार के तौर पर पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है.
अगले दो सालों में भारत में लगभग सभी कंपनियों की तरफ से ज्यादा विमानों की खरीद का ऑर्डर दिए जाने की उम्मीद है. इनमें समूचे बेड़े को बदलना के साथ विस्तार भी वजह हो सकता है.
भारत में अबतक एविएशन इंडस्ट्री में अपनी क्षमता के अनुसार एयरलाइंस का संचालन नहीं किया गया है. ऐसे में इस कमी को दूर करने के लिए देश में एयरपोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है.
देश के हर इलाके में एयरपोर्ट बनाया जा रहा है जिससे सभी जगहों को एयर रूट से कनेक्ट किया जा सके. इसके साथ ही आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर एयरक्राफ्ट ऑर्डर से इंडस्ट्री को और बूस्ट मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा लोग फ्लाइट के जरिए देश में यात्रा कर पाएंगे.
*इस दिशा में पहला कदम एयर इंडिया उठा सकती है जिसके तहत वह लगभग 500 विमानों की खरीद का ऑर्डर देने वाली है. भारत को अपनी विमानन क्षमता पर खरा उतरने में संघर्ष करना पड़ा है. हालांकि भारत 21वीं सदी के वैश्विक विमानन बाजार के तौर पर अपना स्थान हासिल कर सकता है.*
**रमेश विघानी**