सफदरजंग अस्पताल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन भारत के सबसे बड़े तृतीयक उपचार परामर्श केंद्रों में से एक है, जो देश भर से आए प्रोस्टेट, गुर्दे, मूत्राशय के कैंसर जैसे यूरो-ऑन्कोलॉजिकल कैंसर और गुर्दे खराब होने जैसी बीमारियों से पीड़ित गरीब मरीजों को सेवाएं देता है।
यह सभी गरीब मरीजों के लिए मुफ्त रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू करने वाला भारत का पहला केंद्रीय सरकारी अस्पताल है। रोबोटिक सर्जरी में मरीज को कम से कम सर्जरी से गुजरना पड़ता है, रोगियों और कैंसर और गुर्दे खराब होने जैसी गंभीर बीमारियों पीड़ित मरीजों की मृत्यु जैसे मामलों में कमी आती है। रोबोटिक सर्जरी में 3-डी विजन, 10 गुनी ज्यादा और सटीकता के साथ अंग विच्छेदन करना संभव होता है। साथ ही परिचालन समय घटने से ज्यादा से ज्यादा मरीजों का इलाज संभव होता है और सर्जरी के लिए प्रतीक्षा सूची में भी कमी आती है।
यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट (मूत्र विज्ञान एवं गुर्दा प्रत्यारोपण) विभाग, एसजेएच और वीएमएमसी के विभागाध्यक्ष डॉ. अनूप कुमार रोबोटिक सर्जरी के इस्तेमाल से पहले ही प्रोस्टेट, गुर्दा, मूत्राशय कैंसर और एडवांस्ड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी सहित 25 सर्जरी कर चुके हैं।
एसजेएच ने भारत के गरीब मरीजों के वास्ते दो गुर्दा प्रत्यारोपण 24×7 ऑपरेशन थिएटर और किडनी खराब होने व यूरोलॉजी कैंसर के लिए एक समर्पित रोबोटिक ओटी सहित 21 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर समर्पित किए।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि एसजेएच के मूत्र विज्ञान एवं गुर्दा प्रत्यारोपण विभाग पहली अंतरराष्ट्रीय लाइव 3-डी लैपारोस्कोपिक सर्जरी वेब कास्ट शुरू कर चुका है, जिसके माध्यम से एक महीने में दो बार जटिल यूरो-ऑन्कोलॉजी और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी की जाती हैं। इसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ई-स्वास्थ्य ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम के साथ एकीकृत किया गया है, जो भारत के 52 चिकित्सा महाविद्यालयों से जुड़ चुका है। विभाग अब नवंबर, 2019 के दूसरे सप्ताह से रोबोटिक सर्जरी का अंतरराष्ट्रीय लाइव वेबकास्ट शुरू करने जा रहा है। युवा चिकित्सकों को प्रशिक्षण देने के लिए एक राष्ट्रीय रोबोटिक प्रशिक्षण केंद्र की भी स्थापना की गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गरीब मरीजों के लिए इस मुफ्त सुविधा को शुरू करने के लिए एसजेएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता की अगुआई वाली पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत की गरीब आबादी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित करने और विश्व स्तरीय विशेषज्ञता उपलब्ध कराने के विजन के अनुरूप ही है।