उड़ान सेवाओं का शुभारंभ हो जाने से अब कांडला के यात्रियों को अहमदाबाद होते हुए नासिक और हैदराबाद का सफर करने में सुविधा होगी जिससे उन्हें अपनी यात्रा में लगने वाला समय काफी घट जाएगा। यह ऐसी तीसरी उड़ान है जिसका संचालन कांडला हवाई अड्डे से होगा। मौजूदा समय में स्पाइसजेट और ट्रूजेट मुम्बई एवं अहमदाबाद के लिए दैनिक उड़ान का संचालन करती हैं। यही नहीं, इससे अब कच्छ के वाणिज्यिक केन्द्र गांधीधाम और देश के प्रमुख बंदरगाह दीनदयाल पोर्ट के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुलभ हो गई है।
‘उड़ान’ योजना के तहत आरसीएस (क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्कीम) रूटों पर हवाई यातायात में 242 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे जहां एक ओर समग्र उड्डयन नेटवर्क और भी ज्यादा सुदृढ़ एवं विस्तृत हो गया है, वहीं दूसरी ओर आम आदमी को अब बाजार आधारित सामान्य किराये पर सेवाएं मिल रही हैं।
एलायंस एयर अब ‘उड़ान-आरसीएस’ योजना के तहत स्वयं को आवंटित 50 रूटों पर अपनी सेवाओं का संचालन कर रही है। इतना ही नहीं, एलायंस एयर ने 16 नवम्बर, 2019 से चंडीगढ़-धर्मशाला रूट पर भी अपना दोतरफा परिचालन शुरू कर दिया है, जो उसे इस योजना के तहत उड़ान-आरसीएस रूट के ‘उड़ान 2 एवं उड़ान 3.1’ के अंतर्गत आवंटित हुआ था।
एयर इंडिया के साथ अपनी कोड शेयरिंग के जरिए एलायंस एयर न केवल देश के अंदर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी सुलभ करा रही है, बल्कि देश-विदेश में एयर इंडिया के नेटवर्क पर क्षेत्रीय यात्रियों को निर्बाध कनेक्टिविटी भी प्रदान कर रही है।
‘उड़ान’ दरअसल देश के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को आपस में कनेक्ट करेगी। लगभग 700 रूट भारत के उड्डयन बाजार में एक नए क्षेत्रीय सेगमेंट की बुनियाद डाल रहे हैं।