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आत्मनिर्भर भारत की ओर

सरकार ने स्वदेशी को बढ़ावा। देने के लिये 52000 करोड़ का अलग रक्षा फण्ड देश में निर्मित हथियारों के लिये दिया । इससे टाटा drdo द्वारा विकसित WHAP KESTRAL ,SSS डिफेंस की रईफल ,कल्याणी ग्रुप की आर्टिलरी तोप आदि की खरीद का रास्ता साफ हो गया । डिफेंस में 101 वस्तुओं की सूची जारी की गई है जिसका इम्पोर्ट नहीं हो सकता । इसमें SMALL TRASPORT AIRCRAFT भी शमिल है । NAL जो कि सरकारी कंपनी है एयरफोर्स को अब उसका बनाया SARAS हवाई जहाज खरीदना पड़ेगा । इसी तरह HAL का अटैक हेलीकॉप्टर LCH भी अब आर्मी को खरीदना ही पड़ेगा क्योंकि यह भी बाहर से IMPORT नहीं हो सकता  ।
मोदी जी अब दिशा सही पकड़ ली है । GLOBALIZATION का रास्ता छोड़कर अब LOCALIZATION यानि स्वदेशी की राह पकड़ ली है । मोदी जी आजकल जो भी उदबोधन हैं उनमें आत्मनिर्भर भारत को प्रमुखता से रखा जाता है । सरकार की तरफ से लगातार स्वदेशी की औऱ चरणबद्ध तरीके से प्रयास शुरू कर दिये गए हैं । अब सरकार की दिशा ठीक है गति धीमी होगी तो भी लक्ष्य तक पहुँच जाएंगे । मोदी जी अगर आप सच में आत्म निर्भर बनाना चाहते हैं तो
1. सनातन मिश्रित खेती की तरफ कदम उठाएं । APMC एक्ट में संशोधन इसकी तरफ एक कदम है । अगर सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के स्थान पर COST SUBSIDY सीधे खातों में दे । तो किसानों की दशा तो सुधरेगी वोटों में भी बम्पर इजाफा होगा ।
2. जीरो तकनीक के उत्पाद  FMCG GOODS जैसे बिस्कुट ,भुजिया ,तेल शैम्पू ,आदि लघु क्षेत्र के लिये आरक्षित कर दे । तो इस सेक्टर में hindustan lever जैसी विदेशी कंपनियों के स्थान पर स्थानीय स्तर पर करोड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा ।
3. उच्च तकनीक जैसे रेलवे ,तेल , रक्षा ,टेलिकॉम,airlines  में सरकारी पूँजीवाद के स्थान पर निजी सेक्टर को लाया जाए तो देश के आम लोगों के अरबों रुपये जो इन सरकारी पूँजीवाद के जरिये मंत्री ,अफसर ,कर्मचारियों की जेब में चला जाता है वह बचेगा ।
4. बैंकिंग ,insurance ,mutual fund आदि में केवल औऱ केवल सरकार का नियंत्रण होना चाहिये क्योंकि इनमें आम लोगों का पैसा लगा होता है । इसमें तकनीक से अधिक आम लोगों के पैसे की सुरक्षा जरूरी है ।
5. न्याय में अगर छोटे फैंसले पंचायतों पर छोड़ दिये जायें तो आम लोगों की जिंदगी बहुत आसान हो जाएगी ।

नई शिक्षा नीति का हम स्वगत करते हैं यह भी आत्म निर्भर भारत की तरफ एक कदम है ।

राजीव कुमार

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