नवाचार और उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग द्वारा
अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) संचालित किया जारहा है। एआईएम की ओर से
नवाचारी युवाओं से ‘एटीएल मैराथन – 2022-23’ नामक एक
प्रतियोगिता के अंतर्गत नवोन्मेषी आइडिया पर आधारित आवेदन आमंत्रित किये गए हैं।
एआईएम के अटल टिंकरिंग लैब्स कार्यक्रम के अंतर्गत शुरू की गई ‘एटीएल मैराथन’ भारत के
युवा नवप्रवर्तकों के लिए एक प्रमुख राष्ट्रीय स्तरीय इनोवेशन प्रतियोगिता है। यह प्रतियोगिता
उन ऐसे नवोन्मेषी युवाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है, जो अपने आसपास की
सामुदायिक समस्याओं को हल करने और कामकाजी प्रोटोटाइप या न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद
(एमवीपी) के रूप में अभिनव समाधान विकसित कर सकते हैं।
एटीएल मैराथन के इस संस्करण की थीम “भारत की जी20 प्रेसीडेंसी” है। जैसा कि भारत ने
इस वर्ष जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है, तो एआईएम ने फोकस के संबंधित क्षेत्रों में
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक मुद्दों पर जी20 कार्यसमूह की प्रभावी सिफारिशों के आधार पर
समस्या विवरण तैयार किए हैं।
यह विचार विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी वैश्विक चुनौतियों को हल करके न केवल बेहतर भारत, बल्कि
बेहतर दुनिया के लिए नवाचार हेतु छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर पैदा करना है। इस पहल को
छात्रों के लिए स्थानीय और वैश्विक समस्याओं को हल करने के एक अनूठे अवसर के रूप में
देखा जा रहा है।
इस वर्ष निर्धारित विषयों के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में भी छात्र अपनी परियोजनाएं जमा कर
सकते हैं। इस प्रतियोगिता के अंतर्गत चिह्नित समस्या विवरणों के अलावा स्थानीय समुदायों
की समस्याओं को हल करने से संबंधित विषय इसके अंतर्गत शामिल हो सकते हैं।
एटीएल मैराथन 2022-23 में शामिल होने का विकल्प अब हिंदी माध्यम के प्रतिभागियों के
लिए भी उपलब्ध है। छात्र अंग्रेजी और हिंदी में एटीएल मैराथन के बारे में सभी विवरण प्राप्त
कर सकते हैं और दोनों भाषाओं में अपनी प्रविष्टियां जमा कर सकते हैं।
शीर्ष टीमों को छात्र इनोवेटर प्रोग्राम के माध्यम से भारत के प्रमुख कॉर्पोरेट्स और इन्क्यूबेशन
सेंटर्स के साथ इंटर्नशिप करने और एआईएम, नीति आयोग से प्रमाण-पत्र प्राप्त करने तथा कई
तरह के अन्य रोमांचक अवसर भी उपलब्ध होंगे।
एआईएम के मिशन निदेशक डॉ चिंतन वैष्णव ने इस प्रतियोगिता के बारे में बताते हुए कहा है
कि “हमने पिछले मैराथन में कुछ शानदार नवाचार देखे हैं, और हमें विश्वास है कि इस साल
भी हमें काफी रोमांचक नवाचार देखने को मिलेंगे। छात्रों के लिए एटीएल मैराथन राष्ट्रीय
महत्व की समस्याओं को हल करने वाली एक शानदार यात्रा है।”
इस वर्ष की थीम के महत्व पर जोर देते हुए डॉ वैष्णव ने कहा है कि इस वर्ष मैराथन अधिक
महत्वपूर्ण है, क्योंकि छात्र जी20 के वैश्विक प्रासंगिक मुद्दों से प्राप्त समस्या विवरणों पर काम
करेंगे। उन्होंने छात्रों को इस सुनहरे अवसर का हिस्सा बनने के लिए आह्वान किया है।
इस प्रतियोगिता के विषयों के अंतर्गत शामिल शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यावरण, सतत् विकास,
डिजिटल इकोनॉमी, पर्यटन के अलावा प्रतिभागी अपने क्षेत्र की स्थानीय समस्या की पहचान
और उसके समाधान पर आधारित अपनी प्रविष्टियां 28 फरवरी 2023 तक भेज सकते हैं।
मैराथन के पिछले संस्करण में 7000 से ज्यादा नवाचारों की भागीदारी रही थी। इनमें से शीर्ष
350 प्रतिभागियों को भारत में प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ इंटर्नशिप के अवसर, एमआईएम,
नीति आयोग से पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्राप्त हुए थे।