हम सभी को थ्री ईडियट का वह द्रश्य याद होगा जब आमिर खान फ़िल्म में मोना सिंह की डिलवरी कराने के लिए करीना कपूर की सहायता ले रहा था और वहां पर उपलब्ध उपकरणों के साथ उसने प्रसव संपन्न किया था. ऐसा ही कुछ वाकया हुआ अहमदाबाद से पुरी जा रही अहमदाबाद पुरी एक्सप्रेस में. इंडिया टुडे में प्रकाशित एक खबर के अनुसार एमबीबीएस के अंतिम वर्ष छात्र विपिन खडसे ने अपने वरिष्ठों से व्हाट्सएप के माध्यम से एक बहुत ही जटिल डिलीवरी को सफलतापूर्वक संपन्न किया. जटिल इसलिए क्योंकि बच्चे का कन्धा ही दिखाई दे रहा था और बच्चे का सिर ऊपर की तरफ था.
हालांकि पहले तो विपिन ने टीसी द्वारा डॉ. के बारे में पूछे जाने पर मना कर दिया था क्योंकि वह अभी विद्यार्थी ही थे और उन्हें लगा कि उनसे अधिक प्रशिक्षित डॉ. ट्रेन में होंगे. मगर जब टीसी दोबारा डिब्बे में डॉ. के बारे में पूछने आया तो विपिन स्वेच्छा से उसके साथ गए. यह संयोग ही था, कि उनके फोन में नेटवर्क आ रहा था और उनके पास कुछ मेडिकल उपकरण भी थे. महिला की स्थिति को उन्होंने व्हाट्सएप पर अपने सीनियर को दिखाया और उनसे सलाह ली. इस जटिल सर्जरी के बाद जब उन्होंने देखा कि नवजात को सांस नहीं आ रही है तो उन्होंने यह भी अपने सीनियर से पूछा और फिर मुंह से सांस देकर नवजात की साँसों को वापस लाए.
इस सर्जरी के बाद जब ट्रेन नागपुर पहुँची तब महिला और बच्चे को रेलवे के डॉ. ने देखा और एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था की गयी.
इस सर्जरी के लिए व्हाट्स एप जैसे एप का वाकई आभार व्यक्त करना चाहिए. इस घटना का लिंक है:
https://www.facebook.com/vipin.khadse/posts/1420299781368237