-पंजाब में हालात कुछ ठीक नहीं मालूम पड़ रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वीरवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह बातचीत करीब 40 मिनट तक चली।
इसमें पाकिस्तान से हो रही ड्रग तस्करी पर चर्चा हुई। साथ ही सीमा पर सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय बनाने करने पर भी बात हुई। अब यह जानकारी सामने आई है कि केंद्र सरकार केंद्रीय सुरक्षा बलों की 50 कंपनियों को पंजाब भेजने का फैसला किया है। यह कंपनियां झारखंड से पंजाब पहुंचेंगी। इनमें CRPF की 10, RAF 8, BSF की 12, ITBP की 10 और SSB की 10 कंपनियां शामिल हैं।
देश विरोधी गतिविधियों को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गृह मंत्री शाह को बताया कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह ड्रग माफियाओं को संरक्षण दे रहा है। कई खतरनाक गैंगस्टर गिरफ्तार किए गए हैं। सबसे बड़ी बात यह कि बैठक में अमृतपाल सिंह के मसले पर भी चर्चा हुई। हाल ही में उसके समर्थकों ने अजनाला में थाने में घुसकर हंगामा किया था। सनद रहे पंजाब राज्यपाल बीएल पुरोहित ने 1 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। संकेत बड़े साफ हैं कि देश विरोधी गतिविधियों को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कामयाब नहीं होंगे पाकिस्तान के मंसूबे
सीएम मान ने ट्वीट कर जो जानकारी साझा की है उससे भी संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान के किसी भी नापाक मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। मान ने कहा- आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीमा पर ड्रोन और ड्रग्स के मुद्दे पर चर्चा की। सीमा पर कंटीले तार शिफ्ट करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। पंजाब का रुका हुआ ग्रामीण विकास कोष जल्द जारी करने की गुजारिश भी मैंने गृह मंत्री जी से की। अब केंद्र और पंजाब कानून-व्यवस्था के मसले पर एकजुट होकर काम करेंगे। बैठक में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर कंटीली तार के पास की जमीनों के संबंध में भी चर्चा की गई।
जी-20 बैठकों के लिए चप्पे-चप्पे पर तैनात होंगे जवान
गौरतलब है कि अमृतसर में जी-20 की 2 बैठकें होने वाली हैं। इसके लिए सैंकड़ों विदेशी डैलीगेट्स अमृतसर आएंगे। पाकिस्तान के बिल्कुल नजदीक होने जा रहे इस आयोजन के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए पंजाब पुलिस के आला अधिकारी लगातार केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के संपर्क में हैं। पंजाब सरकार की ओर से इसी आयोजन के दौरान होने वाले होला महल्ला जैसे बड़े आयोजन को लेकर भी चर्चा की गई है। मान सरकार ने केंद्र से गुजारिश की है कि राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराए जाने की सख्त जरूरत है।
दंगा रोधी उपकरणों और गोला बारूद से लैस होंगे जवान
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर पंजाब में 6 से 16 मार्च तक इन कंपनियों को तैनात किए जाने की बात कही जा रही है। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय सुरक्षा बलों की कंपनियों के जवानों को सभी प्रकार के दंगा रोधी उपकरणों और गोला बारूद से लैस कराया जाएगा। पंजाब में जो कंपनियां भेजी जाएंगी, उनमें 10 कंपनियां सीआरपीएफ और 8 कंपनियां आरएएफ की होंगी। सीआरपीएफ की 10 कंपनी झारखंड से पंजाब के लिए रवाना की जा रही हैं। आरएएफ की 4 कंपनियों को पंजाब भेजा जा रहा है।
110 से अधिक स्थानों पर छापेमारी
पंजाब में गुरुवार को देश विरोधी और समाज विरोधी तत्वों से जुड़े 110 से अधिक ठिकानों पर व्यापक घेराबंदी करके सर्च आपरेशन चलाया गया। डीजीपी गौरव यादव के आदेश पर राज्य के सभी जिलों में एक ही समय छापेमारी की गई। पंजाब में इस कार्रवाई को रेयर माना जा रहा है। एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि सीपी/एसएसपी को इन छापों की निजी तौर पर निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए थे। सरकार ने पुलिस को अपेक्षित संख्या में टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं।
यूं नहीं नहीं परेशान है पुलिस
पुलिस सूत्रों का कहना है कि हाल ही में गिरफ्तार किए गैंगस्टरों और अपराधियों से सख्ती से पूछताछ की गई है। इनसे हैरान करने वाली जानकारियां मिली हैं। इन्हीं खुलासों के बाद पूरे सूबे में छापेमारी की योजना बनाई गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देश-विरोधी तत्वों के संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी के लिए पंजाब पुलिस की 110 टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों में 1000 से अधिक पुलिस जवानों को शामिल किया गया था। एडीजीपी शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीमों ने घरों और अन्य स्थानों पर तलाशी की। संदिग्ध मोबाइल फोन के आंकड़े जुटाए गए हैं। इनकी छानबीन की जा रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है।