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रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने भारतीय रेल के विभिन्न कार्यों का उद्घाटन किया

रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने रेल भवन में वीडियों कांफ्रेंसिंग से आदर्श स्टेशन, सलौना में यात्री सुविधा तथा निम्नलिखित कार्यों का उद्घाटन किया –
  1. हाजीपुर-बछवाड़ा का दोहरीकरण
  2. समस्तीपुर – दरभंगा का दोहरीकरण
  3. पतरातु (धनबाद) – सोन नगर
इस अवसर पर रेलवे बोर्डे के अध्यक्ष ए. के. मित्तल तथा बोर्ड के अन्य सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हाजीपुर-बछवाड़ा का दोहरीकरण (72 किलोमीटर)
  1. सामान्य :
स्वीकृति वर्ष : 2015-16
स्वीकृत लागत : 678.54 करोड़ रुपये
  1. लाभ : हाजीपुर-बछवाड़ा सेक्शन पूर्व मध्य रेलवे के हाजीपुर- बरौनी उच्च घनत्व मार्ग पर है और यह एनएफ क्षेत्र की ओर यातायात आवाजाही के लिए वैकल्पित सबसे छोटा मार्ग है। रखरखाव ब्लॉकों के साथ इसका यातायात उपयोग 120.45 प्रतिशत है। हाजीपुर-बछवाड़ा के बीच दोहरीकरण से क्षमता बाधाएं दूर होंगी और यातायात बढ़ेगा।
  2. कार्य की वर्तमान स्थिति : यह परियोजना इरकॉन लागू कर रही है। भूकार्य, छोटे और बड़े पुलों के लिए निविदा स्वीकृत कर दी गई है।
समस्तीपुर – दरभंगा का दोहरीकरण (38 किलोमीटर)
  1. सामान्य :
स्वीकृति वर्ष : 2015-16
स्वीकृत लागत : 491.01 करोड़ रुपये
  1. लाभ : समस्तीपुर – दरभंगा सेक्शन समस्तीपुर – नरकटियागंज मार्ग पर है और यह गौरखपुर से एनएफ क्षेत्र की ओर यातायात आवाजाही के लिए सबसे छोटा मार्ग है। रखरखाव ब्लॉकों के साथ इसका यातायात उपयोग 235 प्रतिशत है। समस्तीपुर – दरभंगा के बीच दोहरीकरण से क्षमता बाधाएं दूर होंगी और यातायात बढ़ेगा।
  2. कार्य की वर्तमान स्थिति : यह परियोजना पूर्व मध्य रेलवे लागू कर रहा है। भूकार्य और 15 किलोमीटर तक छोटे और बड़े पुलों के लिए एजेंसी का निर्धारण कर दिया गया है।
पतरातु (धनबाद) – सोननगर तीसरी लाइन परियोजना (291 किलोमीटर)
  1. सामान्य :
स्वीकृति वर्ष : 2016-17
स्वीकृत लागत : 3406.16 करोड़ रुपये
  1. लाभ : यह परियोजना झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग, लातेहार, पलामू तथा गढ़वा जिलों तथा बिहार के औरंगाबाद जिले को कवर करेगी। इस योजना से अनाज, लौह-अयस्क, कोयला, उरवर्क, सीमेंट तथा चीनी की आवाजाही हो सकेगी।
  2. कार्य की वर्तमान स्थिति : सोन नगर– पतरातु (धनबाद) के बीच तीसरी लाइन परियोजना को दिसंबर 2016 में मंजूरी दी गई। इसकी लागत 3406.16 करोड़ रुपये है। आरवीएनएल द्वारा इसे लागू किया जा रहा है। रांची और मुगलसराय में आरवीएनएल की दो परियोजना क्रियान्वयन इकाइयां स्थापित की गईं हैं। निविदा आमंत्रित करने के लिए योजना बनाने का कार्य किया जा रहा है।

source: PIB

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