मॉब लिंचिग के पीछे है बेरोजगारी का दर्द
भारत में इन दिनों मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने सत्ता से लेकर समाज तक सभी को परेशान कर रखा है। कोई नहीं जानता है कि कब किसकी मौत किसके हाथों हो जाए। कभी गाय की हत्या करने पर, कभी किसी जाति विशेष का होने पर या फिर कभी किसी भी छोटे से विवाद के बदले अब लोग पीटपीटकर मार देने को ?ही इंसाफ समझ रहे हैं। पर राहुल गांधी का कहना है कि यह सब बेरोजगारों के कारण हो रहा है।
वे दुखी हैं, परेशान हैं और इसलिए मॉब लिंचिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। यह तर्क कितना सच है यह तो देश जानता है पर इस मसले की आड़ लेकर उन्होंने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। राहुल गांधी ने जर्मनी से इंटरनेशनल मीडिया के सामने पीएम मोदी के खिलाफ बयानबाजी की।
उन्होंने जर्मनी के हैम्बर्ग में कहा कि भारत में भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) किये जाने की घटनाएं बेरोजगारी और सत्तारूढ़ बीजेपी द्वारा नोटबंदी और जीएसटी को ‘खराब तरीके से लागू’ किये जाने से छोटे कारोबारों के ‘चौपट’ हो जाने की वजह से उपजे ‘गुस्से’ के कारण हो रही हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि संसद में जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाया था तो उनकी ही पार्टी के कुछ सदस्यों को यह पसंद नहीं आया था। उन्होंने कहा कि गले लगाना पीएम मोदी को भी पसंद नहीं आया लेकिन मैं मानता हूं की नफरत का जवाब नफरत से देना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, अहिंसा भारत का दर्शन है और भारतीय होने का सार है। मेरे खिलाफ पीएम मोदी नफरत फैलाने वाली टिप्पणियां कर रहे हैं। मैंने उनके प्रति स्नेह दिखाया। हालांकि मोदी को गले लगाने का कदम मेरी पार्टी के कुछ सदस्यों को पसंद नहीं आया। मैं इस पर उनसे असहमत हूं।
राहुल गांधी के भाषण पर भाजपा का पलटवार
जर्मनी में भारत का सम्मान घटाया – संबित पात्रा
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, राहुल गांधी ने हाल ही में जर्मनी में भाषण दिया और ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ा जिससे हिंदुस्तान को कम से कम आंका जाए और एक तुच्छ देश के तौर पर दिखाया।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने राहुल की तरह व्यवहार किया और जर्मनी में भारत का सम्मान घटाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने आतंक और आईएसआईएस को सही ठहराने की कोशिश की। 70 साल तक उनके परिवार का शासन रहा लेकिन उन्होंने कोई विजन नहीं दिया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल ने झूठे और गलत तथ्यों पर आधारित भाषण दिया। उन्होंने विदेश में जाकर भारत के संसद का अपमान किया।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पात्रा ने कहा कि आपके पिता राजीव गांधी जी ने ही कहा था कि 100 पैसा भेजने पर आम आदमी के पास केवल 15 पैसा ही पहुंचता है। बीच का 85 पैसा कांग्रेस के लोग ही तो खाते थे, आखिर उस वक्त सरकार में कौन था?
महिलाओं पर राहुल गांधी के बयान को लेकर बीजेपी ने हमला बोला। भाजापा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल को महिलाओं पर दिए बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। इस देश ने आपकी मां को इतना मान सम्मान दिया और आपने बाहर जाकर इसी देश की बेइज्जती कर दी। आपको होमवर्क करना चाहिए।
पात्रा ने कहा कि राहुल ने जिन विषयों पर अपने वक्तव्यों को रखने की कोशिश की वह विषय गंभीर हैं। उनपर हम आपसे स्पष्टीकरण चाहते हैं, आपसे जवाब चाहते हैं। आपने जिस मंच पर बात रखी वह कोई छोटा मंच नहीं था। वहां 23 देश मौजूद थे। आपने आईएसआईएस को सही ठहराने की कोशिश की उससे भयावह, निकृष्ट कुछ नहीं हो सकता है। भारतवर्ष क्या है और उसके अंदर किस प्रकार की शक्ति है उसे आप पहचान नहीं सकते हैं।
पात्रा ने कहा कि जर्मनी में राहुल का भाषण झूठ का पुलिंदा हैं। उनके तथ्य सत्य से परे हैं। महिलाओं के मुद्दे पर उन्हें माफी मांगनी चाहिए। मोदी सरकार में सभी राज्यों के पास भोजन का अधिकार है।
संबित पात्रा ने राहुल पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि 70 साल तक गांधी परिवार ने देश को विजन नहीं दिया। उन्होंने कहा कि राहुल का दावा झूठ पर आधारित है। राहुल ने आईएसआईएस को सही ठहराया था। इसपर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ”राहुल ने जिस अंतर्राष्ट्रीय मंच से आतंकवाद को सही ठहराने को जायज ठहराने की कोशिश की है उससे खराब कुछ नहीं हो सकता। आईएसआईएस को आपने सही ठहराया है, आपने अल्पसंख्यक समुदाय पर सवाल उठाए हैं। लोगों को बाहर रखना 21वीं सदी में बेहद खतरनाक है। अगर 21वीं सदी में आप लोगों को नजरिया नहीं देते हैं तो कोई और देगा।
आरएसएस की मुस्लिम ब्रदरहुड से तुलना के लिए माफी मांगे राहुल गांधी
यूरोप दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार, बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच भाजपा ने राहुल गांधी पर पटलवार करते हुए उन्हें एक अक्षम विपक्षी नेता करार दिया। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि राहुल गांधी के अंदर केवल संघ, बीजेपी और पीएम मोदी के लिए घृणा भरी हुई है। आतंकी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से तुलना के लिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधांशु त्रिवेदी ने भी आईएस को जायज ठहराने और भारत के साथ तुलना करने के लिए भी राहुल की कड़ी निंदा की।
ये था राहुल का बयान
लंदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने संघ की तुलना अरब देशों के मुस्लिम ब्रदरहुड से करते हुए कहा है कि भारत में ऐसा पहली बार हो रहा है जब संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाए। संघ पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है।
दूसरा कोई संगठन भारत की संस्थाओं पर कब्जा या हमला करने की कोई कोशिश नहीं करता। अभी हम इस एक नई तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। यह अरब दुनिया के मुस्लिम ब्रदरहुड के विचार की ही तरह है।
सिख नरसंहार से कैसे बच सकती है कांग्रेस?
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘राहुल गांधी के हिसाब से अगर सिख नरसंहार हुआ ही नहीं था तो आज मैं भी कहती हूं कि उनकी दादी (इंदिरा गांधी) और उनके पिता (राजीव गांधी) की हत्या नहीं हुई थी, बल्कि दोनों की मौत हार्ट अटैक से हुई थी।’
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘राहुल ने इस बयान के जरिए साफ संदेश दिया है कि वह उनके साथ हैं, जिन्होंने 1984 में मासूम लोगों को मौत के घाट उतारा था। राहुल के इस बयान ने दंगा पीडि़तों के घाव पर नमक छिड़कने का काम किया है।’
राहुल गांधी ने ब्रिटेन में कहा था कि 1984 के सिख दंगों में कांग्रेस पार्टी की कोई संलिप्तता नहीं थी। राहुल ने कहा, ‘यह दंगा बेहद दर्दनाक था लेकिन कांग्रेस की इसमें कोई आपराधिक संलिप्तता नहीं थी।’