भारत युवाओं का देश है। आगामी 25 वर्षों के ‘अमृतकाल’ में विशेषकर विज्ञान के क्षेत्र में युवाओं और नव-उद्यमियों की सक्रिय और उत्साही प्रतिभागिता द्वारा हम आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर तत्परता से बढ़ सकते हैं। भारत सरकार और विभिन्न संस्थानों द्वारा इस दिशा में अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
21 से 24 जनवरी 2023 के दौरान भोपाल में आयोजित होने वाले “इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ)” में युवाओं और उद्यमियों को विज्ञान-प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अपार संभावनाओं से परिचित कराने और मार्गदर्शन के लिए आयोजित किया जा रहा “सलाह और परामर्श (वैज्ञानिक चर्चा)” कार्यक्रम इन प्रयासों का हिस्सा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि “भविष्य उनका है जिनके पास नवोन्मेषी विचार और नये लक्ष्य हैं, और उन्हें प्राप्त करने का दृढ़ विश्वास और साहस है।”
इस वर्ष, आईआईएसएफ में परामर्श डेस्क स्थापित करने के डॉ सिंह के सुझाव के बाद, सलाह और परामर्श (वैज्ञानिक चर्चा) को इस आईआईएसएफ में एक नये आयाम के रूप में जोड़ा गया है। संभावित वैज्ञानिक और तकनीकी करियर विकल्पों और नवाचारों के बारे में शुरू की गई यह पहल छात्रों और उनके अभिभावकों का भी मार्गदर्शन करने में सहायक होगी। तीन दिनों (22 से 24 जनवरी) तक चलने वाले “सलाह और परामर्श (वैज्ञानिक चर्चा)” के विभिन्न सत्रों में देशभर से आये वैज्ञानिक और विषय विशेषज्ञ; चर्चा, सलाह और परामर्श हेतु उपलब्ध रहेंगे।
“सलाह और परामर्श (वैज्ञानिक चर्चा)” कार्यक्रम में स्कूल और कॉलेज के छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) से जुड़े विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा। यहाँ पर छात्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञों के साथ विस्तार से चर्चा कर पायेंगे। इसके साथ ही, कार्यक्रम में छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा, शोध से जुड़े अपनी रुचि के विषयों और करियर के बारे में भी सलाह और परामर्श मिल सकेगा।
छात्रों और उद्यमी युवाओं के साथ-साथ उनके अभिभावक, शिक्षक आदि भी बच्चों के करियर-विकल्पों को समझने और उन्हें विज्ञान-प्रौद्योगिकी क्षेत्र की ओर उन्मुख और प्रोत्साहित करने हेतु क्या किया जाए; यह जानने और समझने के लिए मार्गदर्शन ले पाएंगे। विज्ञान की ओर छात्राओं और महिलाओं का झुकाव हो, विज्ञान को लेकर उनके मन में जो भ्रांतियां और डर है, वह दूर हो और वो संभावनाओं के नये क्षितिज तलाश सकें, इसके लिये भी विशेषज्ञों का मार्गदर्शन उपलब्ध होगा।
विज्ञान व वैज्ञानिक चर्चा से जुड़े इस फोरम पर देशभर की प्रमुख शैक्षणिक और शोध संस्थाएं हिस्सा लेंगी। विभिन्न शैक्षणिक और अनुसंधान संगठनों के विशेषज्ञ “परामर्श फोरम” पर इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए प्रक्रियाओं और आवश्यकताओं के बारे में छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। वहीं दूसरी तरफ “नॉलेज गेटवे” के तहत तेजी से बढ़ती प्रौद्योगिकी और विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे विकास और बदलाव के साथ-साथ विज्ञान के क्षेत्र में करियर पर भी विशेषज्ञ सलाह उपलब्ध होगी, जिसमें डेटा विश्लेषण, कंप्यूटर विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अकादमिक अनुसंधान, अंतरिक्ष विज्ञान, विज्ञान संचार आदि क्षेत्र शामिल हैं।
भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। आजादी के इस अमृतकाल में भारत को विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर प्रदर्शित करना है तो देश के नौजवानों, छात्रों और उभरते उद्यमियों के बीच विज्ञान और वैज्ञानिक सोच को ले जाना होगा। इस दिशा में इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ) जैसे आयोजनों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है।
आईआईएसएफ का आयोजन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस); विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी); जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी); वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा मध्य प्रदेश सरकार; मध्य प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद; और विज्ञान भारती के सहयोग से किया जा रहा है। अंतरिक्ष विभाग और परमाणु ऊर्जा विभाग की सहभागिता भी इस वर्ष आईआईएसएफ में होगी। आईआईएसएफ एक वार्षिक आयोजन है, जिसने वर्ष 2015 में अपनी यात्रा शुरू की थी। इसका 8वाँ संस्करण 21-24 जनवरी 2023 को मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मानित), भोपाल में आयोजित किया जाएगा।