Shadow

राष्ट्रीय

अभी चंद्रयान – 2 पर उम्मीद बाकी

अभी चंद्रयान – 2 पर उम्मीद बाकी

addtop, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय
भारत गत शनिवार की सुबह एक विश्व इतिहास रचने से मात्र एक कदम दूर रह गया। अगर सब कुछ ठीक रहता तो भारत दुनिया का ऐसा पहला देश बन जाता जिसका अंतरिक्षयान चन्द्रमा की सतह के दक्षिण ध्रुव के करीब उतरता। पर इसरो के वैज्ञानिकों की क्षमताओं पर किसी को संदेह नहीं है। भारत को जल्दी ही पुन:कामयाबी मिलेगी ही । इससे पहले अमरीका, रूस और चीन ने चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैन्डिंग करवाई थी । लेकिन, दक्षिण ध्रुव पर किसी ने अबतक लैंडिंग करवाने की हिम्मत नहीं की थी । भारत वह करने जा ही रहा था कि  चन्द्रमा से चंद किलोमीटर की दूरी पर जाकर हमारे चंद्रयान -२ का संपर्क इसरो द्वारा अन्तरिक्ष में स्थापित लैंडर विक्रम से टूट गया था । लैंडिंग तो हुई पर कहाँ और किन परिस्थितियों में हुई इसका अध्ययन चल रहा है। इसरो ने भी अपने एक वक्तव्य में कहा है कि चाँद पर गिरा है पर टूटा नहीं है लैंडर विक्रम । चंद्रयान -२ के लैंडर विक...
भ्रष्ट एमसीआई पर भारी एनएमसी

भ्रष्ट एमसीआई पर भारी एनएमसी

addtop, Today News, राष्ट्रीय
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति से हर भारतीय पूरी तरह वाकिफ है। पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वास्थ्य शिक्षा के विषय को कभी राष्ट्रीय महत्व समझा ही नहीं। जिसका दुष्परिणाम यह हुआ कि आज हम चांद पर तो जा रहे हैं लेकिन अपने देश के लिए जरूरी चिकित्सकों की संख्या की आपूर्ति करने में असफल रहे हैं। मजबूत इच्छाशक्ति हो तो हर मैदान फ़तह की जा सकती है। मोदी सरकार-2 मजबूत राजनीतिक शक्ति के साथ इस बार मैदान में उतरी है। इसका अंदाजा इस बार के संसद सत्र में पास हुए बिलों के देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। जिन बिलों पर दशकों से राजनीति होती आ रही थी आज वे कानून बन चुके हैं। इसी कड़ी में 8 अगस्त, 2019 का दिन स्वास्थ्य शिक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण बन गया है। राष्ट्रपति ने 8 अगस्त को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग बिल-2019 पर अपना हस्ताक्षर कर दिया है। इस हस्ताक्षर के बाद अब राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के गठन का ...
कश्मीर पुराण व पाक अधिकृत कश्मीर

कश्मीर पुराण व पाक अधिकृत कश्मीर

addtop, TOP STORIES, राष्ट्रीय
जब भारत की रियासतों का एकीकरण हो रहा था तब रियासत के राजाओं को यह अधिकार दिया गया था कि वो चाहे तो पाकिस्तान में मिले या अपना स्वतंत्र राज्य बनाये या फिर भारत में मिले। वहां के राजा अपना एक अलग राज्य बनाना चाहते थे। लेकिन जब पाकिस्तान ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र समझकर कश्मीर पर हमला किया तो वहां के राजा ने हमारे तत्कालीन प्रधानमंत्री से सहायता मांगी। उस समय जवाहर लाल नेहरू ने भारत में विलय की शर्त पर मदद की और अंतत: कश्मीर भारत का हिस्सा बना। 1947 में ही एक तिहाई कश्मीर पर पाकिस्तान ने कब्जा तो किया पर उनके पास कश्मीर के महाराजा हरि सिंह की रियासत पाकिस्तान में मिलाने का कोई आदेश नहीं था। 20 अक्तूबर, 1947 को पाकिस्तान समर्थित आजाद कश्मीर सेना ने राज्य के अग्रभाग पर आक्रमण किया। इस असामान्य स्थिति में, राज्य के शासक ने राज्य को भारत में विलय करने का निर्णय लिया। इसके अनुसार, 26 अक्तूबर, 1947...
कश्मीर में कमाल : रक्तहीन क्रांति

कश्मीर में कमाल : रक्तहीन क्रांति

addtop, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय
  कश्मीर में केंद्र सरकार की बड़े बदलाव की कोशिशें कुछ महीनों से दिख रही थीं किंतु ये बदलाव इतने व्यापक व क्रांतिकारी होंगे इसका अंदाजा शायद ही किसी को था। अनुच्छेद 370 व धारा 35 ए की समाप्ति पर संसद की मुहर अपने आप में एक ऐसी पहल बन गयी जिसने पूरे राष्ट्र को एक सूत्र व एक विधान में बांध दिया। आजादी के समय से ही विभाजन के दंश व कश्मीर के जख्म सीने में लिए देश की जनता कश्मीर पर अपनी सरकारों व शासकों से एक मजबूत व निर्णयकारी पहल की अपेक्षा की बाट जोहती रही मगर सत्ता कश्मीर के तीव्र इस्लामीकरण की कोशिश करने वालों को शह देती रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वर्तमान सरकार ने जो साहसिक कदम उठाया है उसके लिए आने वाली पीढिय़ां भी उनकी ऋणी रहेंगी। इस युगांतकारी कदम ने जहां भारतीय राष्ट्रीयता को नए आयाम दिए वहीं वर्तमान में आक्रामक राजनय की आवश्यकता को भी स्थापित किया। ज...
सामाजिक एजेंडे से राष्ट्रनिर्माण तक

सामाजिक एजेंडे से राष्ट्रनिर्माण तक

addtop, Today News, राष्ट्रीय
किसी भी राष्ट्र के विश्वगुरु बनने के क्रम में उसके नागरिकों में 'सिविक सैन्स’ का बड़ा योगदान होता है। सरकारें सिर्फ कानून बना सकती हैं। न्यायालय कानून पालन न होने की स्थिति में दंडित कर सकता है किन्तु यह सब समस्या का सिर्फ उपचार है। अकेले क़ानूनों के द्वारा सभ्य समाज का निर्माण संभव नहीं है। सभ्य समाज के निर्माण में क़ानूनों से ज़्यादा लोगों का योगदान महत्वपूर्ण होता है। जैसे मोटर व्हिकल एक्ट में हुये ताज़ा संशोधन में जुर्माने की राशि काफी हद तक बढ़ा दी गयी है। इस डर के द्वारा सड़क पर नियमों को मानने वालों की संख्या तो बढ़ सकती है किन्तु सड़क सुरक्षा की परिकल्पना तभी फलीभूत होगी जब लोग अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे। आजकल सड़कों पर ट्रैफिक इतना ज़्यादा दिखता है कि सड़क पर चलना स्वयं में सिरदर्द बन जाता है। बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या एवं सड़कों के किनारे कटे हुये पेड़ स्थिति को और जटिल बना देते ...
स्वास्थ्य क्रांति का उद्घोष

स्वास्थ्य क्रांति का उद्घोष

addtop, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर ‘फिट इंडिया अभियान’ की शुरुआत करते हुए सभी को स्वस्थ रहने का संदेश देकर एक सकारात्मक क्रांति का उद्घोष किया है। एक ऐसी जनचेतना का सूत्रपात किया है, जिससे राष्ट्र हर मोर्चें पर सुदृढ़ एवं सशक्त होगा। हमें उन्नत स्वास्थ्य एवं तन्दुरूस्ती को अपने परिवार, समाज और देश की सफलता का मानक बनाना होगा। ‘मैं फिट तो इंडिया फिट’ और ‘बॉडी फिट तो माइंड फिट’ भी इसके लिए अच्छे सूत्र साबित हो सकते हैं। आजादी के बाद से ही सरकार को स्वास्थ्य पर सर्वाधिक बल देना चाहिए था, लेकिन सरकारें इस दृष्टि से उदासीन ही रही है, केवल स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दिया, स्वास्थ्य पर नहीं। पहली बार कोई प्रधानमंत्री लोगों को स्वस्थ जीवन जीने की चेतना जगाते हुए उनमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा कर रहा है, निश्चित ही इससे भारत की तस्वीर एवं तकदीर बदलेगी, एक नये भारत का अ...
Justified demand for having National Register for Citizens (NRC) in Delhi and other parts of country

Justified demand for having National Register for Citizens (NRC) in Delhi and other parts of country

addtop, TOP STORIES, राष्ट्रीय
It refers to justified demand by Delhi BJP President to have National Register of Citizens (NRC) for Delhi also, following final draft of NRC for Assam having been published. Similar demand has been made by Shiv Sena for Maharashtra also. But it is unlikely that TMC-led West Bengal government may raise any such demand in fear of vote-bank anti-national politics. NRC should be there for other parts of the country especially where there are apprehensions of infiltrators having been settled even though it will be ideal to have NRC for complete country. India should adopt strict measures like in Myanmar where President of that country even did not care for demands raised in name of human rights for snatching her Nobel Prize for tackling serious threats from Rohingyas from a particular commu...
देश में मेडिकल टूरिज्म की अपार संभावनाएं

देश में मेडिकल टूरिज्म की अपार संभावनाएं

addtop, Today News, राष्ट्रीय
देश के हर इंसान को बेहतर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाने को लेकर लंबे समय से बातें तो हो रही थी, पर अब जाकर सरकार ने देश में75 नये सरकारी मेडिकल कॉलेजों  को खोलने के प्रस्ताव को विगत बुधवार को मंजूरी देकर एक अहम ऐतिहासिक फैसला लिया है। कहने कीजरूरत नहीं है कि देश में जब नए-नए मेडिकल कालेज खुलेंगे तो उनसे देश को डाक्टर, नर्से और दूसरे मेडिकल स्टाफ भी मिलेंगे। इससे सेवा के क्षेत्र में सम्मानजनक रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कोई भी देश अपने नागरिकों को स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएऐं दिए बगैर अपने को विकसितहोने का दावा तो नहीं कर सकता है। इन मेडिकल कॉलेजों को खुलने से प्रतिवर्ष हजारों ऐसे बच्चे-बच्चियों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का अवसर मिलेगा जो मेधावी तो थे लेकिन गरीबी के कारण भारी भरकम फीस वाले “डोनेशन की वसूली” में लिप्त प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने में असर्मथ थे। लेकिन, भारत को...
बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर

बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर

addtop, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय
भारत एक युगान्तकारी मोड़ पर है। जिस तेजी से सरकार व समाज में राष्ट्रीयता का भाव घर कर रहा है वह स्वागतयोग्य है। जम्मू कश्मीर में अलगाववाद को प्रश्रय देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 की समाप्ति से जहां देश एक हुआ वहीं विभाजनकारी ताकतें व अर्बन नक्सलियों व पेड देशद्रोही बुद्धिजीवियों की नस्ल ही तबाह हो गयी। तीन तलाक, मोटर वाहन अधिनियम सहित दर्जनों अनेक ऐसे विधेयक संसद में पारित किए गए जिनसे भारत के एक समरस, समृद्ध व विकसित समाज बनने की राह प्रशस्त हो गई है और उससे भी बड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जल, जनसंख्या व पर्यावरण के लिए की गई अभिनव पहल देश में बड़े समाज सुधारों की राह खोलने जा रही है। इन उपलब्धियों के बीच चुनौतियां भी उतनी ही बड़ी हैं। अनुच्छेद 370 की समाप्ति से देश में अनेक विपक्षी दल विशेषकर कांग्रेस पार्टी में बड़ी बौखलाहट है। विभाजन की राजनीति की विषबेल जिस प्रकार आजादी के...
मजबूत इच्छाशक्ति से बदलता भारत

मजबूत इच्छाशक्ति से बदलता भारत

addtop, Today News, राष्ट्रीय
देश में जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हंै, सकारात्मक परिवर्तन की बयार बहती दिख रही है। इसके पीछे मजबूत नेतृत्व, विकास नीतियां एवं आदर्श मूल्यों की स्थापना का संकल्प है। राष्ट्र में राजनीतिक परिवेश ही नहीं बदला बल्कि जन-जन के बीच का माहौल, मकसद, मूल्य और मूड सभी कुछ परिस्थिति और परिवेश के परिप्रेक्ष्य में बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। और यह बदलता दौर राष्ट्र को नए अर्थ दे रहा हैं। न केवल सामान्य-जन के जीवन-स्तर में गुणात्मक सुधार आया है, बल्कि भारत की प्रतिष्ठा भी विश्व में फिर से स्थापित हुई है, मुझे इसका सुखद अहसास विदेश यात्राओं में होता रहा है। लम्बे समय से राष्ट्र पंजों के बल खड़ा नैतिकता की प्रतीक्षा कर रहा था। कब होगा वह सूर्योदय जिस दिन राष्ट्र भ्रष्टाचारमुक्त होगा। महिलाएं अकेली भी सुरक्षित महसूस करेंगी। खाने को शुद्ध सामग्री मिलगी। सामाजिक जीवन में विश्वास जगेगा। मूल्यों की रा...