गुड़ी पड़वा : नवसंवत्सर का आरंभ
वैज्ञानिक अनुसंधान के सभी पहलू हैं काल गणना आरंभ के इस नववर्ष में
रमेश शर्मा
आज सृष्टि के विकास आरंभ का दिन है, और संसार के लिये कालगणना के लिये नवसंवत्सर । अर्थात नये संवत् वर्ष का प्रथम दिन है । आज से विक्रम संवत् 2080 और युगाब्द 5125 आरंभ हो रहा है । इस संवत्सर का आरंभिक नाम नल और 24 अप्रैल से पिंगल होगा । वर्ष राजा के बुध और मंत्री का दायित्व शुक्र के पास रहेगा।युगाब्द महाभारत युद्ध के बाद सम्राट युधिष्ठिर के राज्याभिषेक की और विक्रम संवत् शकों की मुक्ति के बाद महाराज विक्रमादित्य के राज्याभिषेक की तिथि है । भारत में कोई तिथि, त्यौहार, परंपरा, उत्सव और उसका शब्द संबोधन यूँ ही नहीं होता । इसके पीछे सैकड़ो वर्षों का शोध, अनुसंधान का निष्कर्ष होता है । जिसमें प्रकृति से तादात्म्य निहित होता है । यह विशेषता इस नव संवत्सर तिथि की भी है । नवसंवत् आरंभ होने का यह दिन गुड़ी पड़वा दूसरा ...