एकेडमिक्स फॉर नमो: मोदी के पुनर्वापसी हेतु प्रबुद्ध वर्ग का प्रयास
पिछले पांच मार्च को राजधानी दिल्ली में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के करीब 30 प्रोफेसरों ने मिल कर “एकेडमिक्स फॉर नमो” अभियान शुरू किया जो बुद्धिजीवी समुदाय में मोदी सरकार के मायने और मोदी सरकार के काम से आये बदलाव को लेकर गुणवत्ता पूर्ण बहस शुरू करने और इस वर्ग में उनकी स्वीकार्यता को बढ़ाने के लिए शुरू किया है। एकेडेमिक्स फॉर नमो का मानना है कि विगत 5 वर्ष में मोदी ने बहुत ही अच्छे काम किए हैं और इस वजह से उन्हें एक और मौका मिलना चाहिए |
एकेडमिक्स फॉर नमो अभियान के सूत्रधार और दिल्ली विश्वविद्यालय में राजनीतिशास्त्र के प्राध्यापक डॉ. स्वदेश सिंह का कहना है कि अगर मोदी के विरोध में प्रबुद्ध समाज का एक हिस्सा कुछ कारणों से खड़ा हो सकता है तो वहीं उन लोगों को जिनको ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी ने 5 वर्ष में कई अच्छे काम किए ह...