Shadow

EXCLUSIVE NEWS

अलविदा जॉर्ज साहब!

अलविदा जॉर्ज साहब!

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
पूर्व रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडिस का निधन हो गया है. वे 88 वर्ष के थे. कर्नाटक के ईसाई परिवार में जन्में जार्ज को उनके पिता एक पादरी बनाना चाहते थे. लेकिन जार्ज की इसमें कोई दिलचस्पी नही थी. स्वन्त्रता के पश्चात रोजगार की तलाश में वे मुंबई पहुँचे और समाजवादी मजदूर यूनियनों से जुड़ गए. कुछ वर्षों के भीतर वे मुम्बई के बड़े मजदूर नेता बन गए. 1961 में वे बॉम्बे नगर निगम में पार्षद बने। 1967 के आम चुनाव में जार्ज ने कांग्रेस के धाकड़ नेता सदाशिव कान्होजी पाटिल (एसके पाटिल) के खिलाफ दक्षिण बॉम्बे लोकसभा सीट पर पर्चा भरा. एसके पाटिल तब बॉम्बे के बेताज बादशाह माने जाते थे. पाटिल ने चुनाव से पहले खुद ही कहा था कि मुझे भगवान भी नही हरा सकते. जार्ज ने इसी वक्तव्य पर पूरा चुनाव लड़ा. नतीजे आये तो पाटिल 46 हजार वोटों से हार गए थे. सहसा किसी को यकीन नही हुआ कि बॉम्बे के सबसे बड़े नेता को एक नगर निगम ...
वासन्ती आभा एवं सरस्वती की आराधना का पर्व वसन्त पंचमी

वासन्ती आभा एवं सरस्वती की आराधना का पर्व वसन्त पंचमी

addtop, EXCLUSIVE NEWS, संस्कृति और अध्यात्म
सम्पूर्ण प्रकृति को सौन्दर्य,मादकता तथा वाचा से महकाने वाला यह त्यौहार हमारे सनातन धर्म को ऊर्जा और वाणी से गुंजायमान करता है। माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसन्त पंचमी या श्रीपंचमी के नाम से जाना जाता है। ब्रह्मा जी ने पृथ्वी पर मानव की रचना की। रचना करने के बाद उन्हें अपनी सृष्टि में कुछ कमी का आभास हुआ क्योंकि मानव को वाचा नहीं थी अतः सर्वत्र सूनापन था। ब्रह्माजी ने विष्णु जी की आज्ञा लेकर अपने कमण्डल से पृथ्वी पर जल का छिड़काव किया। ऐसा करने से एक कम्पन के साथ एक देवी का प्रादुर्भाव हुआ। यह वाणी प्रदाता विद्या की देवी माँ सरस्वती ही थी। ब्रह्मा ने उनसे वीणा बजाने का आग्रह किया। वीणा की झंकार के साथ ही सम्पूर्ण सृष्टि में स्वर गुंजायमान हो गया। जगतीतल में वाणी का प्रादुर्भाव हुआ। सभी प्राणी बोलने लग गये। मानव में बुद्धि का संचार हुआ। पशु-पक्षी चहचहाने लगे। चारों ओर मधुर गुंजायम...
Big Data may help get new clues to Alzheimer’s

Big Data may help get new clues to Alzheimer’s

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
Despite rapid developments in medicine, early detection of neurodegenerative disorders remains a challenge. Now a group of Indian researchers has sought to apply Big Data analytics to hunt for early signatures of the Alzheimer’s. Researchers at the National Brain Research Centre (NBRC), Manesar, have developed a Big Data Analytics framework that will use non-invasive imaging and other test data to look for early diagnostic biomarkers of the Alzheimer’s disease. The data framework, based on open source data software platform called Hadoop, integrates data from brain scans in the form of non-invasive tests - magnetic resonance imaging (MRI), magnetic resonance spectroscopy (MRS) as well as neuropsychological test results. The framework deploys data mining, machine learning and statisti...
गणतंत्र के 69 वर्ष में क्या खोया, क्या पाया?

गणतंत्र के 69 वर्ष में क्या खोया, क्या पाया?

addtop, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय
आज हमारा देश अपना 69वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। यह अवसर है जब हमें चाहिए कि एक बार शांत मन से आत्मविश्लेषण कर लें कि भारत ने गणतंत्र होने के बाद क्या खोया-क्या पाया? मतलब देश को संविधान से क्या मिला और क्या रह गया? किन मोर्चो पर संविधान असफल रहा? वैसे तो सभी सवाल वाजिब ही हैं। लेकिन इन सारे सवालों के जवाब तो हमें तलाशने ही होंगे। यही गणतंत्र का तकाजा भी है। स्वस्थ लोकतंत्र के परीपक्व होने की यही प्रक्रिया हैl निर्विवाद रूप से भारत ने संविधान के दिखाए रास्ते पर चलते हुए हमने भुखमरी, गरीबी, निरक्षरता वगैरह जैसे गंभीर मसलों को काफी हद तक सुलझाया है। यह तो कोई नहीं दावा कर रहा है कि हमने उपर्युक्त मसलों पर पूरी तरह विजय पा ली है। जरा सोचिए तो कि देश में आजादी के वक्त और फिर संविधान के लागू होने के समय हम कहां खड़े थे? आप जब 26 जनवरी,1950 के भारत और आज के भारत की तुलना करेंगे तब आप पाएंगे ...
‘‘शिवपुराण’’ में श्रीराम से निषादराज के भेंट का शिवजी द्वारा शिवरात्री को दिये गये आशीर्वाद का कथा प्रसंग

‘‘शिवपुराण’’ में श्रीराम से निषादराज के भेंट का शिवजी द्वारा शिवरात्री को दिये गये आशीर्वाद का कथा प्रसंग

EXCLUSIVE NEWS, संस्कृति और अध्यात्म
शिवपुराण में कोटिरूद्र संहिता के अध्याय 40(गीताप्रेस,गोरखपुर) में गुरूद्रुह नामक भील की कथा वर्णित है। इस कथा में उसे भगवान शिव ने श्रृंगवेरपुर की राजधानी में वंश वृद्धि तथा श्रीराम के एक दिन घर पधारने और मित्रता का आशीर्वाद भी दिया है। सूतजी ने ऋषियों को एक निषाद का प्राचीन इतिहास सुनाया। उनके अनुसार किसी एक वन में एक भील रहता था। उसका नाम गुरूद्रुह था। वह अपने कुटुम्ब का पेट मृगों को मारकर तथा नानाप्रकार की चोरियाँ कर भरता था। एक दिन शिवरात्रि आयी तथा उसे उस व्रत का कोई ज्ञान न था। उस दिन उसके माता-पिता एवं पत्नी ने भूख से पीड़ित होकर उससे खाने का माँगा। वह धनुष लेकर वन में शिकार करने चल पड़ा। दिनभर में उसे उस दिन कुछ भी हाथ न लगा। अतः वह सूर्यास्त के समय एक जलाशय के निकट पहुँच गया। क्योंकि उसे ज्ञात था कि रात्रि में यहाँ जल पीने कोई न कोई जीव अवश्य आयेगा। ऐसा मन में निश्चय कर वह बेल (ब...
वैज्ञानिकों ने बनाया कमल की पत्तियों से प्रेरित ईको-फेंडली मैटेरियल

वैज्ञानिकों ने बनाया कमल की पत्तियों से प्रेरित ईको-फेंडली मैटेरियल

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
प्रकृति से प्रेरणा लेकर वैज्ञानिक कई तरह की उपयोगी चीजों का निर्माण करते रहते हैं। भारतीय और स्विस वैज्ञानिकों ने कमल की पत्तियों से प्रेरित होकर जैविक रूप से अपघटित होने में सक्षम एक ऐसा मैटेरियल विकसित किया है, जिसकी सतह पर पानी नहीं ठहर पाता है। कमल की पत्तियों की सतह पर प्राकृतिक रूप से निर्मित मोम जल विकर्षक के रूप में कार्य करता है, जिसके कारण पानी में रहने के बावजूद कमल की पत्तियां सड़ती नहीं हैं। नया जल विकर्षक (Water Repellent) मैटेरियल इसी तरह काम करता है। इस मैटेरियल में सेलूलोज की मदद से सूक्ष्म स्तंभों (Micropillars) की संरचना बनायी गई है। सेलूलोज की ढलाई के लिए ट्रायफ्लुरोएसिटिक एसिड में सेलूलोज पाउडर को पहले विघटित किया गया है और फिर पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सुखाने की नियंत्रित प्रक्रिया से एसिड को हटा दिया गया। इसके बाद कमल के पत्तों में पाये जाने वा...
गठबन्धन/ठगबन्धन की राजनीति

गठबन्धन/ठगबन्धन की राजनीति

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
उत्तर प्रदेश में दो महाभ्रष्ट और महा जातिवादियों का गठबंधन देश की राजनीति में क्या बदलाव लाएगा यह तो चुनाव बाद ही पता चलेगा। लेकिन आज की साझा प्रेस कांफ्रेंस में एक बदलाव साफ़ दिखा कि अब अखिलेश मायावती के अनुयायी हो गए हैं । सपा , बसपा नहीं अब बसपा , सपा आज से कहा जाने लगा है । इतना ही नहीं , मायावती की तरह अब अखिलेश भी आज की प्रेस कांफ्रेंस में लिखित बयान पढ़ते दिखे । मायावती ने लगातार लीड लेने की कोशिश की । ली भी । कांग्रेस पर हमलावर होते हुए गेस्ट हाऊस कांड की भी याद दिलाई मायावती ने और कि खनन घोटाले में अखिलेश के फंसने , फंसाने की भी चर्चा की । शिवपाल सिंह यादव पर भी तंज किए । जब कि अखिलेश इन सारे मुद्दों पर चुप ही रहे । मायावती के प्रधान मंत्री बनने के सवाल पर अखिलेश ने सीधा जवाब देने के बजाय सुरक्षित जवाब दिया और कहा कि उत्तर प्रदेश से ही प्रधान मंत्री चुना जाएगा । कुल मिला कर इतना सा ...
Caught in the construction jam

Caught in the construction jam

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
Repair of a dilapidated flyover throws traffic into a tizzy, another ‘accidental’ gas leak sparks a massive gridlock, the Namma Metro work reduces vehicular speeds to a crawl… Should a city with absolutely no regulatory control over its exploding vehicular numbers be left with no visible plan to manage these recurring nightmares? For proof of this glaring lacuna, one look at the peak-hour chaos triggered by the Sirsi Circle flyover repair, or the daily grind on all road stretches leading to ITPL, Whitefield, would suffice. Ongoing maintenance work has put commuters in an inglorious mess on the Hosur Road Elevated Expressway, with a daily vehicular load of about 60,000. This has obviously put a big question mark over inter-agency coordination, and the apparent lack of detailed, advance pl...
सपनों की सुन्दरता पर यकीन करें

सपनों की सुन्दरता पर यकीन करें

addtop, EXCLUSIVE NEWS, सामाजिक
सफल जिंदगी के लिये चुनौतियां होना जरूरी है। कुछ चुनौतियों से आप आसानी से पार पा लेते हैं, पर कुछ आपसे खुद को बदलने की मांग करती हैं। कामयाबी इस पर निर्भर करती है कि आप कितने बेहतर ढंग से खुद को बदल पाते हैं? चुनौतियों से पार पाने के लिये जीवन में सहने का अभ्यास जरूरी है। इसके बिना किसी का भविष्य उज्ज्वल नहीं हो सकता। जेन मास्टर मैरी जैक्श कहती हैं, ‘अपनी उलझनों का सामना करते हुए अनजान चीजों को गले लगाना हमें विकास की ओर ले जाता है। हमें आगे बढ़ाता है।’ जीव-विज्ञान बायोलोजी के अनुसार जीव-जंतुओं की वे ही प्रजातियाँ अपना अस्तित्व सुरक्षित रख सकती हैं जिनमें हर परिस्थिति और चुनौती को झेलने की क्षमता होती है। ‘सरलाईवल आॅफ दि फिटेस्ट’ डार्विन के इस सिद्धांत का भी यही तात्पर्य है। हर व्यक्ति को अपने जीवन में कठिनाइयों और समस्याओं का सामना करना होता है। यह एक सार्वभौम सत्य है। कोई घटना हो, व्यक्ति...
हे राम! जनेऊ पहनकर मंदिर-मंदिर जाकर झूठ बोलते हैं राहुल गांधी!

हे राम! जनेऊ पहनकर मंदिर-मंदिर जाकर झूठ बोलते हैं राहुल गांधी!

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
मोबाइल से नकल करके शोक संदेश लिखने वाले मेरे प्रिय नेता श्री राहुल गांधी जी की एक और नकल साबित हो गई है। जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने बिना किसी सबूत के ही दर्जनों नेेताओं को बेईमान कह-कहकर दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी हथिया ली थी, उसी तरह से उन्होंने भी सोचा कि बिना कोई सबूत पेश किए सिफऱ् गले के ज़ोर से ही वे देश के प्रधानमंत्री को चोर कह-कहकर अगले प्रधानमंत्री बन जाएंगे। मेरे पिताजी ने जेपी आंदोलन के दौरान अपने संघर्ष के दिनों की एक रोचक कहानी मुझे सुनाई थी। एक बार किसी बस में एक पॉकेटमार ने उनका पॉकेट मार लिया, लेकिन पिताजी ने ऐसा करते हुए उसे देख लिया और देखते ही कसकर उसका हाथ धर लिया। फिर क्या था, पॉकेटमार चिल्लाने लगा- 'पॉकेटमार... पॉकेटमार... पॉकेटमार...।’ उसके इस पैंतरे से पिताजी एक पल के लिए सकपका गए, लेकिन वस्तुस्थिति भिन्न थी। पिताजी के आई-कार्ड समेत उनके पॉकेट का सारा...