Shadow

EXCLUSIVE NEWS

Kerala’s Demographic Shift: Three Axes Of Change And Salafism

Kerala’s Demographic Shift: Three Axes Of Change And Salafism

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य
On 14 June 2016, Krishnendhu R Nath, an Indian, now residing in Malaysia, was travelling in Kerala’s Malappuram district when she suddenly fell sick. Nath asked for lime soda. Her husband’s friend tried to buy it from a shop on the highway. The friend was told that it was a period when Ramzan fasting was on (the eighth day of the month) and no shop there could sell soda or any eatable for that matter. Piqued, Nath herself went and asked a shopkeeper what his problem was in selling a lime soda or lemon juice during the fasting season. She wondered what travellers would do when they are not fasting. The shopkeeper politely replied that he was eager to supply, but his shop will be destroyed after that. Nath, who recorded her nightmare in a Facebook post, said that she got similar responses...
सांसदों का अशालीन आचरण कब तक?

सांसदों का अशालीन आचरण कब तक?

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
संसद राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था है। देश का भविष्य संसद के चेहरे पर लिखा होता है। यदि वहां भी शालीनता एवं सभ्यता का भंग होता है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने के गौरव का आहत होना निश्चित है। सात दशक के बाद भी भारत की संसद सभ्य एवं शालीन नहीं हो पाई है जो ये स्थितियां दुर्भाग्यपूर्ण एवं विडम्बनापूर्ण ही कही जायेगी। एक बार फिर ऐसी ही त्रासद स्थितियों के लिये लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पिछले दो दिन में कुल 45 सांसदों को सत्र की बची हुई बैठकों से निलंबित करने का कठोर फैसला लेना पड़ा है। इस तरह का कठोर निर्णय हमारे सांसदों के आचरण पर एक ऐसी टिप्पणी है, जिस पर गंभीर चिन्तन-मंथन की अपेक्षा है। निश्चित ही छोटी-छोटी बातों पर अभद्र एवं अशालीन शब्दों का व्यवहार, हो-हल्ला, छींटाकशी, हंगामा और बहिर्गमन आदि घटनाओं का संसद के पटल पर होना दुखद, त्रासद एवं विडम्बनापूर्ण है। इससे संसद की गरिमा ...
महागठबंधन की उम्मीदें और भाजपा की चुनौतियां

महागठबंधन की उम्मीदें और भाजपा की चुनौतियां

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
उदार हिंदुत्व की पिच पर अल्पसंख्यक सहयोग से राफेल की उड़ान में पंचर के साथ कांग्रेस को मिली हालिया विधानसभा चुनावों में जीत ने उसकी उम्मीदें बढ़ा दी हैं। चुनाव नतीजों के बाद राहुल गांधी कितने उत्साह में हैं, उसे जाहिर करने के लिए उनके बयान को ही उद्धृत करना काफी होगा। उन्होंने कहा कि अभी विधानसभाओं में हराया है और 2019 में मोदी को लोकसभा में भी इसी तरह हराएंगे। इसके ठीक उलट भारतीय जनता पार्टी की चुनौतियां बढ़ गई हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की हार विपक्षी महागठबंधन की अवधारणा को जमीन पर उतारने की दिशा में मददगार बन गई है। हालांकि उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख दलों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने महागठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया है। अखिलेश यादव ने तो यहां तक कह दिया, 'बीजेपी के लिए महागठबंधन कोई बड़ी चुनौती नहीं है। 2019 में भी हमारी वापसी होग...
आकर्षण का केंद्र बनी सौर ऊर्जा से चलने वाली ड्राइवर रहित स्मार्ट बस

आकर्षण का केंद्र बनी सौर ऊर्जा से चलने वाली ड्राइवर रहित स्मार्ट बस

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
वायु प्रदूषण और ऊर्जा की खपत परिवहन तंत्र से जुड़ी दो प्रमुख समस्याएं हैं। हालांकि, सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों पर आधारित वाहनों का उपयोग इन समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार हो सकता है। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के छात्रों ने इस जरूरत को समझकर सौर ऊर्जा से चलने वाली ड्राइवर रहित एक स्मार्ट बस डिजाइन की है। जालंधर में चल रही 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में आए लोगों के लिए यह सोलर स्मार्ट बस आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। एलपीयू में इस परियोजना के प्रमुख मनदीप सिंह ने इंडिया साइंस वायर को बताया कि ‘मैकेनिकल, इलैक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभागों के करीब 300 छात्रों ने कई प्रोफेसरों और विशेषज्ञों की देखरेख में इस बस का निर्माण किया है। पूरी तरह चार्ज होने के बाद यह बस 60 से 70 किलोमीटर तक चल सकती है और ब्लूटूथ एवं जीपीएस के जरिये इसकी निगरानी की जा सकती है। बस की अ...
वैज्ञानिक शोध को आम लोगों से जोड़ने की ज़रूरत

वैज्ञानिक शोध को आम लोगों से जोड़ने की ज़रूरत

addtop, EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
 अनुसंधान और विकास में भारत की ताकत के पीछे देश की राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, आईआईटी, आईआईएससी, टीआईएफआर, आईआईएसईआर जैसे संस्थानों और केंद्रीय विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम रही है। हालांकि, 95 प्रतिशत छात्र राज्यों के विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिए जाते हैं। लेकिन, इन विश्वविद्यालयों में शोधपरक वातावरण विकसित अभी विकसित नहीं हो पाया है। शोध कार्यों को बढ़ावा देने और समस्याओं के सस्ते और स्थानीय समाधान खोजने के लिए राज्यों के विश्वविद्यालयों और वहां स्थित संस्थानों में शोध को बढ़ावा देना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें जालंधर में आयोजित 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन के अवसर पर कही हैं। भारतीय विज्ञान कांग्रेस का 106वां संस्करण लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में 3-7 जनवरी तक चलेगा, जिसमें  नोबेल पुरस्कार विजेताओं समेत देशभर के वैज्ञानिक, शिक्षाविद, शोधार्थी और छात्र श...
कहानी : हादसा

कहानी : हादसा

addtop, EXCLUSIVE NEWS, सामाजिक
कभी जीवन में कुछ ऐसे छोटे छोटे पल आते हैं जो अपनी गहरी छाप छोड़ जाते हैं I कभी कभी कुछ साधारण से दिखने वाले विकल्प, हमे आइना दिखाते हैं, और बताते हैं कि हम किस मिट्टी से बने हैं I समय की रफ़्तार ऐसी है की एक बार बिता पल वापस नहीं आता I दूसरा मौका शायद कभी नहीं मिलता है I लेकिन सवाल ये है, कि अगर दूसरा मौका मिल भी जाए, तो हम क्या करेंगे ? क्या हम अपने अंतरात्मा के धरातल पर रहके निर्णय ले पाएंगे? एक ऐसे ही हादसे का मैं आज वर्णन करने जा रहा हूं । बात कई साल पहले की है, सर्दियों के मौसम की I उस धुंधले से कोहरे में हुआ ये किस्सा मेरे जेहन में एकदम साफ़ है I सुबह के 6:30 बजे थे और मैं अपने एक मित्र को स्टेशन पर लेने जा रहा था। कुछ आलस था, कुछ वो समय, और कुछ खाली सड़क पर गाड़ी चलाने का नशा, कि मैं तेज रफ़्तार से गाड़ी चला रहा था I मैं चौराहे से मुड़ा ही था कि तभी एक लड़की मेरी कार के सामने आ गयी I मैंन...
इटेलियन मां के आवरण से निकलती भृष्टाचारी सोनिया गांधी की मुखाकृति?

इटेलियन मां के आवरण से निकलती भृष्टाचारी सोनिया गांधी की मुखाकृति?

addtop, EXCLUSIVE NEWS, घोटाला
जब से यह समाचार आये है कि कोर्ट ने एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के निवेदन को स्वीकार करते हुए अगुस्ता वीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में बिचौलिया की भूमिका निभाने वाले क्रिस्चियन मिचेल की हिरासत 7 दिनों के लिए बढ़ा दी गयी है तभी से कांग्रेस की तरफ से विछिप्त प्रतिक्रियाएं व मीडिया में पक्षाघात के लक्षण स्पष्ट रूप से दिखने लगे है। मेरा मानना है कि यह सब बड़ा स्वाभाविक है क्योंकि ईडी ने मिचेल की हिरासत बढ़ाने के लिए जो प्रार्थना पत्र दिया था उसमे क्रिशयन मिचेल की हिरासत बढ़ाने के लिए जिन कारणों पर प्रकाश डाला गया है वे निश्चित रूप से तूफान उठाने वाले है। वैसे मैं लोगो को इस बात पर प्रसन्न होता देख रहा हूँ कि मिचेल ने पूछ ताज के दौरान सोनिया गांधी व राहुल गांधी का रिश्वत लेने वाले के रूप में नाम लिया है लेकिन यह सत्य नही है। ईडी ने सिर्फ इतना कहा है कि मिचेल के पत्राचारों की विवेचना करने पर यह बात सामने ...
‘हृदय’ को हृदयाघात

‘हृदय’ को हृदयाघात

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
मोदी जी ने ‘हृदय योजना’ इसलिए शुरू की थी कि हेरिटेज सिटी में डिजाइन की एकरूपता बनी रहे। ये न हो (जो होता आया है), कि उस शहर में आने वाला हर नया नेता और नया अफसर अपनी मर्जी से कोई भी डिजाइन थोपकर शहर को चूं-चूं का मुरब्बा बनाता रहे, जैसा मथुरा-वृन्दावन सहित आजतक देश के ऐतिहासिक शहरों में होता रहा है। यह एक अभूतपूर्व सोच थी, जो अगर सफल हो जाती, तो मोदी जी को ऐतिहासिक शहरों की संस्कृतिक बचाने का भारी यश मिलता। पर दशकों से कमीशन खाने के आदी नेता और अफसरों ने इस योजना को विफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी क्योंकि उन्हें डर था कि अगर ये योजना सफल हो गई, तो फर्जी नक्शे बनाकर, फर्जी प्रोजेक्ट पास कराने और माल खाने का रास्ता बंद हो जाऐगा। चूंकि मथुरा-वृंदावन में ‘हृदय’ के ‘सिटी एंकर’ के रूप में भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने ‘द ब्रज फाउंडेशन’ को चुना था। इसलिए उसी अनुभव को यहां साझा करूंगा। दु...
राजस्थान का अनुपम व्याख्यान

राजस्थान का अनुपम व्याख्यान

addtop, EXCLUSIVE NEWS, साहित्य संवाद
एक रिपोर्ट : द्वितीय अनुपम स्मृति (19 दिसम्बर, 2018) कथाओं को खंगालने का वक्त लेखक: अरुण तिवारी   ''दबे पांव उजाला आ रहा है। फिर कथाओं को खंगाला जा रहा है। धुंध से चेहरा निकलता दिख रहा है कौन क्षितिजों पर सवेरा लिख रहा  है।''   ये शब्द, अंश हैं कानपुर में जन्मे यशस्वी कवि यश मालवीय की एक कविता के। तिथि थी, 19 दिसम्बर, 2018। अवसर था, हरित स्वराज संवाद द्वारा आयोजित द्वितीय अनुपम स्मृति का। इन शब्दों का उल्लेख कर रही थीं श्रीमती रागिनी नायक। रागिनी नायक यानी अनुपम फूफा जी की भतीजी, जनसत्ता और सहारा समय जैसे अखबारों में संपादन दायित्व निभा चुके...सकारात्मक पत्रकारिता के पैरोकार श्री मनोहर नायक की पुत्री और कांग्रेस की प्रवक्ता।   रागिनी जी, श्री अनुपम मिश्र जी का परिचय परोस रही थीं। चंद लम्हे, चंद जज्बात और चंद आंसुओं में वह वो सब बयां कर रही थीं, जो कुछ उन्होने अनुपम जी के पारिवार...
सांसदों व नेताओं से 10 सवाल

सांसदों व नेताओं से 10 सवाल

addtop, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय
माननीय सांसद जी, नमस्ते ! ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के करप्शन परसेप्शन इंडेक्स में भारत कभी भी शीर्ष 20 देशों में शामिल नहीं हो पाया! यदि पिछले 20 साल की रैंकिंग देखें तो 1998 में हम 66वें स्थान पर, 1999 में 72वें स्थान पर, 2000 में 69वें स्थान पर, 2001 और 2002 में 71वें स्थान पर, 2003 में 83वें स्थान पर, 2004 में 90वें स्थान पर, 2005 में 88वें स्थान पर, 2006 में 70वें स्थान पर, 2007 में 72वें स्थान पर, 2008 में 85वें स्थान पर, 2009 में 84वें स्थान पर, 2010 में 87वें स्थान पर, 2011 में 95वें स्थान पर, 2012 में 94वें स्थान पर, 2013 में 87वें स्थान पर, 2014 में 85वें स्थान पर, 2015 में 76वें स्थान पर, 2016 में 79वें स्थान पर और 2017 में 81वें स्थान पर थे! इससे स्पस्ट है कि जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार में कोई कमी नहीं आयी है ! इस वर्ष ग्लोबल हंगर इंडेक्स में हम 103वें स्थान पर, साक्षरता दर ...