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यहां कौन है सुनने वाला स्वच्छाग्रह का सच ?

यहां कौन है सुनने वाला स्वच्छाग्रह का सच ?

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अरुण तिवारी किसानों का शोषण बंद हो। चंपारण सत्याग्रह, इसी सच का आग्रह था। चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने पर भी क्या किसानों को शोषण रुका है ? मृत किसानों के नरमुण्डों को तमिलनाडु से लाकर जंतर-मंतर पर जमें किसानों के सत्याग्रह की क्या कोई सुन रहा है? प्रधानमंत्री कार्यालय के समक्ष स्वयं को नग्न कर पुलिस जीप से बाहर निकलने के बावजूद क्या शासन ने उनके सत्याग्रह का सम्मान किया? दुखद है कि प्रधानमंत्री जी ने भी 'स्वच्छाग्रहÓ कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है। स्वच्छाग्रह का सच यह है कि राज्यों ने स्वच्छ भारत अभियान को घर-घर शौचालय तक सीमित मान लिया है। घर-घर शौचालय के लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर बेताबी के चलते छत्तीसगढ़ में कहीं बिना शीट, कहीं बिना दीवार, तो कहीं बिना गड्ढे के ही शौचालय बना दिए गये हैं। जहां शौचालय बन भी गये हैं, उनमें से ज्यादातर को ग्रामीण अन्य उपयोग में ला रहे है...
जनता की याददाश्त बहुत कमजोर होती है

जनता की याददाश्त बहुत कमजोर होती है

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जनता की याददाश्त बहुत कमजोर होती है. लोग भूल गए हैं कांग्रेस के जमाने की लूट खसोट को...लोग भूल गए हैं उस सरकार को जो हिंदुओं के दमन के लिए देश में साम्प्रदायिक हिंसा विधेयक लाने वाली थी... फिर भी 1997 से 2004 की वह वाजपेयी जी की सरकार याद है, जिसने अल्पमत में होते हुए भी, ममता माया जयललिता की ड्रामेबाज़ी के बीच 5 साल देश को सही दिशा में चलाया था. संसद में बहुमत ना होने पर भी दोनों सदनों की संयुक्त बैठक करके POTA जैसा कड़ा कानून पास कराया था. जिसने पूरी दुनिया को ठेंगा दिखाते हुए परमाणु परीक्षण किया और सारे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को कुशलता से झेला. जब हमने पाकिस्तान से कारगिल में युद्ध लड़ा और जीता और संसद पर हमले का जवाब सीमा पर सेना को चढ़ा कर आपरेशन पराक्रम के रूप में दिया जिससे सालभर तक पाकिस्तान की चड्ढी गीली रही... वह सरकार भी परफेक्ट नहीं थी...सिर्फ बहुमत ही आधा अधूरा नहीं था, इच्छा ...
बेचैन है बंगाल की धरती

बेचैन है बंगाल की धरती

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दिल्ली की मॉल संस्कृति से परे अपने बंगाल दौरे में हमने बंगाल की हरियाली, खनिज संपदा, संस्कृति, आपसी संवाद, प्रकृति से सहकार और साइंस सिटी में विज्ञान के अद्भुत आयाम देखना अधिक पसंद किया। बंगाल अब कहीँ से भी पिछड़ा और गरीब प्रदेश नहीँ है। देश दुनिया के साथ तेजी से कदमताल करने को आतुर भव्य रूप लेता यह प्रदेश अब देश को नेतृत्व देने के लिए ममता के हाथों से भी निकलने को बेचैन हो उठा है और दूरद्रष्टा नेतृत्व की तलाश में बेचैन है। शालीन और बेफिक्र जीवन के शौकीन बंगालियों ने बंगाली संस्कृति को बड़ी शिद्दत से सहेजकर रखा हुआ है। इसी कारण कलकत्ता या फिर समुद्र तटों पर भी कहीँ भी फूहड़ता और अश्लीलता नजऱ नहीँ आयी। प्रदूषण मुक्त व्यवस्था और सफाई बंगाल विशेषकर कलकत्ता की पहचान बन रही है और यातायात नियंत्रण और अनुशासन भी। लोग ममता की मुस्लिमपरस्ती और हर काम में कमीशन लेने की आदत से तंग आ चुके हैं। विश्लेष...
आस्था बचाने से रुकेगा  गोवंश का कत्ल

आस्था बचाने से रुकेगा गोवंश का कत्ल

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अरूण तिवारी उत्तर प्रदेश में बूचडख़ानों को इस आधार पर बंद किया गया कि वे कानूनन अवैध थे। गोरक्षा के नाम पर हिंसात्मक कार्रवाई करने वालों को भी इसी आधार पर चुनौती दी जा रही है कि उनकी हरकत कानूनन अवैध व अमानीवीय है। गोरक्षा के लिए औजार के तौर पर मांग भी गोवंश-कत्ल पर पाबंदी कानून के रूप में सामने आई है। किंतु दुखद है कि गोरक्षा के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष के बंटवारे का आधार कानून अथवा मानवता न होकर, संप्रदाय व दलीय राजनीति हो गया है। हिंदू संगठन यह स्थापित करने में जुटे हैं कि हिंदू, गाय के पक्षधर हैं और मुसलमान, गाय के दुश्मन हैं। मुद्दे पर राजनैतिक दलों के बंटवारे का आधार यह है कि वे मुसलमानों के पक्षधर हैं अथवा हिंदुओं के। राजनैतिक विश्लेषक इसेे गाय अथवा संप्रदाय की पक्षधरता की बजाय, वोट को अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में खींचने की कवायद के रूप में देख रहे हैं। मेरा मानना है कि राजनीति, राज...
अर्थचिंतन – गौधन बनाम डॉलर

अर्थचिंतन – गौधन बनाम डॉलर

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शुरू से ही पूरब और पश्चिम में अर्थव्यवस्था को लेकर श्रेष्ठता का और वर्चस्व का संघर्ष रहा है जो आज तक कायम है। जहां भारतीय अर्थव्यवस्था का आधार प्रकृति आधारित रहा वहीं पश्चिम की अर्थव्यवस्था का आधार मशीनीकृत विकास रहा। प्रकृति का अर्थ था प्रकृति में उपस्थित हर जीव को अर्थव्यवस्था में उपयुक्त स्थान देना, फिर चाहे वह पशु हो या कीट। भारत में प्राचीन काल से ही कृषि एवं व्यापार दोनों की समान प्रमाण प्राप्त हुए हैं। यदि कहा जाए कि व्यापार ही किसी भी सभ्यता के जीवन का आधार है। व्यापार के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, व्यापार के लिए विनिमय की आवश्यकता होती है। प्राचीन समय में यदि हम देखें तो गौ आधारित तमाम तरह के व्यवसाय दिखते हैं और भारत में गाय के माध्यम से एक करुणा और संवेदना का भी विस्तार होता रहा है। जब तक गौ के प्रति समाज सहिष्णु रहा तब तक एक दूसरे के प्रति भी सहिष्णुता रही, धैर्...
256,556 समाचार पत्रों के टाइटल निरस्त  पुराने विज्ञापनों की जांच शुरू, अपात्र अखबारों से वसूली के निर्देश

256,556 समाचार पत्रों के टाइटल निरस्त पुराने विज्ञापनों की जांच शुरू, अपात्र अखबारों से वसूली के निर्देश

EXCLUSIVE NEWS
मोदी सरकार ने पिछले एक साल की जांच के बाद ढाई लाख से अधिक अखबारों का टाईटल निरस्त कर दिया है साथ ही सैंकड़ों अखबारों को डीएवीपी की सूची से बाहर कर दिया है। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम को पुरानी सारी गड़बड़ी की जांच के निर्देश दिए हैं। इसमें अपात्र अखबारों और मैंगजीन को सरकारी विज्ञापन देने की शिकायतों की जांच भी शामिल है। इसमें गड़बड़ी पाए जाने पर रिकवरी और कानूनी कार्रवाई के निर्देश भी हैं। इसके चलते मीडियाजगत में हड़कंप है। मोदी सरकार द्वारा सख्ती के इशारे के बाद आरएनआई यानि समाचार पत्रों के पंजीयक का कार्यालय और डीएवीपी यानि विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय काफी सख्त हो चुके हैं. समाचार पत्र के संचालन में जरा भी नियमों को नजरअंदाज किया गया तो आरएनआई समाचार पत्र के टाईटल पर रोक लगाने को तत्पर हो जा रहा है. उधर, डीएवीपी विज्ञापन देने पर प्रतिबंध लगा दे रहा है. देश के इति...
Academic Conclave on “WAKE UP INDIA for Reform & Transformation in Higher Education” & National Conference on  “Design and Innovation” 24th June, 2017 Venue: Indian Institute of Technology Delhi (IITD), India

Academic Conclave on “WAKE UP INDIA for Reform & Transformation in Higher Education” & National Conference on “Design and Innovation” 24th June, 2017 Venue: Indian Institute of Technology Delhi (IITD), India

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS
Design has become an important catalyst for innovation, economic competitiveness and better living, in a world where ideas matter more than ever. Leaders in the public and private sectors are recognizing that design is more than aesthetics. Good design is good strategy. Companies, communities and economies are using design thinking to raise productivity, unlock new opportunities for growth, and improve the quality of everyday life. The Design and Innovation Conference, Themed “Design • Innovate • Transform”. Design, business and public sector leaders will convene to share their experiences and insights on how design is a key driver of innovation, and how it has a transformative impact on individuals and corporations, creating game-changing possibilities for a better world. The Confer...
NEHRU DOES NOT WANT TO FIGHT AGAINST PAKISTAN BUT AGAINST HINDU RAJ (Article written by Veer V D Savarkar) 22-10-1947

NEHRU DOES NOT WANT TO FIGHT AGAINST PAKISTAN BUT AGAINST HINDU RAJ (Article written by Veer V D Savarkar) 22-10-1947

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS
“The Gandhi’s ministers, leaders and newspapers have recently trotted out a new stunt to cover their dismal and disastrous failure to protect the life, property and honour of our nation and perhaps with a crafty design to capture Moslem votes in the joint electorates to come. Pundit Nehru, their megaphone, has recently been addressing a number of meetings wherein instead of assuring and enlightening the people as to how his government is going to forestall and frustrate the covert machinations and overt challenges of the Moslems to conquer and convert the whole of Hindus-than into a Pakistan, he has been indulging into furious denunciations against the demand for a Hindu State! As if the mere demand for a Hindu Raj constitutes a danger to his Government so much more imminent, impending, in...
Army to lead CRPF anti-Naxal ops soon. Are all officers in Paramilitary forces dead?

Army to lead CRPF anti-Naxal ops soon. Are all officers in Paramilitary forces dead?

EXCLUSIVE NEWS
1. What are/have been the IPS/Paramilitary (actually CAPF) officers doing? they are suppose to lead these operations? have you ever heard of any officer being killed in Naxal attack? because these 'officers' sit in AC offices and work as clerks. 2. Will the government terminate these officers immediately? Why should we have this cadre if its completely useless? 3. Will government identify officers who failed, and punish them for the death of so many of our CAPF personnel? Army to lead CRPF anti-Naxal ops soon Pradip R Sagar 30 April 2017 New Delhi The Indian Army could soon be playing big brother to the CRPF, with its officers leading the paramilitary force against the Naxalite menace. After the Sukma attack killing 25 CRPF jawans on April 24, the Modi government ...
उत्साह सबसे बड़ी शक्ति और आलस्य सबसे बड़ी कमजोरी है

उत्साह सबसे बड़ी शक्ति और आलस्य सबसे बड़ी कमजोरी है

EXCLUSIVE NEWS, संस्कृति और अध्यात्म
उत्साह सबसे बड़ी शक्ति और आलस्य सबसे बड़ी कमजोरी है (1) आलस्य से हम सभी परिचित हैं। काम करने का मन न होना, समय यों ही गुजार देना, आवश्यकता से अधिक सोना आदि को हम आलस्य की संज्ञा देते हैं और यह भी जानते हैं कि आलस्य से हमारा बहुत नुकसान होता है। फिर भी आलस्य से पीछा नहीं छूटता, कहीं-न-कहीं जीवन में यह प्रकट हो ही जाता है। आलस्य करते समय हम अपने कार्यों, परेशानियों आदि को भूल जाते हैं और जब समय गुजर जाता है तो आलस्य का रोना रोते हैं, स्वयं को दोष देते हैं, पछताते हैं। सच में आलस्य हमारे जीवन में ऐसे कोने में छिपा होता है, ऐसे छद्म वेश में होता है, जिसे हम पहचान नहीं पाते, ढूँढ़ नहीं पाते, उसे भगा नहीं पाते; जबकि उससे ज्यादा घातक हमारे लिए और कोई वृत्ति नहीं होती। (2) आलस्य तो मन का एक स्वभाव है। यह दीखता भी हमारे व्यवहार में है, इसे यों ही पकड़ा नहीं जा सकता। आलस्य को हम दूर भगाना चाहते हैं, ...