गंगा शहीदों की मांगों पर संकल्प कब ?
भारत भी मां है और गंगा भी। भारत माता की जय का उद्घोष हमें जोश से भर देता है; हमारी बाजुओं की मछलियां फड़कने लगती हैं। यह हमारी राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। यह जयघोष, देश के दुश्मनों को ललकार का भी प्रदर्शन है। पुलवामा के नापाक आतंकी हमले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवानो की शहादत के पश्चात् पूरे भारत ने इस जयघोष के साथ दुश्मन को ललकार का प्रदर्शन किया; बदला-बदले की आवाज़ें बुलन्द की। 'ऑपरेशन बालाकोट' को अंजाम देकर भारतीय वायुसेना ने इस मांग की पूर्ति भी कर दी। माननीय प्रधानमंत्री ने रातजगा कर राष्ट्र को यह संदेश भी दे दिया कि वह मां के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों को क्षमा करने के पक्ष मे कतई नहीं हैं। प्रधानमंत्री जी का यह रुख सराहनीय है। किंतु क्या मां गंगा के साथ भी हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और हम भारतीयों की संवेदना और संकल्प का स्तर सराहनीय है ?
गंगा मैया की...