Shadow

TOP STORIES

नोटबंदी की तरह शराबबंदी भी

नोटबंदी की तरह शराबबंदी भी

addtop, TOP STORIES
शराबबंदी पर आजकल हमारी अदालतें और सरकारें काफी जोर दे रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिशकुमार ने तो शराबियों का हुक्का-पानी ही बंद कर दिया है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के एक ताजा फैसले ने शराबियों से ज्यादा शराब-विक्रेताओं के होश फाख्ता कर दिए हैं। उनके साथ-साथ कई मुख्यमंत्रियों के भी पसीने छूट रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यदि हमने अदालत के फैसले को लागू कर दिया तो हमें 50 अरब रु. के टैक्स का नुकसान हो जाएगा। कोई मुख्यमंत्री 70 अरब, कोई 30 अरब और कोई 20 अरब के नुकसान की बात कर रहा है। क्या है, वह फैसला? वह यह है कि देश में बने राजमार्गों (हाईवे) और प्रांतीय मार्गो के आजू-बाजू 500 मीटर की दूरी तक कोई शराब नहीं बेच सकेगा। इन राजमार्गों के आजू-बाजू ही देश की लगभग 50 प्रतिशत शराब बिकती है। इन बड़ी सड़कों पर यात्रा करनेवाले लोग जमकर शराब पीते हैं और उनमें से कई दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। खुद भी मरते ...
अस्तित्व का संकट

अस्तित्व का संकट

TOP STORIES
रोनाल्ड रीगन ने कहा था, “स्वतंत्रता के अस्तित्व को मिटने में एक पीढ़ी से अधिक का समय नहीं लगता| इसे हम अपने संतानों के रक्त में प्रवाहित नहीं करते| स्वतंत्रता के लिए लड़ना और इसे सुरक्षित कर भावी पीढ़ी को लड़ने के लिए देना पड़ता है|” इंडिया को तो कभी स्वतंत्रता मिली ही नहीं! आक्रांता अंग्रेजों ने भारत को अपनी सम्पत्ति मानकर दो उपनिवेश इंडिया और पाकिस्तान बनाये. जिनका अंग्रेजों को न अधिकार था और न है. लेकिन उपनिवेश का आजतक किसी ने विरोध नहीं किया! क्या आप अपनी स्वतंत्रता के लिए मेरी गुप्त सहायता करेंगे? हमारे पूर्वजों के ९० वर्षों के बलिदानों की परिणति है, उपनिवेश के पूर्व शब्द ‘स्वतंत्र’ का जोड़ा जाना. चुनाव द्वारा स्थितियों में कोई परिवर्तन सम्भव नहीं| आज़ादी धोखा है. इंडिया आज भी एलिजाबेथ का उपनिवेश और ब्रिटेन का दास है. आज भी सभी ब्रिटिश कानून ही देश पर लागू हैं. २०व...
आबादी रोकने के लिए देश चले असम के रास्ते पर

आबादी रोकने के लिए देश चले असम के रास्ते पर

Today News, TOP STORIES
अभी कुछ दिन पहले असम से आई एक महत्वपूर्ण खबर पर जितनी चर्चा होनी चाहिए थी देश ने चर्चा नहीं की। खबर यह थी कि  असम में राज्य सरकार ने नयी जनसंख्या नीति का मसौदा तैयार किया है। इसके अनुसार, दो से अधिक बच्चे पैदा करने वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। असम में सरकारी योजनाओं के लिए भी यह द्विसंतान नीति लागू होगी। यूं तो हमारे देश में अनियंत्रित जनसंख्या को काबू करने के लिए बीच-बीच में निरर्थक और बेमतलब बातें होने लगती हैं I पर असम सरकार ने निश्चित रूप से समूचे देश के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। एक तरह से असम सरकार ने यह खुले रूप में स्पष्ट कर दिया है कि वो आबादी पर लगाम लगाने के लिए कृतसंकल्प है। असम में अनधिकृत घुसपैठ के कारण भी आबादी बेलगाम तरीके से बढ़ती ही जा रही है। याद रखिए कि पूरा देश जनसंख्या विस्फोट से सारा देश त्राहि-त्राहि कर रहा है। हर तरफ भीड़ ही भीड़ दिखाई देती है...
Factors Which Have Divided Hindu Community to “Micro Level

Factors Which Have Divided Hindu Community to “Micro Level

Today News, TOP STORIES
Following are the factors which i feel have eroded unity of our  hindu brothers and sisters. 1. Invasions and introduction of alien  cultures 2. Large scale forcible conversions to other religions also monitory benefits due availability of large finances with foreign missionaries to convert the poor among we hindus 3. Creation of different opinions among different people due misplaced loyalities towards invaders in past 4. Superiority or Inferiority complex among different cast hindus due their traditional professions and this phenmenon was encouraged by invaders with a mind set that some professions are inferior 5 Unjustified Reservation policies in the constitution of our nation 6 Nepotism based on cast and creed at all levels of governance 7 Unawareness among our people about re...
VISUAL MEDIA  IN INDIA WHIPPING MOB FURY AND TURNING NEGATIVE                                                                                  – SHOULD IT BE CHECKED ?

VISUAL MEDIA IN INDIA WHIPPING MOB FURY AND TURNING NEGATIVE – SHOULD IT BE CHECKED ?

addtop, Today News, TOP STORIES
Most of the television media in India are owned by political parties or politically affiliated groups or business men. This is so in the case of English TV media as well as regional media in various languages. In the choice of the news and visual scenes  that are  telecast , the priority is for violence , rape and molestation, murder , corruption, dacoity  and the abusive statements of politicians   and religious and social extremists.  Apart from these groups, the cinema actors also get high priority and they are often asked to give their views on various subjects even relating to complicated  social themes and matters relating to science and technology ,though most of the actors  have no worthwhile qualification  in such fields . The main focus of Indian TV media  is to enlarge the...
ईवीएम मशीन का झूठ सबसे पहले दैनिक भास्कर ने फैलाया!  यूपीए शासन में कोल आवंटन का ऋण चुका रहा था शायद!

ईवीएम मशीन का झूठ सबसे पहले दैनिक भास्कर ने फैलाया! यूपीए शासन में कोल आवंटन का ऋण चुका रहा था शायद!

BREAKING NEWS, TOP STORIES
यह लिंक एक वामपंथी वेब स्क्राल का ही है। ठीक से पूरी खबर पढ़िये, एक-एक मीडिया और पत्रकार के झूठ का पर्दाफाश किया गया है। मप्र के  भिंड में ईवीएम का झूठ फैलाने वाले पत्रकारों और उनके संपादकों से भी बात की गयी है, और सबकी झूठ उनके मुंह पर पकड़ी गयी है। इस झूठ को सबसे पहले दैनिक भास्कर ने फैलाया। आपको यह बता दूं कि कांग्रेस की यूपीए सरकार ने भास्कर के मालिकों को अवैध रूप से कोयला   खदान आवंटित किया था, जिसे बाद में अदालत ने रद्द कर दिया था। लगता है भास्कर के मालिकान और पत्रकार अभी तक कांग्रेस की नमक का हक  अदा कर रहे हैं। पत्रिका भी इस झूठ को फैलाने वालों में शामिल था, जो आजकल कैच वेब के जरिये भी लगातार झूठ फैलाने में जुटा है।इन दोनों अखबार के आधार पर दिल्ली में वामपंथी इंडियन एक्सप्रेस व एनडीटीवी ने, फिर एबीपी न्यूज और कोयला घोटाले में फंसी एक कंपनी की  बड़ी शेयर वाली आजतक ने इस झूठ को फैला...
ईवीएम मुद्दे पर सरकार से जबाव तलब

ईवीएम मुद्दे पर सरकार से जबाव तलब

addtop, TOP STORIES
उच्चतम न्यायालय ने ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग और सरकार से जबाव तलब किया है. न्यायमूर्ति जे चेकामेश्वर की अध्यक्षता वाली बेंच ने सरकार और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया, सुनवाई की और अगली आठ तारीख तक अपना जबाव देने के लिए कहा है. न्यायालय ने यह नोटिस बसपा की तरफ से ईवीएम के मुद्दे पर उपस्थित वरिष्ठ वकील पी चिदम्बरम की दलील पर जारी किया....
अमेरिका ने गिराया अफ्गानिस्तान पर सबसे बड़ा गैर परमाणु बम

अमेरिका ने गिराया अफ्गानिस्तान पर सबसे बड़ा गैर परमाणु बम

addtop, BREAKING NEWS, Today News, TOP STORIES
अमेरिकी सेना ने सीरिया में हमले के बाद अब अफगानिस्तान का रुख किया है. पेंटागन के अनुसार कल स्थानीय समय के अनुसार शाम 7 बजे अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के परिसर में सबसे बड़ा गैर परमाणु बम गिराया गया. पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि इस बम का प्रयोग सबसे पहली बार किया जा रहा है. यह अमेरिका का सबसे शक्तिशाली बम है. इसे मदर ऑफ आल बम्स कहा गया है. इस घटना ने एक बार फिर से संघर्षों के तेज होने की आशंका में वृद्धि कर दी है. यह कुल 9797 किलोग्राम का है. अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत के अचिन जिले में गुफाओं में यह कार्यवाही की गयी. इन्हीं गुफाओं में आईएस आतंकियों का डेरा बताया जाता है. अभी नुकसान का आंकलन नहीं किया गया है....
Supreme Court verdict on mobile-tower for an individual should be for all: Delhi must adopt Mumbai-policy of consent of 70-percent residents for installing mobile-towers

Supreme Court verdict on mobile-tower for an individual should be for all: Delhi must adopt Mumbai-policy of consent of 70-percent residents for installing mobile-towers

addtop, Today News, TOP STORIES
It refers to Supreme Court verdict dated 11.04.2017 where order was given to remove mobile-tower from the residential-building on plea of an individual claiming that cell-tower gave him cancer. But such an important verdict should be applicable for all citizens of the country where it is a well established fact that Electro­ Magnetic Fields radiation-exposure due to mobile-towers causes adverse effects on brains and pregnant women specially. Even Central Information Commission in its order dated 20.02.2015 in appeal-number CIC-SA-A-2014-001119 discussed in detail about many reports including World Health Organization press release -Radio Frequency Electro­ Magnetic Fields as possible carcinogenic- to humans based on increased risks for glioma, a malignant type brain cancer.   Authoritie...
Welcome two-child norms for government-jobs by Assam government should be applicable on all aspects throughout the country

Welcome two-child norms for government-jobs by Assam government should be applicable on all aspects throughout the country

TOP STORIES
It is beyond understanding why pseudo-secularists in the country always sense anti-minority stand in every bold initiative of some state-government for overall welfare of the people. Family-planning programme in India is in force in the country for last so many decades with Congress or UPA governments in power most of the time both at the centre and in states. But now when Assam government has initiated a practical approach in this regard through its decision to give government-jobs only to persons with upto two children, voice is being unnecessarily raised it to be an anti-minority step. Rather such steps which also include providing employment-generating government-schemes to people having adopted two-child norm, should be adopted by the central government at national level. Even two-chi...