औद्योगिक अपशिष्ट से उपयोगी उत्पाद बनाने की नयी तकनीक
नई दिल्ली, 18 नवंबर (इंडिया साइंस वायर): रासायनिक अभिक्रियाओं को तेज करने के लिए
उनमें विशिष्ट एजेंट्स का उपयोग होता है, जिन्हें उत्प्रेरक कहा जाता है। कुशल एवं प्रभावी
उत्प्रेरक रासायनिक प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने और उसके माध्यम से वांछित उद्देश्य को
पूरा करने में मददगार होते हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गुवाहाटी और इसी
शहर में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च (नाइपर) के
शोधकर्ताओं ने औद्योगिक एवं जैविक कचरे को मूल्यवान रसायनों में रूपांतरित करने के लिए
एक प्रभावी "पिनसर उत्प्रेरक" प्रणाली विकसित की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि "पिनसर
उत्प्रेरक" की बेहद कम मात्रा ग्लिसरॉल जैसे औद्योगिक अपशिष्ट को लैक्टिक एसिड और
हाइड्रोजन ईंधन में परिवर्तित कर सकती है।
यह भी एक महत्वपूर्ण तथ्य है कि रूपांतरण की इस ...