सम्हल कर चलें, छत्तीसगढ़ व्यस्क हो रहा
छत्तीसगढ़ राज्य अब वयस्क होने की दहलीज पर है, अपनी स्थापना के बीस वर्ष पूरा कर आज इक्कीसवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति, संस्कृति, आर्थिक संरचना और भाषा के कारण प्रकृति ने ही इस क्षेत्र को छत्तीसगढ़ का नाम तो पहले ही दे चुकी थी, किन्तु पृथक राजनैतिक पहचान की आठ दशक की मांग के पश्चात आखिरकार 1 नवंबर 2000 के दिन मिली। पिछले 20 वर्षों में नवोदित राज्य ने विकास के अनेक सोपान तय किए हैं, इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।
किसी जातक के जन्म की तरह राज्य के निर्माण के आरंभिक काल उसके शरीर को स्वस्थ रखने का होता है। इसके लिए नियमित दिनचर्या और देखभाल के अनुशासन की आवश्यकता होती है। प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने तीन वर्ष के कार्यकाल में ने राज्य के लिए प्रशासनिक अधोसंरचना का निर्माण किया और प्रदेश के विकास के लिए नीतियां तैयार ...