विश्व शांति के लिए बमों की बजाय समन्वयक विचारों पर बल देने की ज्यादा जरूरत
( क्षेत्रीय परमाणु चुनौतियों के साथ-साथ साइबर सुरक्षा, आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेंस और अगली पीढ़ी के हाइपरसोनिक हथियारों से पैदा हो रहे ख़तरों को भी समझा जाए. )
----प्रियंका सौरभ विश्व शांति के लिए बमों की बजाय समन्वयक विचारों पर बल देने की ज्यादा जरूरत है. पूरी दुनिया में आज आज ऐसे-ऐसे हथियार मौजूद है जो पालक झपकते ही इनको खत्म कर सकते है. यही नहीं दुनिया को भी सैंकड़ों बार खत्म कर सकते है. आज अधिकांश सदस्य देश इनजनसंहार के हथियारों का ख़ात्मा चाहते हैं लेकिन फिर भी निरस्त्रीकरण सम्मेलनों में पिछले दो दशकों से इस पर बातचीत नहीं हुई है. इसके चलते हथियारों पर नियंत्रण के मुद्दों पर वार्ता हो रही है. इसके अलावा हथियारों के क्षेत्र में नई तकनीकें इन जोखिमों को ऐसे बढ़ा रही हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते.
परमाणु हथियारों ने मानव सृष्टि को जितना नुकस...