यह जानकर आश्चर्य हुआ कि जापान में आज जितनी सुजुकी गाडियां चल रही हैं , उसकी आधी भारत में बनी हैं । मतलब कंपनी जापान की मेक इन हिन्दुस्तान की । सुजुकी ही नहीं , विदेशी धरती पर दौड़ रही हौंडा और हुंडई पर भी मेड इन इंडिया का लेवल लगा है । भारत के मेक इन इंडिया अभियान का ऐसा असर पड़ा कि चीन से उठकर उद्योग लगातार भारत आ रहे हैं । भारत में बढ़ रहे यूनिकॉर्न और हजारों स्टार्ट अप देश की सूरत किस तरह बदल रहे हैं , इसे महसूस कीजिए ? ब्रिटेन को पछाड़ चुकी हमारी अर्थव्यवस्था कुछ ही वर्षों में जापान को पछाड़ने वाली है ।
क्या आप जानते हैं कि अगली बहार मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स की फील्ड में आने वाली है ? शुरू हो चुका है चीन का बाजार घटना । थोड़ा इंतजार कीजिए । वह दिन बहुत दूर नहीं , जब कारों की तरह दुनिया के अनेक देशों की जनता के हाथों में मेड इन इंडिया फोन नज़र आएंगे । गौर कीजिए , मेड इन चाइना सामान अब भारत में भी घटने लगा है । भविष्य को भांपकर चीन खुद भी निर्माण के कुछ सैक्टर छोड़ रहा है । अर्थतंत्र बचाने के लिए चीन ने कईं कदम उठाए हैं । भारत का नए नए क्षेत्रों में प्रवेश 2030 तक क्या गुल खिलाएगा , बस दिल थामकर देखते रहिए ।
चुनावी राजनीति छोड़िए , दिल की गलियों में उतरिए । जो लोग गले फाड़ फाड़ कर पूछते हैं कि इस सरकार ने कोई एक काम किया हो तो बताइए ? वैसे यह बात सरकार बताएगी या भाजपा । लेकिन मेड इन इंडिया को बढ़ावा और आयुष्मान कार्ड दो ऐसे काम हैं , जिन्होंने क्रांतिकारी परिवर्तन किया है । देश के करोड़ों लोगों को पांच लाख रुपए प्रतिवर्ष चिकित्सा के लिए मिल जाए तो गरीब एवं मध्यम वर्ग के लिए यह बहुत बड़ा वरदान है । मेड इन इंडिया , मेक इन इंडिया , स्टार्ट अप और बड़े बड़े यूनिकॉर्न के माध्यम से देश बहुत आगे बढ़ रहा है । कुछ दिन रुक जाइए , फिर सैन्य आयुधों और युद्धक विमानों की फील्ड भारत को विकसित राष्ट्रों की सूची में शामिल करा देगी ।
हम जानते हैं कि देश के कुछ लोगों को ” गुड न्यूज ” बुरी लगती हैं । वे मीडिया को भी सिखाते हैं कि बैड न्यूज दिखाओ , उपलब्धि की बात आए तो मणिपुर चले जाओ । मीडिया अथवा सोशल मीडिया यदि राम कृष्ण की बात करे , पीएम तेजस उड़ाएं , देश में राफेल आएं तो कुछ विघ्नसंतोषी चाहते हैं कि देश खुश न हो , रूदाली गाएं । राष्ट्र गौरव , राष्ट्र प्रेम और राष्ट्रवाद का नाम आते ही कुछ लोगों को कौंच की फली या नागफणी चुभ जाती है । बताइए कहा करें कित जाएं ?
देश का गुणगान हो उत्थान हो
तो अच्छा लगता है
देश की महिमा बढ़े सम्मान हो
तो अच्छा लगता है…
अवधेश प्रताप सिंह कानपुर उत्तर प्रदेश