क्या आप जानते हैं कि पिछले सात वर्षों में देश में अमरूद का उत्पादन 80 – 90% तक कम हो गया है! क्यों?
पिछले तीन वर्ष में गेहूं का उत्पादन 20%, कपास का 30%, चीनी का 10% तक कम उत्पादन हो गया है। इस वर्ष मिर्ची, अदरक ,टमाटर, लीची और आम आधे ही हुए हैं तो सेब बड़ी मात्रा में गल गया है। धान भी 20 – 30 % तक कम होने का अनुमान है। इस कारण पशुओं को मिलने वाला चारा भी कम हो गया और दूध का उत्पादन भी 10 से 15% कम हो चुका है। जरा सोचिए, अगर यही क्रम कुछ और साल चला तो क्या होगा?
देश बहुत तेज विकास कर रहा है। विश्व में सबसे तेज। पर जब भूख लगेगी तो क्या आप विकास को खा सकते हो ? कहीं अनाज, फल सब्जियों के कम उत्पादन का कारण तीव्र विकास और उससे उत्पन्न ग्लोबल वार्मिंग तो नहीं?
ज़रा सोचिए कहीं अंधे कुँए में तो नहीं धकेले जा रहें हैं आप ?