
संपूर्ण सनातन भारत ही ‘चेतना’ का लक्ष्य: राजेश चेतन
धरती को जहन्नुम बना कर जन्नत के जो सपने दिखाए वो 'काफिर'
'इस्लाम और विश्व शांति' व्याख्यान का आयोजन
गले-सड़े कानूनों को तत्काल बदलने की जरूरत
संपूर्ण सनातन भारत ही 'चेतना' का लक्ष्य: राजेश चेतन
नई दिल्ली। संस्कार को अपनी वास्तविक धरोहर और संपूर्ण सनातन भारत को ही मूल लक्ष्य मानने वाली संस्था चेतना ने राष्ट्रवाद की लौ को और प्रखर करने के लिए रोहिणी में 'इस्लाम और विश्व शांति' व्याख्यान का आयोजन किया। लाला पन्ना लाल सिंघल स्मृति व्याख्यानमाला की यह नौवीं कड़ी थी। जाने माने उद्योगपति अनिल सिंघल व्याख्यान के स्वागताध्यक्ष रहे।ज्वलंत विषय पर वक्ताओं के तथ्यपूर्ण व तार्किक संबोधन से राष्ट्रवाद की भावनाओं का ऐसा सैलाब आया जो सभागार में मौजूद हर किसी को अपने साथ बहा ले गया।वक्ताओं का ओज, आक्रोश और आक्रामक तेवर इस कदर हावी हुए कि बार-बार भारत माता की जय, वंदेमातरम के नारे गूंजते रहे।वक...