केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज डिजिटल माध्यम से पुनर्निर्मित सीजीएचएस (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना) वेबसाइट (www.cghs.gov.in) और मोबाइल एप, “माइसीजीएचएस” को लॉन्च किया। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार भी उपस्थित थीं।
डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “एक मोबाइल एप से जुड़ी सीजीएचएस वेबसाइट को शुरू करना, भारत की बढ़ती डिजिटल पैंठ को और आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और सामयिक कदम है। इस वेबसाइट में कई अद्यतन विशेषताएं हैं, जो 40 लाख से अधिक लाभार्थियों (सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मी, दोनों) को उनके घरों से ही रियल टाइम की जानकारी के साथ अत्यधिक लाभान्वित करेंगी।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की सुविधा लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं को बिना किसी जोखिम के पहुंचाने में सक्षम बनाएगी और यह मौजूदा कोविड-19 महामारी के दौरान सही समय पर एक अभिनव कदम है। मंत्री ने आगे कहा कि यह भारत की बढ़ती डिजिटल पैंठ की एक महत्वपूर्ण और सामयिक कदम है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पुनर्निर्मित वेबसाइट में सेवाओं का विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि टेली- कंसल्टेशन की नई सुविधा के तहत सीजीएचएस लाभार्थी फोन के जरिए सीधे विशेषज्ञों से सलाह प्राप्त कर सकते हैं। इन बेहतर सुविधाओं के साथ, सीजीएचएस का लक्ष्य लाभार्थियों सुगम तरीके से विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने की अपनी पहुंच में और बढ़ोतरी करने का है।
विभिन्न लाभार्थी अनुकूल सुविधाओं के साथ नई सीजीएचएस वेबसाइट और “माईसीजीएचएस” नामक मोबाइल एप्लिकेशन के रूप में इसका विस्तार किया गया है। इसे अपने घर की सुरक्षित सीमा के भीतर रहकर, विशेषकर कोविड महामारी के दौरान लाभार्थियों तक सेवा पहुंचाने में आसानी के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
उन्नत सीजीएचएस वेबसाइट की विभिन्न विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- इस वेबसाइट को जीआईजीडब्ल्यू (भारत सरकार की वेबसाइटों के लिए दिशानिर्देश) के अनुरूप विकसित किया गया है। ये मानक और दिशानिर्देश वेबसाइट को 3यू यानी यूजेबल (उपयोगी), यूजर-सेंट्रिक (उपयोगकर्ता-केंद्रित) और यूनवर्सिली एक्सेसिबल (सार्वभौमिक रूप से सुलभ) के अनुरूप बनाते हैं।
- जीआईजीडब्ल्यू के अधिदेश के अनुरूप वेबसाइट को भविष्य में बहुभाषी बनाने के प्रावधान के साथ द्विभाषी (हिंदी और अंग्रेजी) बनाया गया है।
- इस वेबसाइट का इंटरफेस सहज है और वांछित जानकारी तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। वेबसाइट की सामग्री तक पहुंचने के लिए व्यापक खोज सुविधा प्रदान की गई है।
- दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए उपयोगकर्ता अनुकूल विशेषताएं जैसे कि जैसे टेक्स्ट का ऑडियो प्ले और फॉन्ट साइज बढ़ाने के विकल्प जोड़े गए हैं।
- सीजीएचएस वेबसाइट के जरिए ई-संजीवनी टेली-कंसल्टेशन सुविधा के लिए भी एक सीधा लिंक दिया गया है।
- यह वेबसाइट सीजीएचएस लाभार्थियों के लिए विकसित ऑनलाइन शिकायत पोर्टल का लिंक प्रदान करती है, जिसमें शिकायतों के समय पर निवारण के लिए संबंधित अधिकारी को एसएमएस और ई-मेल अलर्ट, दोनों के साथ सीधे संबंधित अधिकारी को शिकायत भेजने का प्रावधान है।
- इस वेबसाइट में विभिन्न ऑनलाइन सुविधाओं जैसे कि चिकित्सा दावे, शिकायत, सीजीएचएस कार्ड की स्थिति, सीजीएचएस कार्ड को डाउनलोड करना, दवाओं के इतिहास तक पहुंच, ऑनलाइन अपॉइंटमेंट प्रणाली और कई अन्य सुविधाओं तक पहुंचने के लिए लाभार्थी लॉगिन का लिंक भी दिया गया है।
डॉ. भारती प्रवीण पवार ने इस उपलब्धि पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह महामारी के दौरान डिजिटल मीडिया स्रोतों के उपयोग की हमारी समझ के परिणामस्वरूप सामने आया है। डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप इस नई वेबसाइट को शुरू किया गया है, जिससे लाभार्थी अपनी सुविधानुसार लाभ प्राप्त कर सकें।” डॉ. पवार ने आगे कहा, “भविष्य में यह मंच संबद्ध 40 लाख लाभार्थियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने में उपयोगी होगा।”
केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनधारियों व कुछ अन्य श्रेणी के लाभार्थियों और उनके नामांकित आश्रितों के लिए प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है। यह भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था के सभी चार स्तंभों यानी विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका और प्रेस के पात्र लाभार्थियों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करती है। यह अपने लाभार्थियों की बड़ी संख्या और अखिल भारतीय स्तर पर एलोपैथिक के साथ-साथ स्वदेशी चिकित्सा प्रणालियों के जरिए स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की वजह से अपनी तरह की अनोखी योजना है। भारत की बढ़ती डिजिटल पैंठ को और विस्तार देने के लिए सीजीएचएस ने विभिन्न ऑनलाइन चैनलों के जरिए सेवाओं के वितरण पर जोर दिया है।
इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण, अतिरिक्त सचिव और सीजीएचएस के महानिदेशक श्री आलोक सक्सेना, सीजीएचएस के निदेशक डॉ. निखिलेश चंद्र, एनआईसी की महानिदेशक डॉ. नीता वर्मा और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम के जरिए उपस्थित थे।