वस्त्र मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव श्री विजय कुमार सिंह ने “दुबई एक्सपो” 2020 में इंडियन पवेलियन के ट्रेड एडवाइजर श्री जय करण सिंह के साथ निर्यात संवर्धन परिषदों के प्रमुखों की उपस्थिति में कल ‘टेक्सटाइल वीक’ का उद्घाटन किया। दुबई एक्सपो में ‘वस्त्र उद्योग के लिए उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के लिए आपूर्ति और निवेश स्थल- एक गेम चेंजर’ पर एक संवाद सत्र का भी आयोजन किया गया। इस संवाद का उद्देश्य वस्त्र क्षेत्र में निवेश लुभाने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाना है, जिससे उत्पादन और फिर निर्यात बढ़ाया जा सके।
अपने संबोधन में ईपीसीएच चेयरमैन श्री राज कुमार मल्होत्रा ने कहा कि एक्सपो 2020 में इंडिया एक्सपो सबसे बड़े प्लेटफॉर्म्स में से एक है जो भारत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने और देश को विकास तथा नवाचार के अगले हब के रूप में पेश करने का एक सुनहरा अवसर देता है। एक्सपो एक हफ्ते में सातों दिन शनिवार से बुधवार तक सुबह 10 बजे से आधी रात 12 बजे तक और गुरुवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से रात के 2 बजे तक खुला रहेगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने बताया कि हस्तशिल्प देश के कुटीर क्षेत्र के प्रमुख निर्यातों में से एक है और इसके लिए विदेश में पर्याप्त संभावनाएं हैं। लगभग 350 करोड़ डॉलर के निर्यात के साथ, भारत का हस्तशिल्प दुनिया भर में बेचा जाता है और भारत से होम, लाइफस्टाइल, फैशन, फर्नीचर तथा वस्त्रों की आपूर्ति के उद्देश्य से विदेशी खरीदारों के लिए पसंदीदा स्थलों में से एक है।
दुबई एक्सपो एक वैश्विक एक्सपो है, जिसकी 192 प्रतिभागियों के साथ 1 अक्टूबर, 2021 से 31 मार्च, 2022 तक संयुक्त अरब अमीरात में दुबई द्वारा मेजबानी की जा रही है। केंद्रीय वस्त्र, वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने पहली अक्टूबर, 2021 को इंडिया पवेलियन का शुभारम्भ किया। ईपीसीएच चेयरमैन श्री राज कुमार मल्होत्रा ने बताया, एक्सपो 2020 में इंडिया पवेलियन से लोका: समस्ता: सुखिनोभवन्तु के दर्शन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का पता चलता है, जिसका मतलब है, “पूरी दुनिया का हर व्यक्ति खुश रहे।”
ईपीसीएच देश से दुनिया के विभिन्न स्थानों को हस्तशिल्प के निर्यात को प्रोत्साहन देने और विदेश में उच्च स्तर के गुणवत्तापूर्ण हस्तशिल्प सामान तथा सेवाओं के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की छवि को प्रचारित करने के लिए वस्त्र मंत्रालय के तहत आने वाली नोडल एजेंसी है। वर्तमान वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्टूबर, 2021-22 तक सात महीनों के दौरान 19,119.48 करोड़ रुपये के हस्तशिल्प का निर्यात रहा, जो बीते साल की समान अवधि की तुलना में 50.88 प्रतिशत ज्यादा है।