सितंबर के पहले सप्ताह में हम सभी ने यह समाचार देखा व सुना था कि श्रीलंका के तट पर तेल टैंकर एमटी न्यू डायमंड में लगी आग पर भारतीय तटरक्षक बल व नौसेना की मदद से काबू पा लिया गया है। फिर हम इसको भूल गए।मीडिया ने इसे एक सामान्य घटना की तरह लिया किंतु यह एक सामान्य घटना नहीं थी। सच तो यह है कि यह ओपरेशन जिसमें एक तेल टेंकर जो इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के लिए कुवैत से दो लाख 70 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा कच्चा तेल लेकर भारत आ रहा था में 3 सितंबर 2020 को भयंकर आग लग गयी थी, को जिस प्रकार क़ाबू किया गया वह एक विश्वस्तरीय घटना थी। इतने ज़्यादा तेल में अगर आग लग जाती तो यह विस्फोट एक बड़े परमाणु बम के बराबर होता और फिर इससे होने वाले नुक़सान का अनुमान लगाना संभव ही न होता। अमेरिकन नौसेना भी इस तरह के अभियान को इतनी सक्षमता से निभा पाती इसमें भी जानकारो को संदेह है। हो सकता था कि भारत सरकार इसे चीन की साज़िश मान लेती या अमेरिका इसे चीन द्वारा विश्व युद्ध की घोषणा समझ लेता। सच तो यह है भारत के कोस्टल गार्ड्ज़ ने अपने जहाज आइ सी जी शौर्य की मदद से अपनी जान को परवाह किए बिना मात्र कुछ ही दूरी के फ़ासले से इस ओपरेशन को अंजाम देकर 333 मीटर लंबे जहाज़ की आग को क़ाबू कर लिया व जहाज पर मौजूद एक को छोड़ सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया साथ ही कुछ घंटो के भीतर ही इंजन की आग को टैंक तक पहुँचने से रोका। पनामा पंजीकृत टैंकर एमटी न्यू डायमंड के इंजन कक्ष में बॉयलर विस्फोट में एक फिलिपिनो नाविक की मौत हो गई थी।
श्रीलंका नौसेना ने माना कि उनको बंदरगाहों प्राधिकरण के साथ-साथ भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक द्वारा सहायता प्रदान की गई जो संयुक्त रूप से काम कर रहे थे। आपदा राहत अभियान में इंडियन कोस्ट गार्ड शिप (ICGS) सारंग, ICGS सुजय, TTT वन शामिल थे – एक टग, जो अग्निशमन उपकरण और पेशेवर फायरफाइटर्स से लैस था, और इंडियन कोस्ट गार्ड के 02 डोर्नियर विमान भी ओपरेशन में शामिल थे। लेकिन मुख्य व अग्रिम भूमिका भारतीय तटरक्षक बल की ही रही। रिसाव की आशंका के मद्देनजर भारतीय तटरक्षक का एक जहाज ‘समुद्र पहरेदार’ भी इस अभियान में शामिल किया गया था ।यह तेल रिसाव की स्थिति से निबटने में बहुत ही कारगर है। इस पर रिसाव को रोकने के सभी संसाधन मौजूद हैं। टैंकर में 23 क्रू मेंबर जिनमें से 18 फिलिपिनो और पांच यूनानी थे।आपदा राहत अभियान के दौरान लगातार शीतलन प्रभाव ने आग फैलने को नियंत्रित किया है, यह कहते हुए कि तेल रिसाव का अब तक कोई खतरा नहीं है।
यह अभियान 18 सितंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया व भारतीय ततरक्षक दल को प्रतिष्ठा को विश्व स्तर पर स्थापित कर गया। यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व व सुकून की बात होनी चाहिए।
अनुज अग्रवाल
संपादक, डायलॉग इंडिया
www.dialogueindia.in
आईसीजी जहाज, एसएल नौसेना और टग्स द्वारा कॉन्सर्टेड संयुक्त #एसएआर और #फायर फाइटिंग प्रयासों के परिणामस्वरूप 23 में से 22 चालक दल सुरक्षित रूप से सुरक्षित रूप से बचाव हुआ । 01 लापता चालक दल (फिलिपिनो) की खोज प्रगति में है । क्षेत्र में कोई तेल छलकने की सूचना नहीं दी गई । #MTNewDiamond के लिए GoI द्वारा 02 आपातकालीन टोइंग जहाजों को तैनात किया जा रहा है ।
Ministry of Defence, Government of India Shripad Naik Press Information Bureau – PIB, Government of India Ministry of External Affairs, Government of India Ministry of Information & Broadcasting, Government of India Ministry of Home Affairs, Government of India