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Author: Dialogue India

India can show the world how water  management can be reinvented: CSE

India can show the world how water management can be reinvented: CSE

प्रेस विज्ञप्ति
National workshop held in Lucknow on ‘Sustainable and Inclusive Sanitation and Water for All’ highlights the steps Uttar Pradesh is taking in this field The state has a septage management policy; 59 towns and cities have set up treatment systems; and 36 plants are ready to begin operations “Even as the United Nations has launched a global campaign called ‘Be the Change’ to mark the World Water Day, India is already showcasing real action on the ground. It is already holding up a picture of how big change is possible. And this is evident in the way states like Uttar Pradesh are tackling the challenge of providing sustainable and inclusive sanitation and water for all,” said Sunita Narain, director general, Centre for Science and Environment (CSE), while speaking at a national worksh...
लांच हुआ प्रोजेक्ट ‘ग्रीन कारपेट’

लांच हुआ प्रोजेक्ट ‘ग्रीन कारपेट’

TOP STORIES, प्रेस विज्ञप्ति, राष्ट्रीय
थॉमस कुक इंडिया, एसओटीसी ट्रैवल और एलटीआईमाइंडट्री की पार्टनरशिप से बिजनेस ट्रैवल इमीशन को मॉनिटर और मैनेज करने के लिए उद्यमों के लिए एक ग्लोबल प्लेटफार्म यह प्लेटफॉर्म फेयरफैक्स डिजिटल सर्विसेज की वैश्विक विशेषज्ञता का भी लाभ उठाता हैसेबी बिजनेस रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग (बीआरएसआर) मैनडेट के अनुरूप ग्लोबल वार्मिंग के दुष्परिणामों से पर्यावरण और मानव जाति को बचाने के लिए वैश्विक स्तर पर सभी देश इसके दुष्परिणामों को कम करने और भविष्य में खुद को इससे बचाने के प्रयास कर रहे है जिसमे भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है।भारत की इस भूमिका को और सुदृढ़ करते हुए सेबी ने वर्ष 2023 से भारत में लिस्टेड टॉप 1,000 कंपनियों को बिजनेसरिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग (BRSR) के अनुसार मार्केट कैपिटलाइजेशन लिस्टिंग करना अनिवार्य करदिया है। इस आधार पर भारत की ओम्नीचैनल ट्रैवल सर्व...
गणगौर: अखंड सौभाग्य का पर्व

गणगौर: अखंड सौभाग्य का पर्व

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, संस्कृति और अध्यात्म
बेला गर्ग गणगौर का त्यौहार सदियों पुराना हैं। हर युग में कुंआरी कन्याओं एवं नवविवाहिताओं का अपितु संपूर्ण मानवीय संवेदनाओं का गहरा संबंध इस पर्व से जुड़ा रहा है। यद्यपि इसे सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मान्यता प्राप्त है किन्तु जीवन मूल्यों की सुरक्षा एवं वैवाहिक जीवन की सुदृढ़ता में यह एक सार्थक प्रेरणा भी बना है।गणगौर शब्द का गौरव अंतहीन पवित्र दाम्पत्य जीवन की खुशहाली से जुड़ा है। कुंआरी कन्याएं अच्छा पति पाने के लिए और नवविवाहिताएं अखंड सौभाग्य की कामना के लिए यह त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं, व्रत करती हैं, सज-धज कर सोलह शृंगार के साथ गणगौर की पूजा की शुरुआत करती है। पति और पत्नी के रिश्तें को यह फौलादी सी मजबूती देने वाला त्यौहार है, वहीं कुंआरी कन्याओं के लिए आदर्श वर की इच्छा पूरी करने का मनोकामना पर्व है। यह पर्व आदर्शों की ऊंची मीनार है, सांस्कृतिक परम्पराओं की अद्वितीय...
सवालों के घेरे में हैं खुशहाल देशों की रैंकिंग

सवालों के घेरे में हैं खुशहाल देशों की रैंकिंग

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
 ललित गर्ग  साल 2023 के लिए ‘ग्लोबल हैप्पीनेस इंडेक्स’ जारी कर दिया गया है, जिसमें फिनलैंड ने लगातार छठीं बार सर्वोच्च स्थान पाया है। यह बात भी गौर करने की है कि तीन अंकों का सुधार करके भारत इसमें 136वें स्थान पर पहुंचा है, जो आश्चर्यकारी है। इस सूची को जारी करने में अवश्य ही कोई पूर्वाग्रह या आग्रह दिखाई देता है। क्योंकि ऋण की गुहार लगाता एवं त्राहिमाम करता पाकिस्तान 103वें स्थान पर है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि शीर्ष 20 देशों की सूची में एशिया का एक भी देश शामिल नहीं है। कुछ ऐसी ही विडंबनाएं एवं विसंगतियां भी हैं, जो इस सूचकांक के महत्व को घटा देती हैं। जो दुनिया के खुश देशों के आकलन में त्रुटि की पूरी संभावनाएं होने को दर्शाता है। अनेक सवाल खड़े करती है यह खुशहाल देशों की रैंकिंग। चीन में लोगों को धार्मिक-आर्थिक आजादी भी सही ढंग से नहीं मिली है, पर वह 82वें स्थान पर है। नेप...
यदि स्पष्ट बहुमत न होता तो योगी सरकार अब तक गिर जाती।

यदि स्पष्ट बहुमत न होता तो योगी सरकार अब तक गिर जाती।

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य, विश्लेषण
उत्तरप्रदेश में जो हो रहा है। वह सामान्य घटनाएं नहीं है।हर जिले में माफ़िया का साम्राज्य स्थापित था। यदि इसका सम्पूर्ण वर्णन किया जाय तो उस पूरी कहानी को पढ़ने वाला यह समझेगा कि यह उत्तरप्रदेश नहीं है। सोमालिया, युगांडा कि बात हो रही है।*इससे समझिये कि 12 हजार इनकाउंटर और तीन सौ बदमाश मारने के बाद भी अभी स्थिति पटरी पर नहीं आई है।* कोई पाँच हजार करोड़ कि संपत्ति जप्त हुई है।यह तो अब स्पष्ट हो चुका है कि उस समय कि नौकरशाही का एक वर्ग इन आपराधिक कृत्यों में शामिल था।*पूर्व DGP बृजलाल बताते है कि जिस समय पहली मुख्तार अंसारी पकड़ा गया तो वह जेल में दरबार लगाता था। जिले के DM उसके साथ बैडमिंटन खेलते थे।**अतीक अहमद को पकड़ने वाले पूर्व DSP देवेन्द्रराय जब उसके घर गये तो CRP के IG उसके साथ बैठे थे।**2017 तक कम से कम उत्तरप्रदेश के आधे जिले में एक ही सत्ता थी, माफ़िया राज करते थे।*इसमें धन कि सबस...
बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी!

बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी!

BREAKING NEWS, TOP STORIES, घोटाला, विश्लेषण, सामाजिक
रजनीश कपूरबात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। लोग बेवजह उदासी का सबब पूछेंगे। कफ़ील आज़र अमरोहवी ने जब अपनीये नज़्म लिखी होगी तब उन्हें शायद इस बात का ध्यान नहीं होगा कि उनकी नज़्म के शेर कई परिस्थितियों मेंइस्तेमाल किए जाएँगे। जब भी कभी किसी रहस्यमयी घटना का आंशिक पर्दाफ़ाश होता है तो अक्सर इसी शेर कोयाद किया जाता है। आपने संसद में भी माननीय सांसदों से इस शेर को कई बार सुना होगा। आज इस शेर को एकबार फिर से याद किया जा रहा है। कारण है जम्मू कश्मीर की घाटी में घटी एक घटना का, जिसने पूरे देश कोअचंभे में डाल रखा है।पिछले दिनों एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें एक शख़्स ने ख़ुद को प्रधान मंत्री कार्यालय का एक बड़ाअधिकारी बता कर जम्मू कश्मीर में ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा ले ली और उन्हीं के संरक्षण में सीमावर्ती राज्य केकई संवेदनशील इलाक़ों में भी चला गया। डॉ किरण पटेल नाम के इस अधिकारी ने सरकारी चिन्ह...
बताइये क्या यह ७५ साल का “भारत” है?*

बताइये क्या यह ७५ साल का “भारत” है?*

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
हमारे देश में बड़ी मुश्किल है, सत्ता से दूर या नज़दीक का नाता रखने वालों के लिए भारत जो कुछ है, वह नरेंद्र मोदी में सिमट गया है। प्रतिपक्ष राहुलगांधी, शरद पंवार,ममता बनर्जी और जाने किस किस की प्रतिच्छाया में भारत को पहचान रहे हैं। और यही वह भारत है, जिसे सत्ता लूटती है, जनता से छीनती है–और उसी को असली भारत बताकर का प्रचार करती है। भारत की राजनीति में इन दिनों का प्रिय विषय है, राहुल गांधी द्वारा विदेश में जाकर देश के लोकतंत्र पर वक्तव्य, सभी आजकल इसी में व्यस्त हैं। इस सबके बीच स्वीडन की संस्था, वी-डेम (वेरायटीज ऑफ़ डेमोक्रेसी) ने डेमोक्रेसी रिपोर्ट 2023 प्रकाशित की है, जिसमें कुल 179 देशों के लिबरल डेमोक्रेसी इंडेक्स में भारत 97वें स्थान पर चुनावी प्रजातंत्र इंडेक्स में 108वें स्थान पर है, यह 75 वर्ष की उपलब्धि है?। पिछले वर्ष के इंडेक्स में भारत का स्थान 100वां था। तंज़ानिया, बोलीविय...
न्यूट्रिएंट्स के भंडार हैं-‘मिलेट्स’ (श्रीअन्न)

न्यूट्रिएंट्स के भंडार हैं-‘मिलेट्स’ (श्रीअन्न)

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
भारत के प्रस्ताव के आधार पर, यूएनजीए द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष (आईवाईएम) के रूप में घोषित किया गया है। जानकारी देना चाहूंगा कि 5 मार्च 2021 को भारत के प्रस्‍ताव पर 72 देशों की स्‍वीकृति के बाद संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने 2023 को अंतरराष्‍ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी।हाल ही में 18 मार्च शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर के सुब्रमण्यम हॉल में मोटे अनाज यानि कि 'श्रीअन्न' पर दो दिन तक चले वैश्विक सम्मेलन का उद्घाटन किया। 19 मार्च को यह सम्मेलन समाप्त हो गया। भारत के मोटा अनाज मिशन से ढाई करोड़ लघु एवं सीमांत किसानों को लाभ होगा। पीएम मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में मिलेट्स को अब 'श्री अन्न' की पहचान दी गई है, यह सिर्फ खेती और खाने ...
अमर शहीद हेमू कालाणी के 100वें जन्म दिवस

अमर शहीद हेमू कालाणी के 100वें जन्म दिवस

TOP STORIES, राष्ट्रीय
23 मार्च 2023 को अमर शहीद हेमू कालाणी के 100वें जन्म दिवस पर विशेष आलेख अमर शहीद हेमू कालाणी सिंध प्रांत के युवाओं में देशप्रेम का भाव जगाते रहे अखंड भारत का सिंध प्रांत वैसे तो सूफियाना अंदाज एवं आध्यात्म के लिए जाना जाता है, परंतु, सिंध प्रांत में व्यापार भी बहुत उन्नत स्तर पर होता रहा है एवं प्राचीन भारत में सिंध प्रांत के निवासी सामान्यतः सुखी, समृद्ध एवं सम्पन्न रहे हैं। साथ ही, भारत माता को अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने में सिंधवासियों का भरपूर योगदान भी रहा है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले सैकड़ों सिंधवासियों के नाम बहुत आदर के साथ लिए जाते हैं परंतु मुख्यतः इस सूची में शामिल नाम हैं - शहीद हरकृष्ण, शहीद संत कंवरराम, वीर हासाराम पमनानी, श्रीकिशन माटा, नेभनदास फतनानी, तेजूमल बालानी, सच्चा नन्द फेरुमल थावानी, आदि। सिंध के कई स्वतंत्रता सेनानियों न...
शहीद दिवस 23 मार्च को- भूल न जाना भगत सिंह के साथियों को

शहीद दिवस 23 मार्च को- भूल न जाना भगत सिंह के साथियों को

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
आर.के. सिन्हा कौन सा हिन्दुस्तानी होगा जिसके मन में शहीद भगत सिंह को लेकर गहरी श्रद्दा का भाव नहीं होगा। होगा भी क्यों नहीं। आखिर वे क्रांतिकारी, चिंतक और आदर्शों से लबरेज मनुष्य थे। उनसे अब भी भारत के करोड़ों नौजवान प्रेरणा पाते हैं। पर यह भी जरूरी है कि देश भगत सिंह के करीबी साथियों जैसे चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेशवर दत्त, दुर्गा भाभी वगैरह के बलिदान को भी याद रखा जाए। राजगुरु का संबंध पुणे, महाराष्ट्र से था। उन्हें भगत सिंह तथा सुखदेव के साथ 23 मार्च, 1931 को लाहौर में फांसी पर लटका दिया गया था। वे भगत सिंह और सुखदेव के घनिष्ठ मित्र थे। इस मित्रता को राजगुरु ने मृत्यु पर्यंत निभाया। देश की आजादी के लिए दिये गये राजगुरु के बलिदान ने इनका नाम भारत इतिहास में  अंकित करवा दिया। अगर बात वीर स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव की हो तो वो भी महा...