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Author: Dialogue India

Tea seed oil may be healthy option

Tea seed oil may be healthy option

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Scientists at Assam Agricultural University, Jorhat have reported that oil extracted from the seeds of some of the tea varieties grown in Assam is heart-friendly with high levels of unsaturated fatty acids. Researchers studied eight tea seed stocks for their biochemical and physical properties. They found that in as many as seven of them, unsaturated fatty acids constituted for more than 90 per cent of the total fatty acids, from 90.49 per cent to 97.79 per cent. Of them, five had high levels of mono-unsaturated fatty acids, ranging from 49.56 per cent to 63.86 per cent, according to findings published in journal Current Science. Speaking to India Science Wire, Dr. Priyanka Das of the Department of Biochemistry and Agricultural Chemistry at the University, who conducted the study alo...
175 हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का बलशाली संगठन, यह हिन्दू राष्ट्र का उदय है !

175 हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का बलशाली संगठन, यह हिन्दू राष्ट्र का उदय है !

प्रेस विज्ञप्ति
 रामनाथी, गोवा मेंे 4 जून से 7 जून की कालावधि में सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । देश के18 राज्यों से तथा नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका इन देशों से 175 संगठनों के 375 से अधिक प्रतिनिधि इस अधिवेशन में उपस्थित थे । देश-विदेश में कार्यरत हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को एकजुट करनेवाला, हिन्दुत्वनिष्ठों में धर्मबंधुत्व की भावना जागृत करनेवाला, हिन्दुत्व का कार्य भावनावश नहीं, अपितु साधना के स्तर पर करना सिखानेवाला अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन; हिन्दू राष्ट्र स्थापना के मार्ग पर मील का पत्थर ही है । हिन्दुत्वनिष्ठों के अपूर्व उत्साह में संपन्न हुए इस बार के सातवें अधिवेशन के विषय में ऊहापोह करनेवाला लेखप्रपंच....   हिन्दुत्ववनिष्ठों का समान कृति कार्यक्रम !      कुछ वर्ष पूर्व तक हिन्दू समाज एकत्र नहीं हो सकता ऐसी भावना समाज में प्रचलित थी । हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन गोहत्या,...
सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों का मुंह काला हो गया

सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों का मुंह काला हो गया

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कल सुबह जब अखबार खोला तो अरुण शौरी का बयान सामने था. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर तंज कसते हुए इसे ‘फर्जिकल स्ट्राइक’ बताया.  वो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफ़ुद्दीन सोज़ की किताब के विमोचन समारोह में शामिल हुए थे. पहले ही सोज़ विवादों में थे. लेकिन अरुण शौरी के बयान से उन्हें भी पब्लिसिटी मिल गई. वैसे भी, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बोल कर कोई भी ऐरा-गैरा सुर्खियों में आ जाता है. लेकिन ‘फर्जिकल स्ट्राइक’ का जुमला सुन कर वाकई दुख हुआ क्योंकि ये सीधे सीधे भारतीय सेना की साख पर हमला था. मैं सोचता रहा कि जब डीजीएमओ और जनरल हुडा का बयान आ चुका है तो सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं बनता. शौरी जैसे लोगों को कम से कम इतना ध्यान रखना चाहिए था. लेकिन ये कहां पता था कि शाम ढलते ढलते अरुण शौरी ही नहीं, राहुल गांधी, चिंदबरम, लालू, मायावती और केजरीवाल जैसे ...
कर्नाटक का जनमत किसके पक्ष में है?

कर्नाटक का जनमत किसके पक्ष में है?

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चुनावों के दौरान चलने वाला सस्पेन्स आम तौर पर परिणाम आने के बाद खत्म हो जाता है लेकिन कर्नाटक के चुनावी नतीजों ने सस्पेन्स की इस स्थिति को और लम्बा खींच दिया है। राज्य में जो नतीजे आए हैं और इसके परिणामस्वरूप जो स्थिति निर्मित हुई है और उससे जो बातें स्पष्ट हुई हैं आइए जरा उस पर गौर करें। 1.भाजपा जिसके पास पिछली विधानसभा में 40 सीटें थीं वो आज राज्य में 105 सीटों पर विजयी होकर सबसे बड़े राजनैतिक दल के रूप में उभर कर आती है। 2.कांग्रेस जो कि 122 सीटों के साथ सत्ता में थी,आज 78 सीटों तक सिमट कर रह जाती है। 3.उसके 10 निवर्तमान मंत्री चुनाव हार जाते हैं। 4. उसके निवर्तमान मुख्यमंत्री  दो जगहों से चुनाव लड़ते हैं। जिसमें वे मात्र 1696 वोटों से अपनी बादामी सीट बचाने में कामयाब रहते हैं। लेकिन अपनी दूसरी चामुंडेश्वरी सीट पर उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ता है। 6. यहाँ यह जानना भी महत...
चुनाव आयोग से मौलिक भारत के गंभीर प्रश्र

चुनाव आयोग से मौलिक भारत के गंभीर प्रश्र

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सेवा में, जन सूचना अधिकारी, भारत निर्वाचन आयोग, अशोक रोड, नयी दिल्ली-110001.   विषय : प्रार्थना पत्र अंतर्गत धारा 6 सहपठित धारा 2 (j) (i),(ii), सूचना अधिकार अधिनियम - 2005   संदर्भ : आयकर विभाग द्वारा गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश विधान सभा निर्वाचन -2017 एवं (02) अमृतसर लोक सभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों द्वारा एफिडेविट (शपथ पत्रों) में घोषित चल एवं अचल सम्पत्तियों की जाँच   महोदय,   ‘मौलिक भारत’ एक गैर-राजनैतिक संगठन है एवं इसके सदस्य नीरज सक्सैना (एडवोकेट), संजीव गुप्ता (इंजीनियर), जगदीश चौहान (एडवोकेट), अनुज अग्रवाल, विक्रम चौधरी, घनश्याम लाल शर्मा, एवं तिलक राम पांडेय भारतवर्ष में चुनाव सुधार, सुशासन, पारदर्शिता एवं के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों की जनता के प्रति जवाबदेही के लिए कार्यरत हैं। &n...
कब सुधरेगी किसानों की दशा

कब सुधरेगी किसानों की दशा

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पिछले दिनों करीब 30,000 किसानों ने लाल झंडे के तले बम्बई मार्च किया। उनकी प्रमुख मांग कर्जा माफ़ी की थी। पर क्या कर्जा माफ़ी ही किसानों की समस्याओं का हल है? आंखिर क्यों आजादी के 70 साल बाद भी किसान बदहाल हैं? सानों की आत्महत्या कुछ सालों से सुर्खियों में रही है। यूं भी उनकी दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है। कुछ समय पहले की ही बात है जब किसानों को प्याज एक रुपया डेढ़ रुपया बेचने पर मजबूर होना पड़ा था। लगातार ये खबरें आती रही हैं कि किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य नहीं मिलता है। किसान कर्जे तले दबे हैं व मजबूरी में आत्महत्या कर रहे हैं। पिछले साल मोदी जी ने अपने एक भाषण में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी। उनके इस भाषण का कथित बुद्धिजीवी अभी तक मजाक बनाते हैं। मीडिया और विपक्षी पार्टी पूछते हैं कि ये कैसे संभव है। अगर किसानों की आय डबल हुई तो महंगाई कितनी बढ़ेगी क्यो...
अब बारी सोनिया व चिदंबरम की ? 

अब बारी सोनिया व चिदंबरम की ? 

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  सोनिया व चिदंबरम बाप बेटों पर आई इन एक्स मीडिया मामले में तो आरोपों की रकम थोड़ी सी ही है। इससे ज्यादा खेल तो कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के आरोपों में सामने आए हैं कि कैसे अपने अधिकारों की सीमा से बाहर जा सोनिया के ईशारों पर तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने हज़ारों करोड़ के एयरसेल मैक्सिस सहित सात अन्य विदेशी निवेश के प्रस्तावों को मोटा कमीशन लेकर देश में निवेश को मंजूरी दी। आरोप है कि यह निवेश हवाला के जरिए बाहर भेजे गए कालेधन को सफेद करने का खेल था। सात निजी कम्पनियों को 16 मई 2014 को विदेशों से सोना व हीरे के आयात की अनुमति में भी बड़ी टैक्स चोरी की बात रविशंकर प्रसाद ने उजागर की, जिसमें चिदंबरम ने मोटी दलाली ली। मगर चिदंबरम बाप-बेटे के इससे भी अधिक विस्फोटक घोटालों का खुलासा श्री अय्यर की पुस्तक 'सी कम्पनी’ में किया गया है, जिसका विमोचन कल सुब्रमण्यम स्वामी ने किया है। पहल...
आत्मघाती टर्की, दबंग इज़रायल और  बेपानी फिलिस्तीन

आत्मघाती टर्की, दबंग इज़रायल और बेपानी फिलिस्तीन

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आज टर्की-सीरिया-इराक विवाद ने शिया-सुन्नी और आतंकवादी त्रासदी का रूप भले ही ले लिया हो, शुरुआती विवाद तो जल बंटवारा ही रहा है। टर्की कहता है कि अधिक योगदान करने वाले को अधिक पानी लेने का हक है। सीरिया और इराक कह रहे हैं कि उनकी ज़रूरत ज्यादा है। अतः उन्हे उनकी ज़रूरत के हिसाब से पानी मिलना चाहिए। टर्की का दावा है कि इफरीटिस नदी में आने वाले कुल पानी में 88.7 प्रतिशत योगदान तो अकेले उसका ही है। वह तो कुल 43 प्रतिशत पानी ही मांग रहा है। गौर करने की बात है कि इफरीटिस के प्रवाह में सीरिया का योगदान 11.3 प्रतिशत और इराक का शून्य है, जबकि पानी की कमी वाले देश होने के कारण सीरिया, इफरीटिस के पानी में 22 प्रतिशत और इराक 43 प्रतिशत हिस्सेदारी चाहता है। गौर करने की बात यह भी है कि सीरिया और इराक में पानी की कमी का कारण तो आखिरकार टर्की द्वारा इफरीटिस और टिग्रिस पर बनाये बांध ही हैं। किंतु टर्की इस त...
I was So Angry that I Left Home

I was So Angry that I Left Home

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One day, I was so angry, that I left home, swearing not to return, till I became a big guy.Parents, who can't even buy me a Bike, have no rights to dream to make me an Engineer. ​ ​ In my fit of anger, I didn't even realise that I was wearing my father's Shoes. ​ ​ I even stole his wallet, which had some papers, torn as well, which my mother won't seen...While, I was rushing on foot towards the bus station, I realised some prickly pain in my foot. I also felt dampness inside the shoe. ​ ​ That is when I realised the shoe had a hole underneath. ​ ​ There were no buses around. ​ ​ Not knowing what to do, I started to look in my Dad's wallet. I found a loan receipt of Rs. 40,000, which he taken from his office. A laptop bill (he had bought for me). ​ ​ To my utter shock, also foun...
‘नानक शाह फकीर’ फिल्म पर विवाद क्यों?

‘नानक शाह फकीर’ फिल्म पर विवाद क्यों?

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सिक्ख धर्म संस्थापक परमादरणीय गुरू नानक देव जी के जीवन व शिक्षाओं पर आधारित फिल्म ‘नानक शाह फकीर’ काफी विवादों में है। सुना है कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी और कुछ सिक्ख नेता इसे रिलीज नहीं होने देना चाहते। उनका कहना है कि गुरू नानक जी पर फिल्म नहीं बनाई जा सकती । क्योंकि उनका किरदार कोई मनुष्य नहीं निभा सकता। उनकी और बाकी गुरुओं की सारी शिक्षा  गुरू ग्रंथ साहिब में संग्रहीत है। गुरु गोविंद सिंह जी ने हुकुम दिया था, "गुरु मान्यो ग्रंथ" ।  इसी भाव से हर गुरूद्वारे में ग्रंथ साहब की सेवा-अर्चना की जाती है। अकसर ही एतिहासिक फिल्मों पर विवाद होते रहते हैं। ताजा उदाहरण 'पद्मावत’ का है। इसमें राजपूतों की प्रतिष्ठा धूमिल करने का आरोप लगाकर राजपूत समाज ने काफी लम्बा विवाद खड़ा किया। राजपूत समाज के हस्तक्षेप के बाद फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली ने फिल्म के कुछ दृश्यों या कुछ डायलग्स को ब...