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Author: Dialogue India

सभी मंदिरों में चलनी चाहिए “माँ अन्नपूर्णा “ जैसी रसोई – गुरु पवन सिन्हा

सभी मंदिरों में चलनी चाहिए “माँ अन्नपूर्णा “ जैसी रसोई – गुरु पवन सिन्हा

BREAKING NEWS, TOP STORIES, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
मौलिक भारत की “मंदिर संकुल और सेवा योजना” से प्रेरित होकर लक्ष्मीनारायण मंदिर, सेक्टर 56, नोएडा में पिछले एक वर्ष से चल रही माँ अन्नपूर्णा रसोई की पहली वर्षगाँठ पर मुख्य अतिथि व वक्ता प्रख्यात आध्यात्मिक चिंतक श्री गुरु पवन सिन्हा जी ने रसोई की संचालन समिति के कार्य को सराहा व कहा कि परंपरागत रूप से भारत में मंदिर आध्यात्मिक चेतना व पूजन स्थल के साथ साथमंदिर संकुल में देव स्थान, ध्यान कक्ष, मंत्रणा कक्ष, सभा/प्रवचन कक्ष, महंत आवास ,यात्री विश्राम ग्रह, यज्ञशाला, धार्मिक पुस्तकालय, वाचनालय, गुरुकुल, गौशाला, सांस्कृतिक कार्यक्रम कक्ष, चिकित्सालय, व्यायामशाला, रसोई व भोजन कक्ष, अन्न कक्ष, तिजोरी कक्ष, बगिया, कौशल विकास केंद्र सब कुछ होता था और मंदिर पूजा व उपासना के साथ ही राज्य के सलाहकार, अन्न व संपदा के केंद्र ( जिसका प्रयोग राज्य आपात स्थिति में करता था) था। मंदिरसंकुल में शिक्षा हेत...
उत्तर प्रदेश में छद्म समाजवाद और माफियावाद की राजनीति पर सर्जिकल स्ट्राइक

उत्तर प्रदेश में छद्म समाजवाद और माफियावाद की राजनीति पर सर्जिकल स्ट्राइक

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राज्य, सामाजिक
योगीराज में नही सहा जाएगा रामचरित मानस का अपमानमृत्युंजय दीक्षितउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के वर्तमान बजट सत्र में तीखे तेवर दिखाए और राजनैतिक दलों का संरक्षण प्राप्त माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का उद्घोष किया। इसके साथ ही माफियाओं और उनके सहयोगियों के विरुद्ध जिस प्रकार का अभियान प्रारम्भ हुआ उससे यह बात बिल्कुल सत्य सिद्ध हो रही है कि यूपी के लिए योगी ही उपयोगी हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप जिस प्रकार माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही हो रही है उससे हाईकोर्ट व निचली अदालतों का साहस भी बढ़ रहा है और अब वह निर्भय होकर राजनैतिक संरक्षण प्राप्त माफियाओं के खिलाफ कड़ी टिप्पणियां लिख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सदन के दोनों सदनों मे दिये गये भाषणों में यह साफ कर दिया है कि माफिया को बचाने के लिए बड़े -बड़े नेता जो कवच देते हैं उसके बावजूद ऐसे अपराधी अब ...
पंजाब में कुछ होगा? मान-शाह के बीच क्या हुई गुफ्तगू, केंद्र ने भेजीं बलों की 50 कंपनियां

पंजाब में कुछ होगा? मान-शाह के बीच क्या हुई गुफ्तगू, केंद्र ने भेजीं बलों की 50 कंपनियां

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राज्य
-पंजाब में हालात कुछ ठीक नहीं मालूम पड़ रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वीरवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह बातचीत करीब 40 मिनट तक चली।इसमें पाकिस्तान से हो रही ड्रग तस्करी पर चर्चा हुई। साथ ही सीमा पर सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय बनाने करने पर भी बात हुई। अब यह जानकारी सामने आई है कि केंद्र सरकार केंद्रीय सुरक्षा बलों की 50 कंपनियों को पंजाब भेजने का फैसला किया है। यह कंपनियां झारखंड से पंजाब पहुंचेंगी। इनमें CRPF की 10, RAF 8, BSF की 12, ITBP की 10 और SSB की 10 कंपनियां शामिल हैं।देश विरोधी गतिविधियों को नहीं किया जाएगा बर्दाश्तमुख्यमंत्री भगवंत मान ने गृह मंत्री शाह को बताया कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह ड्रग माफियाओं को संरक्षण दे रहा है। कई खतरनाक गैंगस्टर गिरफ्तार किए ...
नडेला से अजय बांगा तक – क्यों सफल होते भारतवंशी

नडेला से अजय बांगा तक – क्यों सफल होते भारतवंशी

TOP STORIES, विश्लेषण
आर.के. सिन्हा भारत के सात समंदर पार से भारतवंशियों के सफलता की खबरें-कहानियां लगातार भारतीय मीडिया की सुर्खियां बनने लगी हैं। आप गौर करें कि भारतवंशी सिर्फ सियासत में ही झंडे नहीं गाड़ रहे हैं। ये तो हम 1960 के दशक से सुन रहे हैं। तब पहली बार कैरेबियाई टापू देश गुयाना में छेदी जगन राष्ट्राध्यक्ष बने थे। उनके बाद न जाने कितने भारतवंशी गुयाना, त्रिनिडाड, फिजी, मॉरीशस, सूरीनाम में सर्वोच्च पदों पर पहुंचे। अब ब्रिटेन में भारतवंशी और इंफोसिस कंपनी के फाउंडर चेयरमैन एन.नारायणमूर्ति के दामाद श्रषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए। अब बात सियासत से हटकर बिजनेस की करेंगे। आप जानते हैं कि बीते बीसेक सालों के दौरान इंदिरा नुई (पेप्सी), पराग अग्रवाल ( ट्विटर), विक्रम पंडित ( सिटी बैंक), सुंदर पिचाई ( गूगल),  सत्या नेडाला (माइक्रोसॉफ्ट), ...
जहां सर्वत्र अनैतिकता है, वहां राष्ट्रीय चरित्र कैसे बने?

जहां सर्वत्र अनैतिकता है, वहां राष्ट्रीय चरित्र कैसे बने?

सामाजिक, साहित्य संवाद
-ललित गर्ग -किसी वकील, डॉक्टर या राजनेता को ढूंढना कठिन नहीं, जो अपने विषय के विशेषज्ञ हों और ख्याति प्राप्त हों, पर ऐसे मनुष्य को खोज पाना कठिन है जो वकील, डॉक्टर या राजनेता से पहले मनुष्य हो, नैतिक हो, ईमानदार हो, विश्वस्त हो। पर राष्ट्र केवल व्यवस्था से ही नहीं जी सकता। उसका सिद्धांत पक्ष यानी नैतिकता भी सशक्त होनी चाहिए। किसी भी राष्ट्र की ऊंचाई वहां की इमारतों की ऊंचाई से नहीं मापी जाती बल्कि वहां के नागरिकों के चरित्र से मापी जाती है। उनके काम करने के तरीके से मापी जाती है। हमारी सबसे बड़ी असफलता है कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के बाद भी राष्ट्रीय चरित्र नहीं बन पाया। सशक्त भारत-नया भारत को निर्मित करते हुए भी राष्ट्रीय चरित्र का दिन-प्रतिदिन नैतिक हृस हो रहा है। हर गलत-सही तरीके से हम सब कुछ पा लेना चाहते हैं। अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए कर्त्तव्य को गौण कर दिया है। इस तरह से जन्म...
जुनैद नासिर हत्याकांड गोतस्करों के कारण ही गोरक्षक सक्रिय हैं

जुनैद नासिर हत्याकांड गोतस्करों के कारण ही गोरक्षक सक्रिय हैं

राष्ट्रीय, समाचार, सामाजिक
मूल लेखअवधेश कुमारजुनैद नासिर हत्याकांड को लेकर निर्मित हो रही पूरी तस्वीर पहली दृष्टि में हमें हैरत में डालती है। सामान्य तौर पर ऐसा नहीं हो सकता कि मोटरवाहन में जलाकर किसी को मार दिया जाए और उसके आरोपी के पक्ष में धीरे-धीरे विशाल जनसमूह खड़ा हो। आप देख लीजिए राजस्थान पुलिस द्वारा इस हत्याकांड में नामजद आरोपियों मोनू मानेसर से लेकर श्रीकांत आदि के पक्ष में जगह-जगह सभाएं हो रही हैं, पंचायतें बैठ रही हैं, लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, अधिकारियों को ज्ञापन दिया जा रहा है…। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक केवल एक आरोपी फिरोजपुर झिरका के रिंकू की गिरफ्तारी हुई है। शेष अन्य आरोपियों मोनू मानेसर, श्रीकांत मरोड़ा , अनिल मुलथान, पलवल आदि पुलिस की पकड़ से बाहर है। जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है उसमें ऐसा लग रहा है कि इन्हें हरियाणा की किसी स्थान से गिरफ्तार किया गया तो विरोध में लोग कानून हाथ में लेने की को...
हिरण पर क्यों लादें घांस ?

हिरण पर क्यों लादें घांस ?

विश्लेषण, सामाजिक
डॉ. वेदप्रताप वैदिक हमारे राजस्थान और उत्तरप्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की बाढ़ आ रही है लेकिन ज़रा रूस की तरफ देखें। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन ने कल एक राजाज्ञा पर दस्तखत किए हैं, जिसके अनुसार अब रूस के सरकारी कामकाज में कोई भी रूसी अफसर अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेगा। इस राजाज्ञा में यह भी कहा गया है कि अंग्रेजी मुहावरों का प्रयोग भी वर्जित है। लेकिन जिन विदेशी भाषा के शब्दों का कोई रूसी पर्याय ही उपलब्ध नहीं है, उनका मजबूरन उपयोग किया जा सकता है। रूस ही नहीं, चीन, जर्मनी, फ्रांस, और जापान जैसे देशों में स्वभाषाओं की रक्षा के कई बड़े अभियान चल पड़े हैं। आजकल दुनिया काफी सिकुड़ गई है। सभी देशों में अंतरराष्ट्रीय व्यापार, कूटनीति, आवागमन आदि काफी बढ़ गया है। इसीलिए इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों को विदेशी भाषाओं का ज्ञान जरूरी है लेकिन भारत-जैसे अंग्रेजों के पूर्व...
भारत : अपराध और सजा की दर ?

भारत : अपराध और सजा की दर ?

EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण, सामाजिक
एनसीआरबी से आए आंकड़ों के बाद देश के राज्यों में सभी प्रकार के अपराधों कुल सज़ा दर बहस हुई।एक चिंतन शिविर भी गृह मंत्रालय द्वारा सूरजकुण्ड, फरीदाबाद में आयोजित हुआ। देश के सभी राज्यों व केन्द्रशासित प्रदेशों के गृह मंत्रियों ने इस चिन्तन शिविर में आपराधिक मामलों में सज़ा दर को बढ़ाने पर व्यापक विचार-विमर्श किया । राज्य एकमत थे कि आपराधिक न्याय प्रणाली की विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है कि अधिकतम मामलों में अपराधियों को अदालतों से सज़ा मिले। किसी भी देश में आपराधिक मामलों में दोष सिद्धि दर वहां की आपराधिक न्याय प्रणाली की कार्यक्षमता एवं सामर्थ्य को दर्शाती है। भारत में दोष सिद्धि दर लगभग 68 प्रतिशत है, वहीं पाकिस्तान में ये 10 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। विकसित देशों जैसे इंग्लैंड व अमेरिका में दोष सिद्धि दर 80 प्रतिशत से भी अधिक है। यहां यह बताना जरूरी है कि हत्या, बलात्कार व हत्या के ...
अडानी मामले में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट गठित की जांच कमेटी,

अडानी मामले में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट गठित की जांच कमेटी,

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg Research Report ) आने के बाद अडानी समूह ( Adani Group) के शेयर में आई गिरावट और निवेशकों के हुए नुकसान की जांच लिए सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ कमिटी का गठन का दिया। 6 सदस्यीय जांच समिति की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश अभय मनोहर सप्रे (Abhay Manohar Sapre ) करेंगे। कमिटी 2 महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी। 6 सदस्यीय जांच कमेटी करेगी जांच सुप्रीम कोर्ट ने अडानी मामले में शेयर की कीमतों में हुई छेड़छाड़ की जांच और निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए एक सिस्टम विकसित करने के लिए जिस कमिटी का गठन किया है। इसके सभी सदस्यों का नाम मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने तय किया है। हालांकि केंद्र सरकार ने कमिटी के लिए कुछ नामों का सुझाव दिया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने न...
60 वर्षों की प्रतिक्षा समाप्त

60 वर्षों की प्रतिक्षा समाप्त

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य
त्रिपुरा_का_बदला ..वामपंथ_की_छुट्टी ..याद है उन चार स्वयंसेवकों का बलिदान ? क्या याद है आपको, यही वे दिन थे जब हमने पूर्वोत्तर में संघ के 4 वरिष्ठ कार्यकर्ता खोए थे? याद है 6 अगस्त, 1999 की वह सुबह, जब उत्तरी त्रिपुरा के धोलाई जनपद के कंचनछेड़ा नामक स्थान से रा.स्व.संघ के 4 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का अपहरण कर लिया गया था? दो वर्ष बाद उनकी निर्मम हत्या की खबर मिली थी। पूर्वांचल के क्षेत्र कार्यवाह श्री श्यामल कांति सेनगुप्ता (आयु 67 वर्ष), दक्षिण असम प्रांत के प्रांत शारीरिक प्रमुख श्री दीनेन्द्र नाथ डे (आयु 51 वर्ष), अगरतला के विभाग प्रचारक श्री सुधामय दत्त (आयु 51 वर्ष) एवं उत्तर त्रिपुरा के प्रचारक श्री शुभंकर चक्रवर्ती (आयु 37 वर्ष) का उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वे कंचनछेड़ा के वनवासी कल्याण आश्रम के छात्रावास में आयोजित बैठक में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए थे। 11 अगस्त को अपहरण क...