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Author: Dialogue India

कुर्सी की दावेदारी में गहलोत की राजनीतिक जादूगरी 

कुर्सी की दावेदारी में गहलोत की राजनीतिक जादूगरी 

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राज्य
- ललित गर्ग- राजनीतिक दांवपेच में महारथ हासिल अशोक गहलोत ने धौलपुर की एक सभा में अपनी राजनीतिक जादूगरी का करिश्मा दिखाते हुए न केवल सचिन पायलेट को पटकनी दी है बल्कि वसंुधरा राजे सिंधिया की प्रशंसा करते हुए उन्हें भी चीत कर दिया है। अपने एक ही तीर से उन्होंने राजस्थान की भावी राजनीति की फिजां बदलते हुए न केवल अपने प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलेट के राजनीति जीवन पर अंधेरा बिखेर दिया है, बल्कि राजस्थान की दूसरी कद्दावर नेता वसुंधरा के आगामी विधानसभा चुनाव में नेतृत्व को धुंधला दिया है, इस तरह करिश्माई नेता गहलोत ने आगामी विधानसभा में अपने लिये रास्ता निष्कंटक बना लिया है। कांग्रेस के सबसे बड़े रणनीतिकार माने जाने वाले अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने का सपना ही नहीं तोडा़ है बल्कि कांग्रेस आलकमान को उनकी पार्टी निष्ठा पर सोचने को मजबूर कर दिया है। अशोक गहलोत राजनीति क...
भारत में नागरिक विमानन के क्षेत्र में हो रही है चंहुमुखी प्रगति

भारत में नागरिक विमानन के क्षेत्र में हो रही है चंहुमुखी प्रगति

BREAKING NEWS, TOP STORIES, आर्थिक, समाचार
प्राचीन भारत का इतिहास गवाही दे रहा है कि लगभग 500 वर्ष पूर्व भी भारत का सकल घरेलू उत्पाद में वैश्विक स्तर पर लगभग 25 प्रतिशत का योगदान था एवं विदेशी व्यापार में भी भारत विश्व में प्रथम स्थान पर था। परंतु, अरब आक्रांताओं एवं ब्रिटेन के शासन काल में भारत की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई एवं राजनैतिक स्वतंत्रता प्राप्त करते समय तक यह रसातल तक पहुंच चुकी थी। वर्ष 1947 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था ने पुनः सम्भलना शुरू किया एवं वर्ष 2014 के बाद से तो भारत ने आर्थिक विकास के मामले में तेज रफ्तार पकड़ ली है। भारत में प्राचीन काल में अधिकतर व्यापार समुद्रीय मार्ग के माध्यम से होता रहा है। 1000 वर्ष पूर्व भी भारत का समुद्री मार्ग विकसित अवस्था में था एवं यह दक्षिणी अफ्रीका एवं यूरोप के देशों के साथ जुड़ा हुआ था। साथ ही, लगभग 500 वर्ष पूर्व भारत में जी.टी. रोड का निर्माण हो चुका था, अतः देश ...
कैश बर्निंग मॉडल – ‘कैश बर्न’ हो गया

कैश बर्निंग मॉडल – ‘कैश बर्न’ हो गया

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
जुलाई 2021 में जोमैटो, नवंबर 2021 में नाइका, पेटीएम और पॉलिसीबाजार, मई 2022 में देहलीवरी ने जनता को शेयर जारी किए। निवेशकों ने बड़े चाव से इन शेयरों को खरीदा था, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि जल्दी ही इन शेयरों में निवेशकों को भारी नुकसान सहना पड़ा। इसी तरह नवंबर 2022 तक पॉलिसीबाजार के निवेशकों की 69 प्रतिशत राशि डूब चुकी है, पेटीएम में 65.4 प्रतिशत की राशि डूबी, नाइका में 49.34 प्रतिशत, जोमैटो में 41.39 प्रतिशत और देहलीवरी में 31.33 प्रतिशत का नुकसान निवेशकों को सहना पड़ा है। रुपए में जोमैटो के निवेशकों के लगभग 40911 करोड़ रुपए, पॉलिसीबाजार के निवेशकों के लगभग 37277 करोड़ रुपए, नाइका के निवेशकों के लगभग 51469 करोड़ रुपए, देहलीवरी के निवेशकों के लगभग 12175 करोड़ रुपए, पेटीएम के निवेशकों के सबसे अधिक लगभग 66169 करोड़ रुपए नवंबर 2022 तक डूब चुके हैं। सरसरी तौर पर देखें तो पता चलता है कि ये...
<strong>क्यों बिलावल भुट्टो को घास नहीं डाली भारत ने</strong>

क्यों बिलावल भुट्टो को घास नहीं डाली भारत ने

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
आर.के. सिन्हा पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी लंबे समय तक भूलेंगे नहीं अपनी हालिया भारत यात्रा को। वे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भाग लेने के लिए भारत आए थे। उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें  भारत की तरफ से किसी राष्ट्राध्यक्ष की तरह का सम्मान मिलेगा। पर बिलावल भुट्टो को भारत साफतौर पर जताना चाहता था कि भारत उनसे नाराज है क्योंकि उन्होंने कुछ समय पहले न्यूयार्क में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऊँ पर अत्यंत अशोभनीय टिप्पणी की थी। उनकी तब भारत में चौतरफा निंदा भी हुई थी। दरअसल भारत तब ही से उनसे खफा था। बिलावल गोवा में आए। वे चाहते थे कि उनकी भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से अलग से बात हो जाए। पर भारतीय विदेश मंत्री ने उन्हें घास नहीं दी। भारत जानता है कि पाकिस्तान के पैरे के नीचे जमीन नहीं है। वह मुंबई हमलों के गुनाहगारों को दंड देने के मामले पर बात नहीं करेगा...
<strong>अभद्रता की हदें लांघ रही जिम्मेदार लोगों की भूलें</strong>

अभद्रता की हदें लांघ रही जिम्मेदार लोगों की भूलें

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, समाचार
- ललित गर्ग-दिल्ली के एक नर्सिंग कॉलेज में दो छात्राओं के साथ हो या पंजाब पुलिस द्वारा टाइम्स नाऊ- नवभारत टाइम्स की पत्रकार भावना किशोर को बदले की भावना से हिरासत में लेने की अवांछित घटनाएं नारी अस्मिता एवं अस्तिव को कुचलने की शर्मसार करने वाली घटनाएं हैं। ये दोनों घटनाएं ऊंचे ओहदों पर बैठे अधिकारियों द्वारा न सिर्फ नाहक आपा खोकर की गई अमानवीय हरकत है, बल्कि यह कानूनन अपराध के दायरे में भी आता है। जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों के द्वारा ऐसी नारी से अभद्र एवं अपमान करने एवं अमानवीय घटनाओं का होना प्रशासनिक ढ़ांचे एवं उसकी संरचना पर अनेक सवाल खड़े करता है। प्रश्न है कि क्यों भूल रहे हैं ऐसे लोग अपनी मर्यादाएं। नये भारत एवं सशक्त भारत को निर्मित करते हुए समाज में ऐसी नारी अपमान एवं अत्याचार की घटनाओं का कायम रहना दुर्भाग्यपूर्ण एवं विडम्बनापूर्ण है।दिल्ली के जिस नर्सिंग कॉलेज में चोरी करने का...
सभी को बोलने का अधिकार, पर भंग न हो समाज की अक्षुण्ता

सभी को बोलने का अधिकार, पर भंग न हो समाज की अक्षुण्ता

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, साहित्य संवाद
विश्व संवाद केन्द्र जियामऊ में आयोजित हुआ वृहद कार्यक्रमलखनऊ,07 मई। विश्व संवाद केन्द्र जियामऊ के अधीश सभागार में रविवार को देवर्षि नारद जयंती का आयोजन किया गया। अतिथियों ने देवर्षि नारद और भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली के अधिवक्ता डी.के.दुबे ने कहा कि सत्य को समाज के सामने उजागर करना पत्रकारिता का धर्म है। देशहित में पत्रकारिता होनी चाहिए और पत्रकारों को लोकनीति के पक्ष में लिखना चाहिए।डी.के.दुबे ने कहा कि मीडिया को राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को बोलने का समान संवैधानिक अधिकार है लेकिन हम वह न बोलें जिससे समाज की अक्षुण्ता भंग न हो। हम समाज के सामने वही चीजें प्रस्तुत करें जिससे हमारी सम्प्रभुता बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि अगर हम तटस्थ हो गये तो...
जद याद करूँ हल्दीघाटी…! (9 मई विशेष)

जद याद करूँ हल्दीघाटी…! (9 मई विशेष)

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
हिंदुआ सूरज, वीरशिरोमणि, दृढ़-प्रतिज्ञ, सच्चे राष्ट्रभक्त, अदम्य साहसी,भीष्म प्रतिज्ञा, कर्तव्यनिष्ठ, छापामार युद्ध प्रणाली के जनक, शास्त्र और शस्त्र में सुशिक्षित, अनुशासनप्रिय, कुशल नेतृत्वकर्ता,कष्ट-सहिष्णु, त्याग और तप की प्रतिमूर्ति, सफल राष्ट्र निर्माता, चतुर राजनीतिज्ञ,सफल रण-नीतिज्ञ,प्रबंधन-कौशल,सब पंथों का समान आदर करने वाले, दार्शनिकों, कवियों, रचनाकारों, शिल्पियों व संतों के विशेष संरक्षक, अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी, मेवाड़ के महान हिंदू शासक महाराणा प्रताप (सोलहवीं शताब्दी)  ऐसे शासक थे, जो मुगल शासक अकबर को लगातार टक्कर देते रहे थे। महाराणा प्रताप का जन्म राजस्थान के कुंभलगढ़ में महाराणा उदयसिंह के घर 9 मई, 1540 ई. को हुआ था।इनके पिता महाराजा उदयसिंह और माता राणी जीवत कंवर थीं। इसके साथ ही वह महान राणा सांगा के पौत्र थे। कहते हैं कि प्रताप का वजन 110 किलो और हाइट 7 फीट 5...
नागपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष का शुभारम्भ।

नागपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष का शुभारम्भ।

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संघ शिक्षा वर्ग साधना है, रामदत्त जी का प्रतिपादन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का सोमवार 8 मई को नागपुर स्थित डॉक्टर हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर में स्थित महर्षि व्यास सभागार में शुभारम्भ हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह तथा इस वर्ग के पालक अधिकारी श्री रामदत्त जी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा, कि कष्ट में भी आनंद की अनुभूति को साधना कहते हैं। संघ शिक्षा वर्ग यह साधना है। इस अवसर पर अखिल भारतीय सह सर कार्यवाह के सी मुकुंद जी तथा अवध प्रांत के संघचालक कृष्ण मोहन जी (वर्ग के सर्वाधिकारी) उपस्थित थे। दीप प्रज्वलन तथा भारत माता की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पण करने के पश्चात देश भर से आये स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए रामदत्त जी ने कहा, कि जिस प्रकार किसान अपने खेतों में बीज का रोपण करता है, उसी प्रकार संघ शिक्षा वर्ग में स्वयंसेवकों के भी...
पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा प्रकल्प

पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा प्रकल्प

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पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा प्रकल्प, यूथ अवेकनिंग मिशन द्वारा कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, दिल्ली में स्वराज सभा का आयोजन किया गया। जिसका विषय था ‘कल्चरल कॉन्फ्लिक्टस एंड कॉन्स्टिट्यूशन’।  कार्यक्रम की कैंपेनिंग के समय विद्यार्थियों में सभा के विषयों तथा वक्ताओं को लेकर जो उत्सुकता और उत्साह अनुभव हुआ था वह दर्शकों के रूप में परिलक्षित भी हुआ। विधार्थी दिल्ली विश्वविद्यालय, गलगोटिया विश्वविद्यालय, एमिटी, एशियन लॉ कॉलेज, लॉयड एवम इंद्रप्रस्थ विश्विद्यालय से एकत्रित हुए तथा कही राज्यों से लॉ तथा राजनैतिक विज्ञान से जुड़े शोधकर्ता और अधिवक्ता भी स्वराज सभा में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के प्रारंभ में परमपूज्य प्रोफेसर पवन सिन्हा 'गुरुजी' द्वारा विषय प्रस्तुति रखी गई जिसमें उन्होंने कहा समाज में सांस्कृतिक परिपेक्ष्य में बहुत से गंभीर मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिये, जो अब नही होती। समाज मे व...
मणिपुर त्रासदी

मणिपुर त्रासदी

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
                     वैसे तो इस घटना पर सभी चैनलों द्वारा व्यापक विमर्श रखा जा रहा है, वही दूसरी ओर राष्ट्रवादी विद्वानों में समूचे नार्थ-ईस्ट में एकमात्र असम के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी अगर छोड़ दी जाए तो सभी अन्य छः स्टेट के भौगोलिक, राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक सहित धार्मिक ज्ञान से शून्य ही देखा जाता है।  भारतीय संघीय ढाँचे में मणिपुर आजादी के दो वर्ष पश्चात ही एक रियासत के रूप में शामिल हुआ था। परन्तु इसे पूर्ण राज्य का दर्जा एक विशेष राज्य अधिनियम के तहत 1972 में किया गया था। कुछ लोग इसी कारण को मणिपुर या कहें, नॉर्थ-ईस्ट त्रासदी का कारण बताते हैं। जबकि जहाँ तक मेरा अध्ययन रहा है इस नॉर्थ ईस्ट के बारे में, "आजादी के साथ से यहाँ तेहरा शाशन प्रणाली" लागू रहा है। अभी तक इतिहास में एकमात्र बंगाल क्षेत्र में ही दोहरा शाशन प्रणाली का उल्लेख मिलता है, परन्तु हमारे भारत का यह ...