Shadow

Author: Dialogue India

विज्ञान-प्रौद्योगिकी में करियर और उद्यमिता संबंधी सलाह-परामर्श

विज्ञान-प्रौद्योगिकी में करियर और उद्यमिता संबंधी सलाह-परामर्श

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
भारत युवाओं का देश है। आगामी 25 वर्षों के 'अमृतकाल' में विशेषकर विज्ञान के क्षेत्र में युवाओं और नव-उद्यमियों की सक्रिय और उत्साही प्रतिभागिता द्वारा हम आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर तत्परता से बढ़ सकते हैं। भारत सरकार और विभिन्न संस्थानों द्वारा इस दिशा में अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। 21 से 24 जनवरी 2023 के दौरान भोपाल में आयोजित होने वाले “इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ)” में युवाओं और उद्यमियों को विज्ञान-प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अपार संभावनाओं से परिचित कराने और मार्गदर्शन के लिए आयोजित किया जा रहा “सलाह और परामर्श (वैज्ञानिक चर्चा)” कार्यक्रम इन प्रयासों का हिस्सा है। केंद्रीय राज्य मंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि ...
Science through games and toys

Science through games and toys

BREAKING NEWS, TOP STORIES
Science through games and toysNew Delhi, Jan 11 (India Science Wire): A child enjoys playing with toys, as theyengage child’s senses, and spark their imagination. Most of us remember thescience behind many of those childhood games. Only during the secondary levelof the school, we realized that toy cars function based on potential and kineticenergy. And while at the Higher Secondary level, we understood the nitty grittythat by changing the shape of the material, energy is stored and then released asmotion.The event “Science with Games and Toys” synchronizes well with the 8th editionof the India International Science Festival (IISF) 2022 on the theme 'Marchingtowards Amrit Kaal with Science, Technology and Innovation'. The event will beorgnaised at Maulana Azad National Institute of Te...
सरकारी क्षेत्र की बैंकें वित्तीय वर्ष 2023 में अर्जित कर सकती हैं एक लाख करोड़ रुपए का लाभ

सरकारी क्षेत्र की बैंकें वित्तीय वर्ष 2023 में अर्जित कर सकती हैं एक लाख करोड़ रुपए का लाभ

आर्थिक
वैश्विक स्तर पर कई विकसित देशों में मुद्रा स्फीति में हो रही लगातार वृद्धि एवं इन देशोंद्वारा ब्याज दरों में लगातार की जा रही वृद्धि के कारण इन देशों में आने वाली सम्भावितमंदी के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने 26वां वित्तीय स्थिरता प्रतिवेदन 29 दिसम्बर 2022 कोजारी किया। इस प्रतिवेदन में भारतीय बैंकों की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ बताई गई है। केंद्रसरकार द्वारा लिए गए कई आर्थिक निर्णयों के चलते देश में न केवल आर्थिक गतिविधियोंमें तेजी से सुधार होता दिख रहा है बल्कि वित्तीय स्थिरिता की स्थिति में भी लगातार सुधारदृष्टिगोचर है।दरअसल, बैंकिंग उद्योग किसी भी देश में अर्थ जगत की रीढ़ माना जाता है। बैंकिंग उद्योगमें आ रही परेशानियों का निदान यदि समय पर नहीं किया जाता है तो आगे चलकर यहसमस्या उस देश के अन्य उद्योगों को प्रभावित कर, उस देश के आर्थिक विकास की गतिको कम कर सकती है। इसलिए पिछले 8 वर्षों के दौरान ...
Take exemplary action against tipsy air travelers

Take exemplary action against tipsy air travelers

विश्लेषण
Take exemplary action against tipsy air travellers  Should we stop serving liquor onboard?  Vivek Shukla Two back to back incidents onboard in flights that are coming to India from New York and Bangkok respectively have shaken anyone and everyone. They cannot be put under the carpet. The culprits must be given exemplary punishments that go a long away in ensuring safe air travels. In the first incident, a Mumbai based businessman Shekhar Mishra boarded a New York to Delhi Air India flight- business class. After taking enough booze, Mishra went up to a woman passenger and urinated on her in a full view of other passengers. Just spare a thought for the poor lady who had to face such a scary situation.  You can not say that he had urinated under the influence of liquo...
राहुल की यात्रा पर संघ का रवैया

राहुल की यात्रा पर संघ का रवैया

राष्ट्रीय
विनीत नारायणजिस दिन से राहुल गांधी ने, कन्याकुमारी से, ‘भारत जोड़ो पद यात्रा’ शुरू की है उस दिन से भाजपा के प्रवक्ता, उसकीआईटी सेल और उसके नेता राहुल गांधी का मज़ाक़ उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। और इनका साथ दे रहा है इनका‘गोदी मीडिया’। बावजूद इसके राहुल कि यात्रा हर दिन सफलता के नये सोपान तय कर रही है। भाजपा का आँकलन था किकेरल के बाहर निकलते ही ये यात्रा फुस्स हो जाएगी। पर उनकी आशा के विपरीत दक्षिण भारत के राज्यों में राहुल गांधी कोजानता का जो भारी प्यार और समर्थन मिला है उसने भाजपा नेतृत्व को कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया है।पिछले आठ साल से राहुल गांधी को ‘पप्पू’ बताने वाली भाजपा हिंदी प्रदेशों में राहुल की यात्रा को मिल रहे भारी समर्थन सेविचलित हो गई है। यहाँ यह उल्लेख करना ज़रूरी है, कि इस यात्रा की सफलता इस बात की गारंटी नहीं देती कि इसलोकप्रियता को राहुल गांधी वोटों में बदल पाएँगे।...
सैनिक सेवा की अनिवार्यता का समय

सैनिक सेवा की अनिवार्यता का समय

राष्ट्रीय, समाचार
अब समय आ गया है कि सरकारी कर्मचारियों और 12 लाख से ऊपर की आय वालों के लिए आर्मी सर्विस अनिवार्य की जाए, ताकि देशभक्ति नारों से निकलकर वास्तविक रंग में आए और सबको पता चले कि कैसे एक फौजी देश की धड़कन है। जो वतन की मिट्टी के लिए कुर्बान होता है अपना सब कुछ भूलकर।  इनकम टैक्स की तर्ज और रिजर्वेशन के आधार पर आर्मी सर्विस के साल निर्धारित किए जाएं। हर देशवासी को सीमा सेवा का मौका मिलना ही चाहिए। ग्रुप  , बी और 12 लाख से ऊपर की आय वाले परिवार के के लिए तो ये इस वतन में रहने की प्रथम शर्त होनी चाहिए। -डॉ सत्यवान सौरभ अब समय आ गया है कि सरकारी कर्मचारियों और 12 लाख से ऊपर की आय वालों के लिए आर्मी सर्विस अनिवार्य की जाए, ताकि देशभक्ति नारों से निकलकर वास्तविक रंग में आए और सबको पता चले कि कैसे एक फौजी देश की धड़कन है। जो वतन की मिट्टी के लिए कुर्बान होता है अपना सब कुछ भूलकर।&nb...
स्वार्थों के लिए मनुवाद का राग

स्वार्थों के लिए मनुवाद का राग

TOP STORIES, धर्म
मनुस्मृति या भारतीय धर्मग्रंथों को मौलिक रूप में और उसके सही भाव को समझकर पढ़ना चाहिए। विद्वानों को भी सही और मौलिक बातों को सामने लाना चाहिए। तभी लोगों की धारणा बदलेगी। दाराशिकोह उपनिषद पढ़कर भारतीय धर्मग्रंथों का भक्त बन गया था। इतिहास में उसका नाम उदार बादशाह के नाम से दर्ज है। फ्रेंच विद्वान जैकालियट ने अपनी पुस्तक ‘बाइबिल इन इंडिया’ में भारतीय ज्ञान विज्ञान की खुलकर प्रशंसा की है। पंडित और पुजारी तो ब्राह्मण ही बनेगा, लेकिन उसका जन्मगत ब्राह्मण होना जरूरी नहीं है। यहां ब्राह्मण से मतलब श्रेष्ठ व्यक्ति से न कि जातिगत। आज भी सेना में धर्मगुरु पद के लिए जातिगत रूप से ब्राह्मण होना जरूरी नहीं है बल्कि योग्य होना आवश्यक है। ऋषि दयानंद की संस्था आर्यसमाज में हजारों विद्वान हैं जो जन्म से ब्राह्मण नहीं हैं। इनमें सैकड़ों पूरोहित जन्म से दलित वर्ग से आते हैं। -प्रियंका सौरभ वर्तमान समय...
हिन्दी ही है नया भारत-सशक्त भारत का आधार

हिन्दी ही है नया भारत-सशक्त भारत का आधार

TOP STORIES, राष्ट्रीय, साहित्य संवाद
ललित गर्ग विश्व योग दिवस, विश्व अहिंसा दिवस आदि भारतीय अस्मिता एवं अस्तित्व से जुड़े विश्व दिवसों की शृंखला में विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तरराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। विश्व हिंदी दिवस पहली बार 10 जनवरी, 2006 को मनाया गया था। आज हिन्दी विश्व की सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली तीसरी भाषा है, विश्व में हिन्दी की प्रतिष्ठा एवं प्रयोग दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन देश में उसकी उपेक्षा एक बड़ा प्रश्न है। सच्चाई तो यह है कि देश में हिंदी अपने उचित सम्मान को लेकर जूझ रही है। राजनीति की दूषित एवं संकीर्ण सोच का परिणाम है कि हिन्दी को जो सम्मान मिलना चाहिए, वह स्थान एवं सम्मान आजादी के अमृत महोत्सव मना चुके राष्ट्र में अंग्रेजी को मिल रहा है। अंग्रेजी और अन्य विदेश...
विदेशी शिक्षण संस्थानों को न्यौतना कहीं खतरा न बने

विदेशी शिक्षण संस्थानों को न्यौतना कहीं खतरा न बने

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, सामाजिक
-ललित गर्ग- नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा घोषित नई शिक्षा नीति की उपयोगिता एवं प्रासंगिकता धीरे-धीरे सामने आने लगी है एवं उसके उद्देश्यों की परते खुलने लगी है। आखिरकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति की शुरुआत करतेे हुए अगस्त तक डिजिटल यूनिवर्सिटी के शुरू होने और विदेशों के ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और येल जैसे उच्च स्तरीय लगभग पांच सौ श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों के भारत में कैंपस खुलने शुरु हो जायेंगे। अब भारत के छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा स्वदेश में ही मिलेगी और यह कम खर्चीली एवं सुविधाजनक होगी। इसका एक लाभ होगा कि कुछ सालों में भारतीय शिक्षा एवं उसके उच्च मूल्य मानक विश्वव्यापी होंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की यह अनूठी एवं दूरगामी सोच से जुड़ी सराहनीय पहल है। यह शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं का अभ्युदय है। भारत में दम तोड़ रही उच्च शिक्षा को इससे नई ऊर्जा मिलेगी। बुझा दी...
बढ़ते सड़क हादसों की चुनौतियां कब तक?

बढ़ते सड़क हादसों की चुनौतियां कब तक?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह- 11-17 जनवरी, 2023ललित गर्ग- सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह को प्रतिवर्ष 11 जनवरी से 17 जनवरी तक मनाया जाता है, जिसके माध्यम से नागरिकों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाता है। भारत का सड़क यातायात तमाम विकास की उपलब्धियों एवं प्रयत्नों के बावजूद असुरक्षित एवं जानलेवा बना हुआ है, सुविधा की खूनी एवं हादसे की सड़कें नित-नयी त्रासदियों की गवाह बन रही है। भारत में सड़क दुर्घटनाएं मौतों और चोटों के प्रमुख कारणों में से एक रही हैं। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत की जीडीपी का करीब तीन से पांच फीसदी हिस्सा सड़क हादसों में लगा है। न केवल भारत बल्कि विश्व में सड़क यातायात में मौत या जख्मी होना कुछ बहुत बड़ी परेशानियों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर वर्ष 13 लाख से अधिक लोग सड़क ...