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Author: Dialogue India

एडीबी और भारत ने महाराष्ट्र में सुधार के लिए 350 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए

एडीबी और भारत ने महाराष्ट्र में सुधार के लिए 350 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, आर्थिक, राज्य
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और भारत सरकार ने आज महाराष्ट्र राज्य में प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 350 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए। समावेशी विकास के लिए आर्थिक समूहों को जोड़ने की महाराष्ट्र परियोजना के हस्ताक्षरकर्ताओं में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामले विभाग के अपर सचिव श्री रजत कुमार मिश्रा ने भारत सरकार की ओर से और एडीबी के इंडिया रेजिडेंट मिशन के प्रभारी अधिकारी श्री हो यून जियोंग ने एडीबी के लिए हस्ताक्षर किए। ऋण समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद श्री मिश्रा ने कहा कि परियोजना कनेक्टिविटी में सुधार, सेवाओं तक पहुंच की सुविधा और राज्य में पिछड़े जिलों के समावेशी आर्थिक विकास में तेजी लाकर अंतर-क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने में मदद करेगी। श्री जियोंग ने कहा कि यह परियोजना महाराष्ट्र में राज्य राजमार्गों और प्रमुख जिला सड़कों के उ...
क्यों 2023 में महिलाओं को मिलेंगी अधिक नौकरियां

क्यों 2023 में महिलाओं को मिलेंगी अधिक नौकरियां

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
आर.के. सिन्हा एक मशहूर बिजनेस अखबार ने कुछ दिन पहले यह खबर प्रकाशित कर दी कि भारत के प्राइवेट सेक्टर में नए साल 2023 में महिलाओं की भर्तियों में तेजी आएगी। जब अधिकतर अखबारों तथा खबरिया चैनलों में निऱाशाजनक खबरों की भरमार रहने लगी है, तब किसी भी इंसान को उपर्युक्त खबर को पढ़कर सुकून तो मिलना ही चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है कि किसी भी देश और समाज की पहचान इस बात से ही होती है कि वहां पर महिलाएं कितनी आर्थिक रूप से स्वावलंबी हैं। वे स्वावलंबी तो तब ही होंगी जब उन्हें सही ढंग शिक्षित किया जाएगा और उन्हें रोजगार में पर्याप्त अवसर मिलेंगे। अपने पुरुष साथियों के बराबर दायित्व तथा वेतन भी मिलेगा। बेशक, जिन कंपनियों में महिला मुलाजिम होती हैं वहां पर माहौल सकारात्मक तो रहता ही है। इसलिए किसी दफ्तर का समावेशी होना बहुत जरूरी है। दरअसल लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी), आईटीस...
2024 की राजनीतिक पटकथा का लेखक कौन होगा

2024 की राजनीतिक पटकथा का लेखक कौन होगा

BREAKING NEWS, TOP STORIES, समाचार
बलबीर पुंज नववर्ष की शीतलहर में राजनीतिक ऊष्मा चरम पर है। यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि फरवरी-मार्च में त्रिपुरा-मेघालय-नागालैंड, मई में कर्नाटक के साथ नवंबर-दिसंबर में मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना का विधानसभा चुनाव होना है। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव की उलटी गिनती भी शुरू हो जाएगी। इसी बीच गत दिनों कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेसवार्ता करते हुए विपक्षी दलों को साथ जोड़ने और प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी का संकेत दे दिया।  कांग्रेस देश का सबसे पुराना दल है, जो स्वतंत्र भारत में न केवल 50 वर्षों तक सत्तासीन रहा है और प्रारंभिक वर्षों में लगभग सभी राज्यों में उसकी सरकारें भी थी। वर्तमान समय में, राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के बाद कांग्रेस का सर्वाधिक मतप्रतिशत— लगभग 20% और लोकसभा में 53 सीट है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हि...
सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान- एक अहम फैसला

सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान- एक अहम फैसला

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
राकेश दुबे यह फैसला पूरे देश में नजीर बन जाना चाहिए | उत्तर प्रदेश के अमरोहा में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर उत्तर प्रदेश लोक-निजी संपत्ति क्षति वसूली दावा न्यायाधिकरण मेरठ ने दंगों के मामले में 86 लोगों को सजा दी है।ये अपराध भीड़ इकठ्ठा होकर पूरे देश में कहीं भी करती है, और नुकसान राष्ट्र की सम्पत्ति को होता है, जिसे हमारे करों से निर्मित किया जाता है | उत्तर प्रदेश में प्राधिकरण ने नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में 4.27 लाख रुपये के मुआवजे का भुगतान करने का आदेश दिया। प्रत्येक व्यक्ति से 4971 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। देश में यह पहला मामला है जब कानूनी तौर पर सम्पत्ति की तोड़फोड़ के आरोपियों को आर्थिक रूप से दंडित किया गया। इससे संदेश गया है कि निजी और सार्वजनिक सम्पत्ति कोई खैरात की नहीं है...
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक की अध्यक्षता की

प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक की अध्यक्षता की

राष्ट्रीय, समाचार
जल शक्ति मंत्रालय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 दिसंबर, 2022 को कोलकाता में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। श्री मोदी ने कहा कि परिषद की बैठक नमामि गंगे पहल को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करने का एक शानदार अवसर प्रदान करती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छोटे शहरों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के नेटवर्क के विस्तार सहित स्वच्छता के प्रयासों को बढ़ाने के तरीकों के बारे में भी बताया। बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री ने गंगा के किनारे विभिन्न रूपों में हर्बल खेती को बढ़ाने के उपायों पर जोर दिया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मां गंगा की पवित्रता हमारी साझी विरासत के साथ-साथ हमारा दायित्व भी है। हमारे पूर्वजों ने हमें एक अनमोल विरासत दी है और यह हमारी नियति है कि हम इस विरासत को आने वाली पीढ़ियों को उसी स्थिति में और उसी पवित्र...
नोटबंदीः मोदी को माफी क्यों मिली?

नोटबंदीः मोदी को माफी क्यों मिली?

विश्लेषण
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* नोटबंदी 2016 के नवंबर माह में लागू हुई थी। उसके खिलाफ जो याचिकाएँ सर्वोच्च न्यायालय में लगी थीं, वे सब रद्द हो गई हैं, क्योंकि पाँच जजों में से चार ने फैसला दिया है कि नोटबंदी घोषित करने में मोदी सरकार ने किसी नियम या कानून का उल्लंघन नहीं किया था। महिला जज बी.वी. नागरत्न ने अपनी असहमति व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार को या तो नोटबंदी की घोषणा संसद से पास करवानी थी या उसके पहले वह अध्यादेश भी जारी करवा सकती थी। किसी भी जज ने असली मुद्दे पर अपनी कोई राय जाहिर नहीं की है। असली मुद्दा क्या है? वह यह है कि क्या नोटबंदी करना ठीक था? उससे देश को फायदा हुआ या नुकसान? इस मुद्दे पर अदालत की चुप्पी आश्चर्यजनक है। नोटबंदी का मूल विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का था ही नहीं। यह विचार था पुणें की अर्थक्रांति नामक संस्था के अध्यक्ष अनिल बोकील का! उन्होंने पिछले 20 साल से इस वि...
 इतिहास के दो स्वर्णिम व प्रेरणादायक पत्र ॥ 

 इतिहास के दो स्वर्णिम व प्रेरणादायक पत्र ॥ 

विश्लेषण, साहित्य संवाद
भारतीय इतिहास में दो ऐसे पत्र मिलते हैं जिन्हें दो विख्यात महापुरुषों (शिवाजी और गुरु गोविन्द सिंह) ने दो कुख्यात व्यक्तिओं (औरंगज़ेब और जयसिंह) को लिखे थे। इनमे पहिला पत्र "जफरनामा" कहलाता है जिसे श्री गुरु गोविन्द सिंह ने औरंगजेब को भाई दया सिंह के हाथों भेजा था। यह दशम ग्रन्थ में शामिल है जिसमे कुल 130 पद हैं।  दूसरा पत्र छ्त्रपति शिवाजी ने आमेर के राजा जयसिंह को भेजा था जो उसे 3 मार्च 1665 को मिल गया था। इन दोनों पत्रों में यह समानताएं हैं की दोनों फारसी भाषा में शेर के रूप में लिखे गए हैं। दोनों की पृष्टभूमि और विषय एक जैसी है। दोनों में देश और धर्म के प्रति अटूट प्रेम प्रकट किया गया है। शिवाजी पत्र बरसों तक पटना साहेब के गुरुद्वारे के ग्रंथागार में रखा रहा। बाद में उसे "बाबू जगन्नाथ रत्नाकर" ने सन 1909 अप्रैल में काशी में काशी नागरी प्रचारिणी सभा से प्रकाशित किया था। बाद में अ...
यूरोप में ईसाई क्यों घट रहे है?

यूरोप में ईसाई क्यों घट रहे है?

धर्म, विश्लेषण
बलबीर पुंज इंग्लैंड-वेल्स इन दिनों भीषण विरोधाभास से जूझ रहा है। शताब्दियों से इस यूरोपीय देश की शासकीय व्यवस्था के केंद्र में ईसाई मत है, परंतु उनकी नवीनतम जनगणना में ईसाई अनुयायी ही अल्पमत में आ गए है। यह स्थिति तब है, जब 'चर्च ऑफ इंग्लैंड', जिसका संरक्षक ब्रिटिश राजघराना है— उसके कुल 42 में से 26 बिशप-आर्कबिशपों का स्थान ब्रितानी संसद के उच्च सदन 'हाउस ऑफ लार्ड्स' में आरक्षित है। चर्च के प्रधान पादरी 'कैंटरबरी के आर्कबिशप' वरिष्ठता-क्रम में ब्रितानी प्रधानमंत्री से ऊपर हैं। अब एक ऐसा शासन, जिसमें ब्रिटेन की नीति निर्धारण में चर्च की भूमिका है और राजकीय वित्तपोषण से चर्च प्रेरित शिक्षण संस्थानों में दस लाख बच्चे पढ़ते है— वहां ईसाई अल्पसंख्यक कैसे हो गए?  वर्ष 2021 में हुई ब्रितानी जनगणना की रिपोर्ट गत दिनों सार्वजनिक हुई। इसमें अपने मजहब की जानकारी देना स्वैच्छिक था, लगभग छह...
वर्ष 2023 में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर सकता है

वर्ष 2023 में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर सकता है

आर्थिक
अभी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक फण्ड (आईएमएफ) ने बताया है कि वर्ष 2023 मेंवैश्विक स्तर पर विशेष रूप से चीन, अमेरिका एवं यूरोपीयन यूनियन से प्राप्त हो रहेआर्थिक क्षेत्र से सम्बंधित संकेतों के अनुसार इन देशों सहित विश्व की एक तिहाईअर्थव्यवस्थाओं पर मंदी का असर दिखाई दे सकता है। हालांकि रूस यूक्रेन के बीच चल रहायुद्ध भी वैश्विक स्तर पर मंदी लाने में अहम भूमिका निभाता नजर आ रहा है।पिछले 40 वर्षों में पहली बार वर्ष 2022 में चीन की आर्थिक विकास दर वैश्विक स्तर परहोने वाली सम्भावित आर्थिक विकास दर के बराबर अथवा उससे भी कम रहने की संभावनाव्यक्त की जा रही है। इसके अलावा, आगे आने वाले समय में कोविड संक्रमणों का एकनया दौर चीन की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है जिसका सीधा असर वैश्विकअर्थव्यवस्था पर भी होता नजर आएगा। इसी प्रकार यूरोपीयन यूनियन देशों में कई उपायकरने का बावजूद मुद्रा स्फीति...
हिन्दू धर्म और संस्कृति के रक्षक एक महान योद्धा

हिन्दू धर्म और संस्कृति के रक्षक एक महान योद्धा

धर्म
गुरु गोविन्द सिंह जयन्ती- 5 जनवरी 2023गुरु गोविन्द सिंह- ललित गर्ग- भारत की रत्नगर्भा माटी में जन्मे संतपुरुषों, गुरुओं एवं महामनीषियों की शृृंखला में एक महापुरुष हैं गुरु गोविन्द सिंह। जिनकी दुनिया के महान् तपस्वी, महान् कवि, महान् योद्धा, महान् संत सिपाही साहिब आदि स्वरूपों में पहचान होती है। दुनिया में देश व धर्म की रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले महापुरुष तो अनेक मिलेंगे किन्तु अपनी तीन पीढ़ियों, बल्कि यों कहें कि अपने पूरे वंश को इस पुनीत कार्य हेतु बलिदान करने वाले विश्व में शायद एकमेव महापुरुष गुरु गोविन्द सिंहजी ही है। जिन्होंने त्याग, बलिदान एवं कर्तृत्ववाद का संदेश दिया। भाग्य की रेखाएं स्वयं निर्मित की। स्वयं की अनन्त शक्तियों पर भरोसा और आस्था जागृत की। सभ्यता और संस्कृति के प्रतीकपुरुष के रूप में जिन्होंने एक नया जीवन-दर्शन दिया, जीने की कला सिखलाई। जिनको बहुत ही ...