
ऑनलाइन ठगी का काला अध्याय
आजकल राष्ट्र में थोड़े-थोड़े अन्तराल के बाद ऐसे-ऐसे घोटाले, धोखाधड़ी के काण्ड या ठगी-भ्रष्टाचार के किस्से उद्घाटित हो रहे हैं कि अन्य सारे समाचार दूसरे नम्बर पर आ जाते हैं। पुरानी कहावत तो यह है कि 'सच जब तक जूतियां पहनता है, झूठ पूरे नगर का चक्कर लगा आता है।’ इसलिए शीघ्र चर्चित प्रसंगों को कई बार इस आधार पर गलत होने का अनुमान लगा लिया जाता है। पर यहां तो सभी कुछ सच है। घोटाले-धोखाधड़ी झूठे नहीं होते। हां, दोषी कौन है और उसका आकार-प्रकार कितना है, यह शीघ्र मालूम नहीं होता। तो फिर यह प्रकरण इतना जल्दी क्यों चर्चित हुआ? सच जब अच्छे काम के साथ बाहर आता है तब गूंंगा होता है और बुरे काम के साथ बाहर आता है तब वह चीखता है। सोशल ट्रेड के नाम पर देशभर के लोगों से मोटा पैसा लेने और फिर चेन सिस्टम के माध्यम से इसे फैलाकर अरबों रुपए वसूलने वाली नोएडा की एक सोशल ट्रेड कम्पनी के गोरखधंधे का भण्डाफोड़ हो...