उपराष्ट्रपति ने संस्थाओं से कहा, कर्मचारियों के बीच नवाचार की संस्कृति का पोषण करें
उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कर्मचारियों की व्यक्तिगत और सामूहिक क्षमता का दोहन करने के लिए हर संस्था में नवाचार की संस्कृति विकसित करने और उसका पोषण करने की जरूरत पर बल दिया है।
क्वॉलिटी सर्किल ऑफ इंडिया के 33वें अधिवेशन का हैदराबाद में उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि यह शीर्ष स्तर के प्रबंधन अथवा अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे टीम भावना, नए विचारों को बढ़ावा दें और कर्मचारियों को अपने विचारों को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने में सक्षम बनाएं।
उन्होंने कहा कि संस्थाओं को समस्याओं को हल करने की प्रत्येक व्यक्ति की जन्मजात क्षमता को बाहर लाने के लिए एक उदार वातावरण बनाना चाहिए। उन्हें यथास्थिति को स्वीकार नहीं करना चाहिए।
लोगों के जीवन में कार्य संतुलन सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता की ओर इंगित करते हुए कि उपराष्ट्रपति ने इस बात पर चिंता जताई कि तेज, आधुनिक जीवनशैल...