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प्रेस विज्ञप्ति

अनेकता में एकता की राह दिखाता है संत निरंकारी मिशन

अनेकता में एकता की राह दिखाता है संत निरंकारी मिशन

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७१वें वार्षिक निरंकारी संत समागम में निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा जी का उद्घोष २६ नवंबर, २०१८: संसार के लोगों में किंतनी भी विभिन्नता क्यों न हो वे सारे एक ही परमपिता परमात्मा की संतान हैं | जब यह बोध लोगों के मनों में प्रवेश करता है तब उसके मन में ईश्वर की प्रत्येक रचना के प्रति निस्वार्थ प्रेम और आदर-सत्कार की भावना उत्पन्न होती है और अनेकता में एकता की अवधारणा साकार हो उठति है | संत निरंकारी मिशन यह संदेश मिशन संपूर्ण विश्व में फैलाना चाहता है | उक्त उद्गार संत निरंकारी मिशन के आंतर्राष्ट्रीय स्तर के ७१वें वार्षिक संत समागम के उद्घाटन पर २४ नवंबर के दिन मानवता के नाम संदेश में निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने व्यक्त किए | हरियाणा के समालखा और गनौर के बीच में जी.टी.रोड पर स्थित निरंकारी आध्यात्मिक स्थल पर पहली बार आयोजित इस ३-दिवसीय समागम में भारत तथा दूर देशों से कर...
जलने की घटनाओं की रोकथाम में मददगार हो सकता है राष्ट्रीय कार्यक्रम

जलने की घटनाओं की रोकथाम में मददगार हो सकता है राष्ट्रीय कार्यक्रम

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जलने की घटनाओं की रोकथाम, इससे प्रभावित मरीजों के पुनर्वास और उनके गुणवत्तापूर्ण जीवन को सुनिश्चित करने के लिए अब एक राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। नई दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल सोसायटी फॉर बर्न इंजुरीज (आईएसबीआई) के 19वें सम्मेलन में यह बात उभरकर आयी है। इस पांच दिवसीय सम्मेलन में जलने के उपचार, प्रबंधन और पुनर्वास के लिए कार्यरत दुनियाभर के विशेषज्ञ एकजुट हुए हैं। इस सम्मेलन में मौजूद नई दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता और आईएसबीआई के पूर्व अध्यक्ष डॉ राजीव आहूजा ने कहा कि “भारत में हर साल जलने से जख्मी होने के कारण सात से आठ लाख मरीज विभिन्न अस्पतालों में दाखिल होते हैं। बड़े पैमाने पर हो रही जलने की घटनाएं किसी स्वास्थ्य आपदा से कम नहीं हैं। इसीलिए, पीड़ितों की देखभाल के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाये जाने की जरूरत है। जलने से जख्मी होने की...

India’s Action Plan on antibiotic resistance (AMR) has made limited progress, says CSE assessment

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As the world observes the ‘World Antibiotic Awareness Week’ from November 12-18, aimed at increasing global awareness of antibiotic resistance (AMR), Centre for Science and Environment (CSE) has done an assessment of India’s National Action Plan on Antimicrobial Resistance (2017-21) – the assessment finds limited progress on only a few critical activities to contain AMR from animal and environmental sources. “Even after a year and a half after India’s National Action Plan on Antimicrobial Resistance (2017-21) came into being, there is at best limited progress on only a few critical activities to contain AMR from animal and environmental sources. Many of these were planned to be completed within a year. India is going to be heavily impacted by the AMR crisis and we cannot afford such del...
आपातकाल में संघ ने समझौता नहीं किया था, जेल जाने वाले ज्यादातर आरएसएस, समाजवादी पृष्ठभूमि के लोग थेः गोविंदाचार्य

आपातकाल में संघ ने समझौता नहीं किया था, जेल जाने वाले ज्यादातर आरएसएस, समाजवादी पृष्ठभूमि के लोग थेः गोविंदाचार्य

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क्या यह कहना सही है कि आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सरकार से मांफी मांगी थी? प्रख्यात चिंतक एवं सामाजिक कार्यकर्ता के.एन. गोविंदाचार्य इस तरह की बातों को ‘असत्य से भी घातक अर्धसत्य’ कह कर निरस्त करते हैं। देश में ‘आज क्या आपातकाल के लक्षण हैं? वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय इसे ‘नादान लोगों का प्रलाप’ कह कर सवाल करते हैं कि ‘’क्या वर्तमान सरकार ने लोगों के जीने के अधिकार को समाप्त कर दिया है? क्या लोकतांत्रिक अधिकारों को समाप्त कर दिया है? क्या बोलने की आजादी समाप्त कर दी गयी है?’’ सत्तर के दशक के छात्र आंदोलन में गहराई से जुड़े और जून 1975 में लागू आपातकाल में घोषित 19 माह के आपातकाल की मार झेलने वाले गोविंदाचार्य और और रामबहादुर राय ने “आपातकाल और पत्रकारिता विषय” पर राजधानी में कल आयोजित चर्चा में लोकतांत्रिक भारत के उस दौर के अपने कुछ अनुभव और जानकारी रखी। दि...
175 हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का बलशाली संगठन, यह हिन्दू राष्ट्र का उदय है !

175 हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का बलशाली संगठन, यह हिन्दू राष्ट्र का उदय है !

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 रामनाथी, गोवा मेंे 4 जून से 7 जून की कालावधि में सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । देश के18 राज्यों से तथा नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका इन देशों से 175 संगठनों के 375 से अधिक प्रतिनिधि इस अधिवेशन में उपस्थित थे । देश-विदेश में कार्यरत हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को एकजुट करनेवाला, हिन्दुत्वनिष्ठों में धर्मबंधुत्व की भावना जागृत करनेवाला, हिन्दुत्व का कार्य भावनावश नहीं, अपितु साधना के स्तर पर करना सिखानेवाला अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन; हिन्दू राष्ट्र स्थापना के मार्ग पर मील का पत्थर ही है । हिन्दुत्वनिष्ठों के अपूर्व उत्साह में संपन्न हुए इस बार के सातवें अधिवेशन के विषय में ऊहापोह करनेवाला लेखप्रपंच....   हिन्दुत्ववनिष्ठों का समान कृति कार्यक्रम !      कुछ वर्ष पूर्व तक हिन्दू समाज एकत्र नहीं हो सकता ऐसी भावना समाज में प्रचलित थी । हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन गोहत्या,...
Analysis of Performance of MLAs and 14th Legislative Assembly of Karnataka

Analysis of Performance of MLAs and 14th Legislative Assembly of Karnataka

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Association for Democratic Reforms (ADR) and Karnataka Election Watch (KEW) had filed RTIs to the Karnataka Assembly Secretariat asking for the information pertaining to the performance of the MLAs and the Legislative Assembly. This report has been generated from the responses received. For more information, please visit:https://adrindia.org/content/14th-state-assembly-karnataka-analysis-performance-mlas-and-legislative-assembly-karnataka Analysis of Number of Sittings in Each Session of Karnataka Legislative Assembly v  There were 15 sessions in the 14th Karnataka Legislative Assembly. v  On an average, Karnataka State Assembly sat for 44 days per year. v  The 14th Karnataka Legislative Assembly sat for 216 days from 2013 to 2017. v  The longest sessions was the 8th session...
35 (17%) Sitting MLAs in Karnataka Assembly had declared serious criminal cases against themselves

35 (17%) Sitting MLAs in Karnataka Assembly had declared serious criminal cases against themselves

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The Karnataka Election Watch and Association for Democratic Reforms (ADR) have analysed the self-sworn affidavits of 207 out of 224 MLAs. 17 MLAs have not been analysed because either they are no longer members of Karnataka assembly or due to badly scanned affidavits. This report has been prepared on the basis of the affidavits submitted by the MLAs prior to Karnataka Assembly Elections, 2013. For more information, please visit: https://adrindia.org/content/karnataka-assembly-elections-2013-analysis-criminal-background-financial-education-gender Summary and Highlights       Criminal Background MLAs with Criminal Cases: Out of the 207 MLAs analysed, 68 (33%) MLAs had declared criminal cases against themselves. MLAs with Serious Criminal Cases: 35 (1...
न्याय क्षेत्र की भाषा बनने में सक्षम हैं भारतीय भाषाएं

न्याय क्षेत्र की भाषा बनने में सक्षम हैं भारतीय भाषाएं

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भारत की भाषाओं में वे सभी क्षमताएं हैं, जो न्यायिक क्षेत्र की किसी भी भाषा में होनी चाहिए। भारत की भाषाओं को न्यायलयों में कामकाज की भाषा बनाने से जुड़ी तकनीकी एवं व्यवहारिक बाधाओं के  समाधान भी खोजे जा सकते हैं। यह बात शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा नई दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय ज्ञानोत्सव के दूसरे दिन विधि क्षेत्र के विशेषज्ञों के विमर्श में उभरकर आयी है। इस विमर्श में सॉलिस्टर जनरल, पूर्व न्यायाधीश और उच्च नयायालय एवं उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ताओं समेत विधि क्षेत्र के कई विशेषज्ञ शामिल थे। ये बातें एक प्रेस वार्ता में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सचिव और भारतीय भाषा अभियान के राष्ट्रीय संरक्षक अतुल कोठारी ने कही हैं। उन्होंने कहा कि देश की बहुसंख्य आबादी अपनी भाषा में संवाद करती है। इसके बावजूद न्यायालयों की भाषा आज भी अंग्रेजी बनी हुई है। न्याय व्यवस्था में पारदर्शिता क...
साहित्य में कालजयी हैं  पंडित माखनलाल चतुर्वेदी : अच्युतानंद मिश्र

साहित्य में कालजयी हैं पंडित माखनलाल चतुर्वेदी : अच्युतानंद मिश्र

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माखनलाल चतुर्वेदी सदैव अपनी साहित्यिक एवं पत्रकारीय कृतित्व के कारण जनमानस के अवचेतन में मौजूद रहेंगे। पत्रकारिता, राजनीति, साहित्य और शिक्षण के साथ ही उनका राष्ट्रीय दायित्व बोध भी अवलंबित होता है। पंडित माखनलाल की पत्रकारिता एक आंदोलनकारी पत्रकारिता के रूप में थी। सर्कुलेशन बढ़ाने, विज्ञापन छापने तथा धनोपार्जन के लिए पत्रकारिता धर्म से समझौता न करना उनकी प्रवृत्ति थी। उक्त विचार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर में आयोजित राष्ट्रीय संविमर्श में व्यक्त किए।  पं. माखनलाल चतुर्वेदी की 129 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संविमर्श का विषय ‘पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का साहित्यिक और पत्रकारीय अवदान’ था । मिश्र ने कहा कि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पत्रकारिता में सामाजिक न्याय एवं समरसता विद्यमान है। उनकी रचनाधर्मिता राष्ट्रवादी पत्रकार...
राष्ट्रविरोधी शक्तियों के मुंह पर बड़ा तमाचा है मिशन वंदेमातरम  –  रमेश विधुड़ी 

राष्ट्रविरोधी शक्तियों के मुंह पर बड़ा तमाचा है मिशन वंदेमातरम  –  रमेश विधुड़ी 

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चन्द्रशेखर आजाद के राष्ट्रप्रेम व बलिदान को व्यर्थ न जाने देंगे, जन जन में उनके देशप्रेम के भाव को अंदर तक भर देंगे। इस भाव को लेकर काम कर रहे मिशन वंदेमातरम के चन्द्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में कार्यक्रम व स्वराज रक्षक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें विशिष्ट अतिथि के रूप में न्याय मूर्ति ज्ञानसुधा जी, सांसद रमेश विधुड़ी जी, प्रो पी डी शर्मा (उपकुलपति, एमिटी यूनिवर्सिटी गुरुग्राम), आईपीएस जितेंद्र मणि जी,  कवि राजेश चेतन जी व राधाकांत जी, शिक्षाविद ईश्वरदयाल जी व राश्मीजी, मौलिक भारत के महासचिव अनुज अग्रवाल जी, मिशन वंदेमातरम के संयोजक जितेंद्र जी, अधिवक्ता सुनील मग्गो जी व अश्विनी दुबे जी  उपस्थित रहे। इस अवसर पर न्यायमूर्ति ज्ञानसुधा मिश्रा जी ने कहा कि इस तरह के आयोजन बहुत ही आवश्यक हैं और समाज को किसी मुद्दे पर जागृत करने व एकमत कर उसे समाज व व्य...