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राज्य

जरूरत है, चरित्र शिक्षा की  जिम्मेदार नागरिक होने के लिए।

जरूरत है, चरित्र शिक्षा की  जिम्मेदार नागरिक होने के लिए।

EXCLUSIVE NEWS, राज्य, विश्लेषण, साहित्य संवाद
नैतिकता के बिना शिक्षा बिना दिशासूचक जहाज की तरह है, जो कहीं भटक रहा है। एकाग्रता की शक्ति होना ही काफी नहीं है, बल्कि हमारे पास योग्य उद्देश्य होने चाहिए जिन पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। सत्य को जानना ही काफी नहीं है, बल्कि हमें सत्य से प्रेम करना चाहिए और उसके लिए त्याग करना चाहिए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई कितना शिक्षित या धनवान है, यदि उसके अंतर्निहित चरित्र या व्यक्तित्व में नैतिकता का अभाव है। वास्तव में ऐसे व्यक्तित्व शांतिपूर्ण समाज के लिए खतरा हो सकते हैं। उदाहरण: मुसोलिनी, हिटलर सभी नैतिकता से रहित शिक्षा के उदाहरण हैं जो मानव जाति को उनके विनाश की ओर ले जा रही है। समकालीन समय में यह समान रूप से प्रासंगिक है। -प्रियंका सौरभ “एक बुरा चरित्र एक पंचर टायर की तरह है; जब तक आप इसे बदल नहीं लेते तब तक आप कहीं नहीं जा सकते।"  शिक्षा एक बच्चे के एक पूर्ण वयस्क बनन...
मुफ्त अनाजः बहुत अच्छा लेकिन….?*

मुफ्त अनाजः बहुत अच्छा लेकिन….?*

राज्य, साहित्य संवाद
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* देश के 81 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन और लगभग 25 लाख पूर्व सैनिकों को पेंशन में फायदे की घोषणा, जो सरकार ने अभी-अभी की है, उसका कौन स्वागत नहीं करेगा? ऐसी घोषणा अब से पहले किसी सरकार ने की हो, मुझे याद नहीं पड़ता। पिछली सरकारों ने संकट-कालों में तरह-तरह की रियायतों की घोषणाएं जरूर की हैं लेकिन 80 करोड़ लोगों को साल भर तक 35 किलो अनाज मुफ्त मिलेगा, यह बहुत बड़ी सौगात है। कोराना-काल के दो वर्षों में भी सरकार ने असमर्थ लोगों को एकदम कम दाम पर अनाज देकर काफी मदद पहुंचाई थी लेकिन अब उन्हें भी वह अनाज मुफ्त मिला करेगा। आप यह पूछ सकते हैं कि इतना अनाज सरकार मुफ्त में बांट देगी लेकिन वह इसे करेगी कैसे? इस समय सरकारी भंडार में लगभग 4 करोड़ टन अनाज भरा पड़ा है। उसे अपने लोगों का पेट भरने के लिए विदेशों के आगे झोली फैलाने की जरूरत नहीं है। इंदिरा गांधी राज के वे दिन अब नही...
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, बन गई भारत तोड़ो यात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, बन गई भारत तोड़ो यात्रा

राज्य, विश्लेषण
कांग्रेस कर रही है हिंदी, हिंदू व सनातन संस्कृति का अपमान मृत्युंजय दीक्षित कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पुनर्स्थापना की महत्वाकांक्षी योजना, “भारत जोड़ो यात्रा” ने अब सौ दिन से अधिक दिन पूरे कर लिए हैं लेकिन यात्रा के दौरान हुयी गतिविधियों और राहुल गांधी के बयानों ने इसे “भारत तोड़ो यात्रा बना दिया है। राहुल गांधी कह रहे हैं कि नफरत के इस बाजार में वह मोहब्बत का पैगाम लेकर चल रहे हैं जबकि वास्तविकता कुछ और ही है। यात्रा का अब तक का पूरा समय या तो ऐसे लोगों से मिलने में बीता है जो भारत और हिन्दू विरोधी रहे हैं या फिर भारत के प्रधानमंत्री को अपशब्द कहते किन्तु विगत कुछ दिनों में तो राहुल गांधी व उनके पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने  सभी मर्यादाओें को ताक पर रख कर विषवमन प्रारंभ  कर दिया है। चीनियों ने अरुणाचल के तवांग में शरारत करने की हिमाकत की जिनको हमारे व...
पराली निपटान – एक विकराल समस्या

पराली निपटान – एक विकराल समस्या

राज्य
लोहड़ी नजदीक है, परन्तु दिल्ली को आबोहवा नहीं  सुधरी है | दिल्ली में कार्यरत मित्र रोज वायु प्रदूषण झेल रहे हैं  | दिल्ली से सटे  राज्यों में पराली निरंतर जल रही है | पिछले साल विज्ञापनों में ऐसे घोल की चर्चा थी, जिसके डालते ही पराली गायब हो जाती है, उसे जलाना नहीं पड़ता है, पर जैसे ही मौसम का मिजाज ठंडा हुआ, दिल्ली-एनसीआर का  पचास हजार  वर्ग किलोमीटर का  क्षेत्र स्मॉग  की चपेट में है |  दिल्ली से सटे राज्य हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश, की सरकारें आंकड़ों के जरिये यह जताने का प्रयास कर रही है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार पराली कम जली| इसके विपरीत सच्चाई यह है कि इस बार दिल्ली नवंबर के पहले सप्ताह में ही ग्रेप-4 की चपेट में थी| जब रेवाड़ी से गाजियाबाद के मुरादनगर तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 से अधिक था, तो मामला शीर्ष न्यायालय गया, सारा...
पंजाब में आतंकी दुस्साहस एवं हिंसा का बेकाबू होना

पंजाब में आतंकी दुस्साहस एवं हिंसा का बेकाबू होना

TOP STORIES, राज्य
-ललित गर्ग- पंजाब में हिंसा, आतंकवाद एवं नशे की बढ़ती घटनाएं चिन्ता का कारण बनती जा रही है। जबसे आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, हिंसा, हथियारों एवं नशे की उर्वरा भूमि बनकर पंजाब के जीवन की शांति पर कहर ढहा रही है। आतंकवादी घटनाओं का बढ़ना न केवल पंजाब बल्कि पूरे राष्ट्र के लिये संकट का संकेत हैं। ऐसा ही एक ताजा संकेत तरनतारन के एक थाने में राकेट लांचर से हमला से मिला है, जिसे अतिवादी-आतंकी तत्वों के दुस्साहस का नया प्रमाण कहा जा सकता है। इस हमले ने कुछ माह पहले मोहाली में खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हुए राकेट हमले की याद दिला दी। इस हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से यह मानकर की जा रही है कि यह आतंकी हमला है। प्रांत में लगातार सिर उठा रही आतंकवादी घटनाएं, नशे का बढ़ता प्रचलन एवं बन्दूक संस्कृति इस प्रांत के अशांत एवं अस्थिर होने की आधारभूमि कही जा सकती है।पंजाब में इनदिनों हु...
हिन्दुत्व की प्रयोगशाला का सफलतम अनुसन्धान: गुजरात चुनाव परिणाम 

हिन्दुत्व की प्रयोगशाला का सफलतम अनुसन्धान: गुजरात चुनाव परिणाम 

राज्य, समाचार
मृत्युंजय दीक्षित  गुजरात की जनता ने 2022 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को इतने शानदार ढंग से सत्ता में वापसी कराई है कि आज बड़े बड़े  राजनैतिक विश्लेषक भी  हैरान हैं, कोई समझ नहीं पा रहा  कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी के व्यक्तित्व और  नेतृत्व में ऐसी क्या विशेषता है कि लगातार सातवीं बार भाजपा को प्रचंड जीत हासिल हो गई है। इससे पूर्व कांग्रेस को राज्य विधानसभा में वर्ष 1985 में 56 प्रतिशत वोटों के साथ 149 सीटें प्राप्त हुई थीं और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा ने यह रिकार्ड ध्वस्त कर दिया है। राजनैतिक विष्लेषक इस अदभुत और अविश्वसनीय विजय के पीछे के रहस्यों को पता करने का प्रयास कर रहे हैं। सभी विश्लेषकों  का अनुमान है कि इस बार कांग्रेस ने चुनावों के पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया था और रही सही कसर आम आ...
आप की राजनीति में बढ़ता अपराध का साया

आप की राजनीति में बढ़ता अपराध का साया

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य, विश्लेषण
ललित गर्ग- हाल ही में सम्पन्न दिल्ली नगर निगम चुनावों में जीते पार्षदों के संदर्भ में ‘एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स’ यानी एडीआर और ‘दिल्ली इलेक्शन वाच’ ने एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी कर यह बताया गया है कि दो सौ अड़तालीस विजेताओं में से बयालीस यानी सत्रह प्रतिशत निर्वाचित पार्षद ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा, उन्नीस पार्षद गंभीर आपराधिक मामलों के आरोपी हैं। इससे पूर्व दिल्ली में फरवरी, 2020 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी एडीआर ने अपने विश्लेषण में चुने गए कम से कम आधे विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज पाए थे। इसमें मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी के विधायक थे। अब प्रश्न है कि दिल्ली नगर निगम के चुनावों में भी आप पार्टी ने उम्मीदवार बनाने के लिए स्वच्छ छवि के व्यक्ति को तरजीह देने की जरूरत क्यों नहीं समझी? दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति तो यह है कि साफ-सुथरी...
भाजपा की विजय : एक दृष्टि

भाजपा की विजय : एक दृष्टि

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राज्य
अथक परिश्रम के पश्चात प्राप्त की गई विजय का सुख स्वयं में अत्यधिक लुभावना होता है और उस सुख को चाटुकार लोग अपनी चाटुकारिता से अत्यधिक मिठास से भर देते हैं। वास्तव में गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा को एक श्रेष्ठ जनाधार के साथ विजयश्री प्राप्त हुई। अब इस विजयश्री प्राप्ति के पश्चात भाजपा के नीतिकारों को स्व-आंकलन करना भी आवश्यक है। यदि भाजपा की विजय का आंकलन निष्पक्षता के साथ किया जाए तो केजरीवाल जी का दिवास्वप्न इस चुनाव परिणाम के माध्यम से हकीकत में तो नहीं बदल सका परन्तु उसने प्रदेश से कांग्रेस को समाप्त कर भाजपा को प्रचण्ड जीत की ओर उन्मुख अवश्य किया।   गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम के विषय में भाजपा को और अधिक मंथन करने की आवश्यकता है। इस विजयश्री को प्राप्त करने के लिए भाजपा ने क्या-क्या दांव पर लगाया यह जानना अतिआवश्यक है। इन चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी जी एवं गृ...
मोदीमय गुजरात

मोदीमय गुजरात

TOP STORIES, राज्य, राष्ट्रीय
-डॉ. सौरभ मालवीय  गुजरात में भाजपा की प्रचंड विजय गुजरात की जनता की भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अटूट विश्वास की जीत है। यह उनके प्रति जनता के असीम स्नेह की विजय है। गुजरात विधानसभ चुनाव में भाजपा की विजय ने यह सिद्ध कर दिया है कि जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात मॉडल पसंद आ रहा है। इसलिए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का विजय रथ निरंतर आगे बढ़ रहा है। गुजरात विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जनता से कहा था कि इस बार उनका रिकॉर्ड टूटना चाहिए। गुजरात की जनता ने उनकी बात का पूर्ण रूप से मान रखते हुए भाजपा को गुजरात के इतिहास का सबसे प्रचंड जनादेश देकर नया इतिहास रच दिया। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 में से 156 सीटों पर विजय प्राप्त की है। पिछले विधानसभा चुनाव में गुजरात में भाजपा ने 99 सीटें प्राप्त की थीं, जबकि कां...
एमसीडी चुनाव : आप की फीकी जीत बनाम बीजेपी की कड़वी हार

एमसीडी चुनाव : आप की फीकी जीत बनाम बीजेपी की कड़वी हार

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, Today News, राज्य
दिल्ली म्यूनिसिपल कारपोरेशन के चुनाव परिणामों की समीक्षा करते हुए इन तथ्यों का भी ध्यान रखिए. दिल्ली म्यूनिसिपल कारपोरेशन के चुनाव में जनता ने भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं है. मुफ्त रेवड़ी की सच्चाइयों को भी जनता ने याद रखा है. यही कारण है कि 42% वोट के साथ केजरीवाल ने 134 सीट जीती तो भाजपा ने 39% वोट के साथ 104 सीट जीती है. भ्रष्टाचारियों का हाल यह रहा कि तिहाड़ जेल में बंद और वहीं मसाज सेंटर चला रहे सत्येंद्र जैन की शकूर बस्ती विधानसभा के सारे वार्ड पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया तो एमसीडी के टिकट बेचने के आरोपी अखिलेश पति त्रिपाठी और चर्चित आप नेता आतिशी के क्षेत्र से आम आदमी पार्टी का एक भी पार्षद नहीं जीत सका. इसी तरह दिल्ली की गली गली में दारू का ठेका खोलने वाले मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र, दिलीप पांडे, अमानुल्ला खां, गोपाल राय के क्षेत्र से महज एक एक सीट ही आम आ...