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यह आबादी  पर चर्चा करने का समय है

यह आबादी  पर चर्चा करने का समय है

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राज्य
जनसंख्या ह्रास के कारण चुनौतियाँ बहुत है,  घटता लिंगानुपात खतरा बना हुआ है। केवल एक पुत्री वाले परिवारों की तुलना में कम से कम एक पुत्र वाले परिवारों में अधिक बच्चे चाहने की संभावना कम होती है। किसी निश्चित उम्र में प्रजनन दर, उसी उम्र की महिलाओं की औसत वार्षिक आबादी के अनुपात के रूप में वर्ष के दौरान उस उम्र की महिलाओं के लिए जीवित पैदा हुए बच्चों की संख्या है। गिरती मृत्यु दर के साथ (महामारी को छोड़कर)केरल और तमिलनाडु की कुल जनसंख्या अगले कुछ दशकों तक बढ़ती रहेगी, जिसका अर्थ है कि कम कामकाजी उम्र के लोगों को पहले से कहीं अधिक बुजुर्ग लोगों का समर्थन करना चाहिए। -प्रियंका सौरभ  दो हफ्ते पहले दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच गई थी। भारत पिछले अरब में सबसे बड़ा योगदानकर्ता था और 2023 तक दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन को पार करने के लिए तैयार है। यह मानव...
टिकाऊ  हरित पर्यावरण के लिए सुरक्षित सड़कें जरूरी 

टिकाऊ  हरित पर्यावरण के लिए सुरक्षित सड़कें जरूरी 

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राज्य, सामाजिक
वाहन दुर्घटनाओं का पर्यावरणीय प्रभाव देखे तो अधिकांश वाहनों में सीसा, पारा, कैडमियम या हेक्सावेलेंट क्रोमियम जैसी जहरीली धातुएं होती हैं, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं। दुर्घटनास्थल पर ईंधन और तरल पदार्थ का रिसाव और गंभीर सड़क दुर्घटनाएं ऑटोमोबाइल मलबे का कारण बनती हैं, जो अनुपयोगी अंत-जीवन वाहनों का एक हिस्सा बन जाती है। विश्व स्तर पर कई सरकारों ने दुर्घटनाओं को रोकने और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए गति सीमा कम कर दी है। जीरो-फेटलिटी कॉरिडोर समाधान भारत में, सेवलाइफ फाउंडेशन (एसएलएफ) द्वारा सड़क सुरक्षा के लिए जीरो-फैटलिटी कॉरिडोर समाधान पर्यावरणीय स्थिरता को गंभीरता से लेता है। -प्रियंका सौरभ  2021 में, भारत ने 4,03,116 दुर्घटनाओं की सूचना थी, जिनमें से प्रत्येक ने विभिन्न तरीकों से और अलग-अलग डिग्री में पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। ट्रैफिक शेयर और राष्ट्रीय अर्थव्यव...
वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है उत्तर प्रदेश

वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है उत्तर प्रदेश

Current Affaires, Today News, राज्य
मृत्युंजय दीक्षित  उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार प्रदेश को अपराधमुक्त, दंगामुक्त तथा  भयमुक्त  बनाने के बाद आर्थिक विकास के लिए संकल्पवान होकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लगातार कदम उठा रही है जिसका स्पष्ट परिणाम भी दिखलाई आता दिखाई दे रहा  है।  प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए  रखा एक ट्रिलियन डालर का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है। फरवरी -2023 में लखनऊ में आयोजित होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ही प्रदेश को निवेश के प्रस्ताव मिलने प्रारंभ  हो गए हैं। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए  प्रदेश के मुख्यमंत्री व कैबिनेट के अनेक मंत्री विदेशों का दौरा करने जा रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पूर्व अभी दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गय...
असम साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री लचित_बोरफुकन की ४०० वीं जयंती है।

असम साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री लचित_बोरफुकन की ४०० वीं जयंती है।

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आज अहोम (असम) साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री #लचित_बोरफुकन की ४०० वीं जयंती है। इतिहासकारों ने पूर्वोत्तर के वीरों को जो भारतीय राष्ट्र के सांस्कृतिक आस्था केंद्र होने चाहिए थे उन्हें उत्तर और दक्षिण भारत के पाठ्यक्रम से पर्याप्त दूर रखने का कुप्रयास किया। लेकिन कोई भी कुप्रयास कब तक छुप सकता है। स्वर्णाक्षर तो अपनी आभा बिखेरते ही है। सोशल मीडिया ने पूर्वोत्तर के वीर शिवाजी को देश ही नहीं विश्व मंच पर ऐसे अप्रतिम योद्धा को सम्मान दिया है कि उनकी आत्मा पुलकित, प्रफुल्लित अवश्य होगी। मैं दूसरे कोण से सोच रहा हूँ। जब औरंगजेब पूरे मुगल उत्कर्ष के बाद अब अपने वंशानुगत पतन की ओर उन्मुख हो रहा था तब उसने अपने गुलाम आमेर के मिर्जा राजा रामसिंह को असमिया साम्राज्य जीतने के लिए भेजा। राजा थे औरंगजेब और चक्रध्वज सिंह रणाङ्गण में उतरे योद्धा थे मिर्जा रामसिंह और लचित बोरफुकन। (ल...
<strong>आपसी कलह-क्लेश हल कर आगे क्यों नहीं बढ़ते सभी राज्य</strong>

आपसी कलह-क्लेश हल कर आगे क्यों नहीं बढ़ते सभी राज्य

राज्य, राष्ट्रीय
आर.के.सिन्हा देश के विभिन्न राज्य आपस में दुश्मनों की तरह से लड़े और अदावत रखें, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। पिछले दिनों असम-मेघालय सीमा पर कथित तौर पर अवैध लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को असम के वनकर्मियों ने रोका जिसके बाद भड़की हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई। क्या यह इतना गंभीर मसला था कि छह लोगों की जान ही चली जाए? इस बिन्दु पर सभी पक्षों को मिल- बैठकर सोचना होगा। असम और मेघालय के बीच 884.9 किलोमीटर लंबी सीमा है और सीमा के कई भागों में विवाद चल भी रहा है। इन दोनों राज्यों ने सीमा विवाद को खत्म करते हुए एक   समझौता भी किया है। इसके बावजूद हिंसा हुई। पर सिर्फ असम-मेघलाय ही नहीं लड़ रहे हैं। असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच भी सीमा विवाद है। इन दोनों के बीच भी करीब 804 किलोमीटर लंबी सीमा है। अरुणाचल की शिकायत यह है कि उत्तर-पूर्वी राज्यों ...
भाजपा के ब्राम्हणवाद से हारेगा केजरीवाल

भाजपा के ब्राम्हणवाद से हारेगा केजरीवाल

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राष्ट्र-चिंतन**भाजपा के ब्राम्हणवाद से हारेगा केजरीवाल* *ब्राह्मणों को चरणस्पर्श किया, जाटों, गुर्जरों, राजपूतों को सिर पर उठाया* *आचार्य श्री विष्णुगुप्त*==================== ब्राम्हण 45, जाट 34, राजपूत 22, गुर्जर 17, पंजाबी 31 , वैश्य 21और पिछडे वर्ग को पांच टिकट, ये आकंडे भाजपा के दिल्ली नगर निगम चुनाव में घोषित उम्मीदवारों के हैं। इन आंकड़ो के देखने के बाद यह प्रतीत होता है कि भाजपा जातिवाद की मिसाइल से अरविन्द केजरीवाल को परास्त करेगी। खासकर ब्राम्हणवाद भाजपा के लिए आईकॉन बन गया है। भाजपा के घोषित उम्मीदवारों को देखकर यही कहा जा सकता है कि अब भाजपा का विश्वास है कि वह ब्राम्हण जाति को खुश कर चौथी बार दिल्ली नगर निगम में परचम लहरायेगी। ब्राम्हण कभी कांग्रेस के वोटर हुआ करते थे, ब्राम्हण, मुस्लिम और हरिजन कांग्रेस की जीत के समीकरण हुआ करते थे।भाजपा लगातार 15 सालों से दिल्ली नग...
CSE analysis of Indian ethnoveterinary medicine project shows a way to produce safe milk and curb antibiotic resistance

CSE analysis of Indian ethnoveterinary medicine project shows a way to produce safe milk and curb antibiotic resistance

प्रेस विज्ञप्ति, राज्य
Centre for Science and Environment (CSE), New Delhi World Antimicrobial Awareness Week 2022 Traditional herbal medicines can replace antibiotics in dairy sector, help combat antibiotic resistance,and produce safe milk, says CSE CSE’s contentions based on encouraging results from India’s largest on-field project in dairy animals CSE conducts international webinar on ethnoveterinary medicineto discuss the findings Ethnoveterinary medicine (EVM) practices can help reduce antibiotic use and prevent the public health crisis of growing antimicrobial resistance – shows an ongoing project led by National Dairy Development Board (NDDB) in India EVM practices have demonstrated high cure rates in treating cattle diseases like mastitis. This low-cost, farmer-friendly option ...
पंज प्यारों की जमीन पर देखते-देखते ही कैसे ‘पगड़ी वाले ईसाई’ छा गए

पंज प्यारों की जमीन पर देखते-देखते ही कैसे ‘पगड़ी वाले ईसाई’ छा गए

TOP STORIES, राज्य, सामाजिक
पंजाब में 65000 पादरी, जिस चर्च के 14 साल पहले थे 3 मेंबर- अब हैं उसके 300000 सदस्य: पंज प्यारों की जमीन पर ‘पगड़ी वाले ईसाइयों’ की छाया कैसे.....सबसे बड़ा सवाल यह है कि पंज प्यारों की जमीन पर देखते-देखते ही कैसे 'पगड़ी वाले ईसाई' छा गए। इस सवाल का जवाब देने में जितनी देरी होगी, धर्मांतरण माफिया की जड़ें उतनी ही मजबूत होती जाएगी। भारत धर्मांतरण (Religious Conversion) के घातक जाल में उलझा हुआ है। भोले-भाले जनजातीय समाज के लोगों को प्रलोभन दे ईसाई बनाने से मिशनरियों ने इस घातक जाल के धागे जोड़ने शुरू किए। अब यह एक ऐसे जाल के रूप में सामने आ चुका है, जिसमें दलित, पिछड़े, सर्वण… सब उलझे नजर आ रहे हैं। इस घातक जाल की जद में पंजाब (Religious Conversion In Punjab) भी है। इंडिया टुडे मैगजीन ने पंजाब में ईसाई धर्मांतरण पर कवर स्टोरी की है। इससे जो तथ्य सामने आए हैं, वे बताते हैं कि यदि इस पर लग...
ख़तरनाक होता डेंगू

ख़तरनाक होता डेंगू

राज्य, राष्ट्रीय, विश्लेषण
डेंगू एक ऐसी बीमारी हैं जो एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है। इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर चकत्‍ते बनने शुरू हो जाते हैं। जहां यह महामारी के रूप मे फैलता है वहां एक समय में अनेक प्रकार के विषाणु सक्रिय हो सकते है। डेंगू बुखार बहुत ही दर्दनाक और अक्षम कर देने वाली बीमारी है। इसमें मरीज के शरीर में दर्द बहुत ज्‍यादा होता है, इसलिए इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है। बरसात के मौसम में यह बीमारी आम हो जाती है, क्‍यों कि इस मौसम गंदगी की वजह से महामारी फैलने की समस्‍या ज्‍यादा रहती है। विषाणु जनित इस रोग को एंटीबायोटिक दवाइयों से ठीक नहीं किया जा सकता है।डेंगू में कई तरह की जटिलताएं भी हैं। यह कई बार रक्‍तश्रावी डेंगू और डेंगू शॉक सिंड्रोम जैसे कई खतरनाक रूप धारण कर सकता है। डेंगू की वजह से कई बार शरीर में पानी की कमी, लगातार शरीर से खून निकलना, प्‍लेटलेट्स घटना, रक्‍तचाप कम होन...
केरल का मार्क्सवादी दुराग्रह

केरल का मार्क्सवादी दुराग्रह

TOP STORIES, राज्य, सामाजिक
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* केरल की मार्क्सवादी सरकार का दुराग्रह अपनी चरम सीमा पर पहुंचा हुआ है। सत्तारुढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने अपने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने राज्यपाल को केरल के विश्वविद्यालयों के कुलपति पद से हटाने के लिए एक अध्यादेश तैयार कर लिया है और अब विधानसभा का सत्र बुलाकार वे अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रस्ताव भी पारित करना चाहते हैं। उनसे कोई पूछे कि राज्यपाल के हस्ताक्षर के बिना कौनसा प्रस्तावित अध्यादेश लागू किया जा सकता है और उनके दस्तखत के बिना कौनसा विधेयक कानून बन सकता है याने केरल की विजयन सरकार झूठ-मूठ की नौटंकी में अपना समय बर्बाद कर रही है। जहां तक उप-कुलपतियों का सवाल है, उनकी नियुक्तियाँ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नियमों के अनुसार ही होनी चाहिए लेकिन उन नियमों का उल्लंघन करके आप अपने म...