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Why UP keen to be like Maharashtra

Why UP keen to be like Maharashtra

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Vivek Shukla The once laid-back Uttar Pradesh is shedding its image where nothing works due to political interferences and rank corrupt bureaucracy. Well, it is fast emerging as not only among the favourite investment destination in India, but it is also implementing projects swiftly.  When it comes to implementation or under implementation of projects, it is only second to Maharashtra. In FY22, work on projects worth Rs 17.31 lakh crore were  under implementation or in the final leg of implementation in Maharashtra. And if we talk about the Uttar Pradesh, according to data sourced from the Centre for Monitoring Indian Economy and CareEdge, it has emerged No. 2 with Rs 9.79 lakh crore  worth of projects under implementation or in the final stage of implementation. While ...
Haryana’s draft notification on stone crushers nothing but ‘old wine in a new bottle’: CSE

Haryana’s draft notification on stone crushers nothing but ‘old wine in a new bottle’: CSE

TOP STORIES, राज्य
Haryana’s draft notification on stone crushers nothingbut ‘old wine in a new bottle’: CSE Centre for Science and Environment (CSE) says a recent draft notification issued by the government of Haryana, aimed at improving the environmental performance of the state’s stone crushing industry, has failed to meet its primary objective. The draft notification, issued in November, makes no effort to correct the anomalies of an older guideline and adds a few of its own. Nivit K Yadav, programme director, industrial pollution, CSE says: “Stone crushers have become a major source of fugitive emissions owing to their extremely polluting process of crushing stone into smaller-sized stones or powder. To add to that, the sector suffers from poor infrastructure. Even with a slight wind or movement...
Stage III of revised Graded Response Action Plan (GRAP) invoked in Delhi-NCR with immediate effect

Stage III of revised Graded Response Action Plan (GRAP) invoked in Delhi-NCR with immediate effect

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य, समाचार
Highlights: CAQM Sub-Committee for invoking actions under GRAP holds an emergency meeting in wake of significant deterioration in air quality of Delhi-NCR in last 24 hours All actions as envisaged under Stage III of the GRAP – ‘Severe’ Air Quality to be implemented in right earnest by all the agencies concerned, with immediate effect in the NCR; Stage I and Stage II actions to be reinforced In view of the significant deterioration in air quality of Delhi-NCR in last 24 hours, the Sub-Committee for invoking actions under the Graded Response Action Plan (GRAP) of the Commission for Air Quality Management in NCR & Adjoining Areas (CAQM) held an emergency meeting today. Delhi’s overall Air Quality Index (AQI) crossed the 407 mark today at 16:00 hours, which is likely to be ...
निवेश में अब यूपी दे रहा महाराष्ट्र को चुनौती

निवेश में अब यूपी दे रहा महाराष्ट्र को चुनौती

आर्थिक, राज्य
यूपी निवेश में कैसे महाराष्ट्र के साथ करता कदमताल आर.के. सिन्हा लखनऊ और मुंबई के बीच फासला भले ही साढ़े तेरह सौ किलोमीटर से कुछ अधिक ही हो, पर अब महाराष्ट्र के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी निवेशक झोली भरकर निवेश लाने में लगे हैं। महाराष्ट्र तो परंपरागत रूप से भारत का सबसे खास औद्योगिक राज्यों में से एक रहा है। उत्तर प्रदेश अब महाराष्ट्र का तेजी से निजी क्षेत्र के निवेश में मुकाबला कर रहा है। हालांकि आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य की छवि कभी महाराष्ट्र जैसी नहीं रही थी। केन्द्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की एक ताजा रिपोर्ट को देखें तो महाराष्ट्र में सर्वाधिक निजी क्षेत्र का निवेश आ रहा है। उसके बाद दिल्ली का स्थान है और फिर उत्तर प्रदेश का। उत्तर प्रदेश की यह उपलब्धि अप्रत्याशित ही मानी जाएगी। बेशक, उत्तर प्रदेश अपने को अब तेजी से बदल रहा है। राज्य सरकार को समझ आ...
यह आबादी  पर चर्चा करने का समय है

यह आबादी  पर चर्चा करने का समय है

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जनसंख्या ह्रास के कारण चुनौतियाँ बहुत है,  घटता लिंगानुपात खतरा बना हुआ है। केवल एक पुत्री वाले परिवारों की तुलना में कम से कम एक पुत्र वाले परिवारों में अधिक बच्चे चाहने की संभावना कम होती है। किसी निश्चित उम्र में प्रजनन दर, उसी उम्र की महिलाओं की औसत वार्षिक आबादी के अनुपात के रूप में वर्ष के दौरान उस उम्र की महिलाओं के लिए जीवित पैदा हुए बच्चों की संख्या है। गिरती मृत्यु दर के साथ (महामारी को छोड़कर)केरल और तमिलनाडु की कुल जनसंख्या अगले कुछ दशकों तक बढ़ती रहेगी, जिसका अर्थ है कि कम कामकाजी उम्र के लोगों को पहले से कहीं अधिक बुजुर्ग लोगों का समर्थन करना चाहिए। -प्रियंका सौरभ  दो हफ्ते पहले दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच गई थी। भारत पिछले अरब में सबसे बड़ा योगदानकर्ता था और 2023 तक दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन को पार करने के लिए तैयार है। यह मानव...
टिकाऊ  हरित पर्यावरण के लिए सुरक्षित सड़कें जरूरी 

टिकाऊ  हरित पर्यावरण के लिए सुरक्षित सड़कें जरूरी 

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वाहन दुर्घटनाओं का पर्यावरणीय प्रभाव देखे तो अधिकांश वाहनों में सीसा, पारा, कैडमियम या हेक्सावेलेंट क्रोमियम जैसी जहरीली धातुएं होती हैं, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं। दुर्घटनास्थल पर ईंधन और तरल पदार्थ का रिसाव और गंभीर सड़क दुर्घटनाएं ऑटोमोबाइल मलबे का कारण बनती हैं, जो अनुपयोगी अंत-जीवन वाहनों का एक हिस्सा बन जाती है। विश्व स्तर पर कई सरकारों ने दुर्घटनाओं को रोकने और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए गति सीमा कम कर दी है। जीरो-फेटलिटी कॉरिडोर समाधान भारत में, सेवलाइफ फाउंडेशन (एसएलएफ) द्वारा सड़क सुरक्षा के लिए जीरो-फैटलिटी कॉरिडोर समाधान पर्यावरणीय स्थिरता को गंभीरता से लेता है। -प्रियंका सौरभ  2021 में, भारत ने 4,03,116 दुर्घटनाओं की सूचना थी, जिनमें से प्रत्येक ने विभिन्न तरीकों से और अलग-अलग डिग्री में पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। ट्रैफिक शेयर और राष्ट्रीय अर्थव्यव...
वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है उत्तर प्रदेश

वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है उत्तर प्रदेश

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मृत्युंजय दीक्षित  उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार प्रदेश को अपराधमुक्त, दंगामुक्त तथा  भयमुक्त  बनाने के बाद आर्थिक विकास के लिए संकल्पवान होकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लगातार कदम उठा रही है जिसका स्पष्ट परिणाम भी दिखलाई आता दिखाई दे रहा  है।  प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए  रखा एक ट्रिलियन डालर का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है। फरवरी -2023 में लखनऊ में आयोजित होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ही प्रदेश को निवेश के प्रस्ताव मिलने प्रारंभ  हो गए हैं। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए  प्रदेश के मुख्यमंत्री व कैबिनेट के अनेक मंत्री विदेशों का दौरा करने जा रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पूर्व अभी दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गय...
असम साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री लचित_बोरफुकन की ४०० वीं जयंती है।

असम साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री लचित_बोरफुकन की ४०० वीं जयंती है।

TOP STORIES, राज्य
आज अहोम (असम) साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री #लचित_बोरफुकन की ४०० वीं जयंती है। इतिहासकारों ने पूर्वोत्तर के वीरों को जो भारतीय राष्ट्र के सांस्कृतिक आस्था केंद्र होने चाहिए थे उन्हें उत्तर और दक्षिण भारत के पाठ्यक्रम से पर्याप्त दूर रखने का कुप्रयास किया। लेकिन कोई भी कुप्रयास कब तक छुप सकता है। स्वर्णाक्षर तो अपनी आभा बिखेरते ही है। सोशल मीडिया ने पूर्वोत्तर के वीर शिवाजी को देश ही नहीं विश्व मंच पर ऐसे अप्रतिम योद्धा को सम्मान दिया है कि उनकी आत्मा पुलकित, प्रफुल्लित अवश्य होगी। मैं दूसरे कोण से सोच रहा हूँ। जब औरंगजेब पूरे मुगल उत्कर्ष के बाद अब अपने वंशानुगत पतन की ओर उन्मुख हो रहा था तब उसने अपने गुलाम आमेर के मिर्जा राजा रामसिंह को असमिया साम्राज्य जीतने के लिए भेजा। राजा थे औरंगजेब और चक्रध्वज सिंह रणाङ्गण में उतरे योद्धा थे मिर्जा रामसिंह और लचित बोरफुकन। (ल...
<strong>आपसी कलह-क्लेश हल कर आगे क्यों नहीं बढ़ते सभी राज्य</strong>

आपसी कलह-क्लेश हल कर आगे क्यों नहीं बढ़ते सभी राज्य

राज्य, राष्ट्रीय
आर.के.सिन्हा देश के विभिन्न राज्य आपस में दुश्मनों की तरह से लड़े और अदावत रखें, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। पिछले दिनों असम-मेघालय सीमा पर कथित तौर पर अवैध लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को असम के वनकर्मियों ने रोका जिसके बाद भड़की हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई। क्या यह इतना गंभीर मसला था कि छह लोगों की जान ही चली जाए? इस बिन्दु पर सभी पक्षों को मिल- बैठकर सोचना होगा। असम और मेघालय के बीच 884.9 किलोमीटर लंबी सीमा है और सीमा के कई भागों में विवाद चल भी रहा है। इन दोनों राज्यों ने सीमा विवाद को खत्म करते हुए एक   समझौता भी किया है। इसके बावजूद हिंसा हुई। पर सिर्फ असम-मेघलाय ही नहीं लड़ रहे हैं। असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच भी सीमा विवाद है। इन दोनों के बीच भी करीब 804 किलोमीटर लंबी सीमा है। अरुणाचल की शिकायत यह है कि उत्तर-पूर्वी राज्यों ...
भाजपा के ब्राम्हणवाद से हारेगा केजरीवाल

भाजपा के ब्राम्हणवाद से हारेगा केजरीवाल

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राष्ट्र-चिंतन**भाजपा के ब्राम्हणवाद से हारेगा केजरीवाल* *ब्राह्मणों को चरणस्पर्श किया, जाटों, गुर्जरों, राजपूतों को सिर पर उठाया* *आचार्य श्री विष्णुगुप्त*==================== ब्राम्हण 45, जाट 34, राजपूत 22, गुर्जर 17, पंजाबी 31 , वैश्य 21और पिछडे वर्ग को पांच टिकट, ये आकंडे भाजपा के दिल्ली नगर निगम चुनाव में घोषित उम्मीदवारों के हैं। इन आंकड़ो के देखने के बाद यह प्रतीत होता है कि भाजपा जातिवाद की मिसाइल से अरविन्द केजरीवाल को परास्त करेगी। खासकर ब्राम्हणवाद भाजपा के लिए आईकॉन बन गया है। भाजपा के घोषित उम्मीदवारों को देखकर यही कहा जा सकता है कि अब भाजपा का विश्वास है कि वह ब्राम्हण जाति को खुश कर चौथी बार दिल्ली नगर निगम में परचम लहरायेगी। ब्राम्हण कभी कांग्रेस के वोटर हुआ करते थे, ब्राम्हण, मुस्लिम और हरिजन कांग्रेस की जीत के समीकरण हुआ करते थे।भाजपा लगातार 15 सालों से दिल्ली नग...