Shadow

राज्य

महिलाओं में बढ़ रही है धूम्रपान की लत

महिलाओं में बढ़ रही है धूम्रपान की लत

BREAKING NEWS, Current Affaires, TOP STORIES, राज्य, सामाजिक
महिलाओं में बढ़ रही है धूम्रपान की लत -ललित गर्ग- भारत के लिये यह बेहद चिन्ताजनक एवं दुखद स्थिति है कि बड़ी संख्या में नवयुवतियां एवं महिलाएं धूम्रपान के जाल में फंसती जा रही है। ताजा अध्ययन बताते हैं कि 20 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू उत्पादों की गिरफ्त में फंस चुकी हैं। वे इस बात से बेखबर है कि धूम्रपान की लत उन्हें जीवनभर की परेशानी दे सकती हैं। जीवन बहुमूल्य है और हमें इस जीवन को खुल कर जीना चाहिए, इसका भरपूर आनंद उठाना चाहिए, लेकिन नशे में बर्बाद करना बुद्धिमानी नहीं है। कितना अच्छा होता कि जो महिलाएं आज तंबाकू का सेवन कर रही हैं और जीवन को धुएं में उड़ा रही हैं, वे अपनी सेहत, संस्कृति एवं परिवार पर इसके असर को समझती। वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण (गेट्स) के मुताबिक, देशभर में 20 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू उत्पादों का शौक रखती हैं। 10 फीसदी लड़कियों ने खुद सिगरेट पीने की बात को स्वीकार किया ह...
शेरों के बहाने हंगामा, विपक्ष की दहशत का प्रतीक

शेरों के बहाने हंगामा, विपक्ष की दहशत का प्रतीक

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, राज्य, राष्ट्रीय, सामाजिक
शेरों के बहाने हंगामा, विपक्ष की दहशत का प्रतीक  (क्या भारत के प्रतीक चिन्ह को एक राजनीतिक मुद्दा बनाना सही है? अगर मेरी व्यक्तिगत राय पूछें तो शेरों के खुले मुहं को दिखाना एक बहुत अच्छी बात है. ये शेर हमारे राष्ट्रीय प्रतीक हैं. शांति हमारी आत्मा में बसी है लेकिन बदलते दौर में अग्रेशन दिखाना भी बहुत जरुरी है. क्योंकि आज के पॉलिटिकल और शक्तिशाली होते युग में हम केवल शांति के दूत बनकर नहीं रह सकते. हम चारों तरफ दुश्मनों से घिरे हुए हैं इसलिए राष्ट्र के अग्रेशन को दिखाना बहुत जरूरी है. यह भारत की एग्रेसिव विदेश नीति का प्रतीक  भी हो सकते हो सकते हैं ताकि दुश्मन इस देश की तरफ नजर करने से पहले हजार बार सोचे.) -प्रियंका 'सौरभ' अशोक स्तंभ संवैधानिक रूप से भारत सरकार ने 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय प्रतीक के तौर पर अपनाया था. इसे शासन, संस्कृति और शांति का सबसे बड़ा प्रतीक माना गया है. ल...
भारत और शिंजो आबे

भारत और शिंजो आबे

TOP STORIES, राज्य
भारत और शिंजो आबे (आबे प्रत्येक माध्यम से भारत के साथ खड़े थे। डोकलाम संकट और मौजूदा गतिरोध के दौरान जापान ने यथास्थिति को बदलने के लिए चीन के खिलाफ बयान दिए। 2021 में, भारत सरकार ने श्री आबे को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया।) -सत्यवान 'सौरभ' संसदीय चुनाव के लिए एक अभियान कार्यक्रम के दौरान एक हमलावर द्वारा गोली मारे जाने के बाद शुक्रवार को आबे के असामयिक निधन ने एक ऐसे नेता के करियर पर पर्दा डाल दिया, जिसने जापानी राजनीति और कूटनीति को फिर से परिभाषित किया। अपने 2013 के भाषण में, उन्होंने तीन विदेश नीति प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। पहला वह चाहते थे कि जापान "वैश्विक कॉमन्स का संरक्षक" बनने के लिए कदम बढ़ाए। दूसरी देश के युद्ध के बाद के संविधान का संशोधन और तीसरा रूस के साथ शांति संधि। 2021 में, भारत सरकार ने श्री आबे को देश के दूसरे सर्वोच्च न...
अवसादों भरा हफ़्ता

अवसादों भरा हफ़्ता

addtop, Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य, विश्लेषण, सामाजिक
अवसादों भरा हफ़्ता विनीत नारायण पिछला हफ़्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवसादों से भरा रहा। जो घटनाएँ घटीं उनका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष असर भारत पर भी पड़ेगा। इस क्रम में सबसे ज़्यादा दुखद घटना जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे की नृशंस हत्या है। वे न केवल जापान के सशक्त और लोकप्रिय नेता थे बल्कि विश्व राजनीति में भी उनका सर्वमान्य प्रभावशाली व्यक्तित्व था। इस तरह की हिंसा जापान की संस्कृति में अनहोनी घटना है। कुछ लोगों को अंदेशा है कि इसके पीछे चीन का हाथ हो सकता है। जिसने हत्यारे को मनोवैज्ञानिक रूप से इस हाराकिरी के लिए उकसाया होगा। ऐसे षड्यंत्रों का प्रमाण आसानी से जग-ज़ाहिर नहीं होता, इसलिए दावे से कुछ भी नहीं कहा जा सकता। पर ऐसा अंदेशा लगाने वालों का तार्किक आधार यह है कि ‘साउथ एशिया सी’ में चीन की बढ़ती दादागिरी को रोकने की जो पहल शिंजो आबे ने की उससे चीन जाहिरन बहुत विचलित...
क्या भारत का विपक्ष बुढ्ढा हो चुका है?*

क्या भारत का विपक्ष बुढ्ढा हो चुका है?*

BREAKING NEWS, Current Affaires, TOP STORIES, राज्य, राष्ट्रीय, समाचार
क्या भारत का विपक्ष बुढ्ढा हो चुका है?* भारत देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात लोकतांत्रिक सरकार का गठन हुआ, जिसके अन्तर्गत कांग्रेस पार्टी के पंडित जवाहर लाल नेहरु भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने और कांग्रेस पार्टी लगभग 50 वर्षो तक सत्ता में रही। कांग्रेस के स्थायित्व का प्रमुख कारण प्रारम्भ में विपक्ष का कमजोर होना था। कांग्रेस के सत्ताकाल में ही भारत दो टुकड़ों में विभाजित हुआ, जिसके अन्तर्गत पाकिस्तान का जन्म हुआ। उस समय विपक्ष मजबूत होता तो शायद पाकिस्तान नहीं बनता। विपक्ष को स्वयं को सशक्त करने में 50 वर्ष व्यतीत हुए। इस अवधि में विपक्षी दलों में अनेकों बार बिखराव भी हुआ परन्तु उसने पुनः स्वयं को एकजुट किया। अथक प्रयासों के पश्चात भाजपा एक सुदृण विपक्ष के रूप में उभरी। पूर्व में भाजपा ने अपना अस्तित्व स्थापित करने हेतु अन्य दलों का सहयोग लिया, परन्तु वर्तमान समय में भाजपा स्व...
प्रदेशमें सुशासन का शतक

प्रदेशमें सुशासन का शतक

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, राज्य
प्रदेशमें सुशासन का शतक मृत्युंजय दीक्षित प्रदेशमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के सौ दिन सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं और सरकार के सभी मंत्री अपना सौ दिन का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2.0 का रिपोर्ट कार्ड प्रदेश सरकार की उपलब्धि यह भी रही कि आजमगढ़ और रामपुर के लोकसभा चुनावों में भाजपा की शानदार विजय हुई, विधान परिषद में कांग्रेस शून्य हो गई और समाजवादी दल से नेता प्रतिपक्ष का पद भी जा रहा है। प्रदेशका जनमानस बार -बार योगी सरकार की बुलडोजर नीति पर अपनी मुहर लगाकर संदेशदे रहा है। प्रदेशमें आज बुलडोजर नीति के कारण अपराधियों में भय है जिसके कारण बहुत से अपराधी खुद जाकर थाने में आत्मसमर्पण कर रहे हैं। आज अपराधियों को अच्छी तरह से पता है कि अगर उन्होंने कोई गलती की तो बुलडोजर चलना तय है। अभी कानपुर सहित ...
उत्तर प्रदेश में क्यों हो रहा तगड़ा निवेश

उत्तर प्रदेश में क्यों हो रहा तगड़ा निवेश

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, TOP STORIES, आर्थिक, राज्य
उत्तर प्रदेश में क्यों हो रहा तगड़ा निवेश अथवा उत्तर प्रदेश क्यों पसंद आ रहा निवेशकों को आर.के. सिन्हा कोरोना काल के बाद जब निवेशक समाज बहुत सोच-समझकर और फूंक-फूंककर निवेश कर रहा है, तब उत्तर प्रदेश में 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश का वादा हो चुका है। यह वादा किया है देश के प्रमुख उद्योग समूहों ने। इसके कई छुपे संदेश हैं। स्पष्ट है कि निवेशकों को आज के दिन उत्तर प्रदेश में निवेश करना लाभ का सौदा नजर आ रहा है। वर्ना कोई निवेशक घाटा खाने के लिए तो कभी भी निवेश करेगा नहीं। उन्हें लगता है कि उत्तर प्रदेश में निवेश करने से उन्हें बेहतर रिटर्न मिलेगा। पिछले कुछ हफ्ते पहले लखनऊ में हुए एक निवेशक सम्मेलन में हजारों करोड़ रुपए की परियोजनाएं धरातल पर उतरीं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का खुद उपस्थित होना ही अहम था। निवेशक सम्मेलन में देश के नामी उद्योगपति...

उदयपुर कांड व बयानवीरों से आहत हिंदू समाज में आयेगी नयी चेतना

Current Affaires, राज्य, राष्ट्रीय
उदयपुर कांड व बयानवीरों से आहत हिंदू समाज में आयेगी नयी चेतना ! मृत्युंजय दीक्षित राजस्थान का उदयपुर जिला जो केवल राजस्थान का ही नहीं वरन देश का के भी सबसे शांत और सुन्दर जिलों में एक माना जाता है । इसी उदयुपर जिले में नफरत से भरे रक्त पिपासुओं ने एक बहुत ही साधारण हिंदू दर्जी कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर दिन –दहाड़े धारदार हथियार से निर्ममता पूर्वक उसकी हत्या कर दी । पूरे देश में दहशत फैलाने के उद्देश्य से हत्या का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी कर दिया । विडियो में प्रधानमंत्री का भी यही हश्र करने कि धमकी दी । हत्यारे, कन्हैया लाल द्वारा नुपुर शर्मा का सोशल मीडिया पर समर्थन किये जाने के कारण उसको सबक सिखाना चाहते थे । इस समाचार के फैलने और उसके चलते आम जन का आक्रोष जब आग की तरह पूरे देश में फैलने लगा तो राजस्थान पुलिस हरकत में आयी और वीडियो में दिख रहे हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया । जन...
सुविधा से ज्यादा जरूरी है सुरक्षा की सड़कें

सुविधा से ज्यादा जरूरी है सुरक्षा की सड़कें

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, राज्य, राष्ट्रीय
सुविधा से ज्यादा जरूरी है सुरक्षा की सड़कें  - ललित गर्ग-भारत का सड़क यातायात तमाम विकास की उपलब्धियों एवं प्रयत्नों के असुरक्षित एवं जानलेवा बना हुआ है, सुविधा की खूनी एवं हादसे की सड़कें नित-नयी त्रासदियों की गवाह बन रही है। दुनिया की जानी-मानी पत्रिका ‘द लांसेट’ में इस मसले पर केंद्रित एक अध्ययन में बताया गया है कि भारत में सड़क सुरक्षा के उपायों में सुधार लाकर हर साल तीस हजार से ज्यादा लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है। अध्ययन के मुताबिक, खुनी सड़कों एवं त्रासद दुर्घटनाओं के मुख्य कारण हैं- वाहनों की बेलगाम या तेज रफ्तार, शराब पीकर गाड़ी चलाना, हेलमेट नहीं पहनना और सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं करना शामिल हैं। भले ही हर सड़क दुर्घटना को केन्द्र एवं राज्य सरकारें दुर्भाग्यपूर्ण बताती है, उस पर दुख व्यक्त करती है, मुआवजे का ऐलान भी करती है लेकिन बड़ा प्रश्न है कि एक्सीडेंट रोकने के गंभीर उपाय अब तक ...
महाराष्ट्र: भाजपा की पाँचों ऊँगली घी में

महाराष्ट्र: भाजपा की पाँचों ऊँगली घी में

BREAKING NEWS, Current Affaires, राज्य, विश्लेषण, सामाजिक
महाराष्ट्र: भाजपा की पाँचों ऊँगली घी में विनीत नारायण एकनाथ शिंदे को मुख्य मंत्री बना कर भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधे। जिसका उसे बहुत लाभ मिलने वाला है। एकनाथ शिंदे के गले में देवेंद्र फडणवीस की घंटी टांग दी गई है। शिंदे तो हाथी के दांत की तरह सजावटी मुख्य मंत्री रहेंगे। असली सत्ता तो उप-मुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस की मार्फ़त भाजपा के हाथ में रहेगी। महाराष्ट्र देश की अर्थव्यवस्था का केंद्र है और आमदनी का सबसे बड़ा स्रोत है। इसलिए महाराष्ट्र की सरकार पर क़ाबिज़ हो कर पिछले आठ वर्षों में दुनिया की सबसे धनी पार्टी बन चुकी भाजपा अपनी आर्थिक स्थित को और भी मज़बूत कर लेगी। पूर्व मुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए उप-मुख्य मंत्री का पद स्वीकारना आसान नहीं था। महाराष्ट्र के सर्वमान्य भाजपा नेता के लिए यह परिस्थिति बहुत विचित्र बन गई। उन्हें आलाकमान के आदेश से अपमान का घूँट पीना पड...