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आसमान की यात्राओं के अराजक होने की त्रासदी

आसमान की यात्राओं के अराजक होने की त्रासदी

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-ः ललित गर्ग:-आज देश ही नहीं, दुनिया में व्यक्ति हिंसक एवं अराजक होता जा रहा है। हिंसा का बढ़ता प्रभाव मानवीय चेतना से खिलवाड़ करता है और व्यक्ति स्वयं को निरीह अनुभव करता है। इन स्थितियों में संवेदनहीनता बढ़ जाती है और जिन्दगी सिसकती हुई प्रतीत होती है। ऐसी स्थितियों का बढ़ना गहन चिन्ता का विषय है। यह चिन्ता तब ज्यादा बढ़ जाती है एवं परेशान करती है जब अति संवेदनशील हवाई यात्रा के दौरान ऐसी घटनाएं देखने को मिलती है। शराब के नशे में उद्दण्डता करना, किसी पर थूक देना, किसी पर पेशाब कर देना या किसी को थप्पड मार देने जैसी घटनाएं हवाई सफर के दौरान होना विमान अधिनियमों का उल्लंघन होने के साथ-साथ हवाई सफर को खतरे में डालना है। सोमवार को अबू धाबी से मुंबई के लिए चले एक विमान में ऐसी ही अराजक स्थितियां उत्पन्न हुई, जब चालक दल के सदस्यों की ओर से अनधिकृत गतिविधि से रोके जाने पर एक महिला यात्री ने एक...
देश में अमृतकाल, बजट से मालामाल या बुरे होंगे हाल

देश में अमृतकाल, बजट से मालामाल या बुरे होंगे हाल

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अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है.  केंद्रीय बजट से आम आदमी से लेकर उद्योग जगत को भी कई उम्मीदें हैं, कोरोना महामारी के बाद भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था की हालत दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, फिलहाल भारतीय अर्थव्यवस्था जी 20  देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है, हालांकि,देश की इकोनॉमी की रिकवरी तेज करने, कर्ज के बोझ में कमी लाने, मध्यम वर्ग को राहत देने और राजकोषीय घाटा कम करने जैसी बड़ी चुनौतियां हैं. साल 2023 उस समय को दिखाता है जब भारत अमृत काल में प्रवेश कर रहा है. आने वाले 25 सालों में 2047 का साल आएगा, जो हमारी स्वतंत्रता का 100वां साल होगा. -प्रियंका सौरभ मोदी सरकार 2024 के लिए एजेंडा सेट कर रही है और विपक्ष भी अपनी पिच तैयार कर रहा है। आज बजट के जरिए सरकार ने अपनी अर्थनीति देश के सामने रख दी।...
लद्दाख: ऑल इज़ नॉट वैल !

लद्दाख: ऑल इज़ नॉट वैल !

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*रजनीश कपूरप्रतिष्ठित रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित मैकेनिकल इंजीनियर और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स,लद्दाख के निदेशक सोनम वांगचुक आजकल फिर से सुर्ख़ियों में हैं। इससे पहले वे अपने व्यक्तित्व पर 2009 में बनीफ़िल्म ‘3 इडिअट्स’ को लेकर सुर्ख़ियों में थे। इसी फ़िल्म का एक मशहूर डायलॉग था ‘ऑल इज़ वैल’। फ़िल्म में यहडायलॉग वांगचुक का किरदार निभा रहे अभिनेता आमिर ख़ान हर कठिन परिस्थिति में ख़ुद को हौसला देने केलिए कहते हैं। परंतु आज इसी बात को लद्दाख निवासी विपरीत ढंग से क्यों कह रहे हैं?दरअसल पिछले कुछ दिनों से लद्दाख के मशहूर इनोवेटर सोनम वांगचुक मीडिया का केंद्र बने हुए हैं। वे 26जनवरी 2023 को लद्दाख के हालत को लेकर एक आंदोलन करने की तैयारी में थे। परंतु लद्दाख प्रशासन ने उन्हेंऐसा करने से रोका और उन्हें नज़रबंद कर दिया। वांगचुक ने यह जानकारी यूट्यूब पर एक वीडियो के माध्यम सेदी। ...
जेपी नड्डा के नये कार्यकाल की चुनौतियां

जेपी नड्डा के नये कार्यकाल की चुनौतियां

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-ललित गर्ग-भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक धरातल को मजबूती देने, उसके संगठन के आधार को सुदृढ़ बनाने, उसका जनाधार बढ़ाने एवं विभिन्न राज्यों एवं लोकसभा चुनाव में जीत के नये कीर्तिमान गढ़ने की दृष्टि से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने नये कार्यकाल में अग्रसर हो रहे हंै, प्रतीक्षा और कयासों को विराम देते हुए भाजपा ने उनका कार्यकाल वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव तक बढ़ा दिया है। एक बड़ी चुनौती के रूप में वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव एवं वर्ष 2023 में नौ राज्यों के विधानसभा चुनाव है। नड्डा ने न केवल ्देश के निराशाजनक आर्थिक परिदृश्य, महंगाई और बेरोजगारी के बीच पार्टी की पताका लहराने का बल्कि नौ ही विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दिलाने का संकल्प व्यक्त किया है। जेपी आंदोलन से सुर्खियों में आए नड्डा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का सफल नेतृत्व कर राजनाथ सिंह एवं अमित शाह के नेतृत्व में...
राहुल गांधी की भारत जोड़ा यात्रा के निहितार्थ

राहुल गांधी की भारत जोड़ा यात्रा के निहितार्थ

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-ललित गर्ग- श्रीनगर के लाल चौक पर कांग्रेस एवं उसके नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का भव्य समापन निश्चित ही कांग्रेस को नवजीवन देने का माध्यम बना है, इससे राहुल गांधी की छवि एकदम नये अन्दाज में उभर कर सामने आयी है और एक सकारात्मक राजनीति की पहल हुई है। वैसे भी भारत की माटी में पदयात्राओं का अनूठा इतिहास रहा है। असत्य पर सत्य की विजय हेतु मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम द्वारा की हुई लंका की ऐतिहासिक यात्रा हो अथवा एक मुट्ठी भर नमक से पूरा ब्रिटिश साम्राज्य हिला देने वाला 1930 का डाण्डी कूच, बाबा आमटे की भारत जोड़ो यात्रा हो अथवा राष्ट्रीय अखण्डता, साम्प्रदायिक सद्भाव और अन्तर्राष्ट्रीय भ्रातृत्व भाव से समर्पित एकता यात्रा, यात्रा के महत्व को अस्वीकार नहीं किया जा सकता। भारतीय जीवन में पैदल यात्रा को जन-सम्पर्क का सशक्त माध्यम स्वीकारा गया है। ये पैदल यात्राएं सामाजिक, सांस्कृतिक और र...
परीक्षा पे चर्चा 2023

परीक्षा पे चर्चा 2023

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“परीक्षा पे चर्चा 2023" में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ नमस्ते! शायद इतनी ठंड में पहली बार परीक्षा पे चर्चा हो रही है। आमतौर पर फरवरी में करते है। लेकिन अब विचार आया कि आप सबको 26 जनवरी का भी लाभ मिले, फायदा उठाया ना जो बाहर के है उन्होंने। गए थे कर्तव्य पथ पर। कैसा लगा? बहुत अच्छा लगा। अच्छा घर जाकर क्या बताएंगे? कुछ नहीं बताएंगे। अच्छा साथियों समय ज्यादा लेता नहीं हूं, मैं लेकिन मैं इतना ...
कपड़ा उद्योग से निकले अपशिष्ट जल के शोधन की नई पद्धति

कपड़ा उद्योग से निकले अपशिष्ट जल के शोधन की नई पद्धति

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नई दिल्ली, 27 जनवरी (इंडिया साइंस वायर): कपड़ा उद्योग से उत्सर्जित कृत्रिम रंगों कीविस्तृत श्रृंखला मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकती है। इसीलिए,कपड़ा उद्योग से निकले अपशिष्ट जल के शोधन के लिए नवीन उपचार तकनीकों कीआवश्यकता है, जिससे अपशिष्ट जल में डाई अणुओं को पूरी तरह नष्ट किया जा सके।भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर के शोधकर्ताओं ने अपशिष्ट जल-शोधनकी दो-चरणीय नई पद्धति विकसित की है, जिससे कपड़ा उद्योग से निकले रंगीन अपशिष्टजल का शोधन कर सकते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तरह उपचारित जल का अन्यउद्देश्यों के लिए पुन: उपयोग किया जा सकता है।अपशिष्ट जल-शोधन के पहले चरण में दूषित जल का इलेक्ट्रोकेमिकल पद्धति से प्रसंस्करणकिया जाता है। जल-शोधन के दूसरे चरण में कार्बन नैनोफाइबर पर नये ZnO कैटरपिलर केउपयोग से वास्तविक समय में फोटोकैटलिटिक निम्नीकरण किया जाता है। आईआ...
राजघाट- सर्वधर्म प्रार्थना के स्थायी चेहरे

राजघाट- सर्वधर्म प्रार्थना के स्थायी चेहरे

राष्ट्रीय
विवेक शुक्ला  महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर आज ( 30 जनवरी) को राजघाट और फिर गांधी स्मृति में सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन होगा। ये गांधी जयंती पर भी आयोजित होती है। सर्वधर्म प्रार्थना का विचार गांधी जी ने ही संसार को दिया था। उनके जीवनकाल में यह आरंभ हो गया था। उनके संसार में न रहने के बाद भी 2 अक्तूबर, 30 जनवरी तथा अन्य विशेष अवसरों पर सर्वधर्म प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं। राजघाट पर विभिन्न धर्मों की प्रार्थनाओं का पाठ करने वालों से विवेक शुक्ला की बातचीत के अंश । कब होती अनुपम अनुभूति  डॉ.बलदेव आनंद सागर हिन्दू प्रार्थना  कब से- 2002 से  डॉ. बलदेव आनंद सागर के लिए तीन तिथियां विशेष हैं। 2 अक्तूबर और 30 जनवरी के साथ 21 अगस्त, 1994 भी। उन्होंने 21 अगस्त, 1994 को दूरदर्शन पर पहली बार प्रसारित हुए  संस्कृत समाचार बुलेटिन को प...
खिलाडियों के चयन में भ्रष्टाचार ले डूबा भारतीय हाँकी को

खिलाडियों के चयन में भ्रष्टाचार ले डूबा भारतीय हाँकी को

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आर.के. सिन्हा पिछले रविवार को देश के करोड़ों हॉकी चाहने वालों का सपना तार-तार हो गया। सबको उम्मीद थी कि 1975 के बाद भारत फिर से हॉकी वर्ल्ड कप को जीतने में कामयाब हो जाएगा। पर यह हो न सका। ओडिशा में खेले जा रहे हॉकी वर्ल्ड कप में न्यूज़ीलैंड ने पेनाल्टी शूट आउट में भारत को हराकर क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बना ली और भारत खिताबी दौड़ से बाहर हो गया। दरअसल टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम से  आशा की किरण इसलिए नजर आ रही थी, क्योंकि; उसका पिछले ओलंपिक खेलों में सराहनीय प्रदर्शन रहा था। कहना होगा कि भारत की महिला और पुरुष हॉकी टीमों ने टोक्यों ओलंपिक खेलों में बेहतर प्रदर्शन किया था। भारत के हॉकी प्रेमियों को एक लंबे अंतराल के बाद इतना शानदार प्रदर्शन देखने को मिला था अपने खिलाड़ियों से। पर चालू वर्ल्ड कप में हमारी हॉकी टीम का खेल बेहद औसत...
भारतीय गणतंत्र के लिए खतरे

भारतीय गणतंत्र के लिए खतरे

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(74वां गणतंत्र दिवस 2023) यह सच है कि भारत ने महान लोकतांत्रिक उपलब्धियां प्राप्त की हैं, लेकिन स्वतंत्रता के बाद हमें इस देश और समाज में जिन उच्च आदर्शों की स्थापना करनी चाहिए थी, हम आज ठीक इसके विपरीत दिशा में जा रहे हैं और भ्रष्टाचार, दहेज, मानव घृणा, हिंसा जैसी समस्याएं अश्लीलता और बलात्कार अब जीवन का हिस्सा बनते जा रहे हैं। लेकिन हमारा देश प्राचीन काल से ही अनेक समस्याओं को आगे बढ़ा रहा है, वर्तमान भारत सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, ऐसे में युवाओं को अपनी भागीदारी बढ़ाकर देश, समाज और परिवार का लोकतंत्रीकरण करना होगा। -डॉ सत्यवान सौरभ  हर साल भारत में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को उस तारीख को मनाने के लिए मनाया जाता है जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था और देश एक गणतंत्र बना था। हर साल, 26 जनवरी को देश भर में उत्सव और देशभक्ति के उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस साल भार...