
नडेला से अजय बांगा तक – क्यों सफल होते भारतवंशी
आर.के. सिन्हा
भारत के सात समंदर पार से भारतवंशियों के सफलता की खबरें-कहानियां लगातार भारतीय मीडिया की सुर्खियां बनने लगी हैं। आप गौर करें कि भारतवंशी सिर्फ सियासत में ही झंडे नहीं गाड़ रहे हैं। ये तो हम 1960 के दशक से सुन रहे हैं। तब पहली बार कैरेबियाई टापू देश गुयाना में छेदी जगन राष्ट्राध्यक्ष बने थे। उनके बाद न जाने कितने भारतवंशी गुयाना, त्रिनिडाड, फिजी, मॉरीशस, सूरीनाम में सर्वोच्च पदों पर पहुंचे। अब ब्रिटेन में भारतवंशी और इंफोसिस कंपनी के फाउंडर चेयरमैन एन.नारायणमूर्ति के दामाद श्रषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए। अब बात सियासत से हटकर बिजनेस की करेंगे। आप जानते हैं कि बीते बीसेक सालों के दौरान इंदिरा नुई (पेप्सी), पराग अग्रवाल ( ट्विटर), विक्रम पंडित ( सिटी बैंक), सुंदर पिचाई ( गूगल), सत्या नेडाला (माइक्रोसॉफ्ट), ...